नर्स पर निबंध Nurse essay in hindi

Nurse essay in hindi

Nurse essay – दोस्तों आज हम आपको इस बेहतरीन आर्टिकल के माध्यम से नर्स पर लिखें निबंध के बारे में बताने जा रहे हैं । चलिए अब हम आगे बढ़ते हैं और नर्स पर लिखे निबंध को पढ़ते है ।

Nurse essay in hindi
Nurse essay in hindi

Image source – https://en.m.wikipedia.org/wiki/File:Thai_nurse_in_Na_Wa_Public_Hospital.jpg

नर्स के बारे में about nurse in hindi- मरीज के जीवन में नर्स की बहुत महत्वपूर्ण भूमिका रहती है । जब मरीज अस्पताल में अपनी बीमारी का इलाज कराने के लिए जाता है तब डॉक्टर के द्वारा मरीज का इलाज किया जाता है और डॉक्टर को मरीज का इलाज करने में नर्स अपना योगदान देती है । नर्स के द्वारा ही मरीज को सही समय पर इंजेक्शन लगाया जाता है , सही समय पर नर्स के द्वारा ही मरीज को दवाई खिलाई जाती है । नर्स अपने जीवन में दया  भाव की भावना रखती है ।

नर्स बनने के लिए ट्रेनिंग लेना पड़ता है । ट्रेनिंग लेने के बाद जब वह मरीज की सेवा के लिए नौकरी करती है तब एक नर्स के अंदर दया भाव एवं करुणा की भावना होनी चाहिए । नर्स का सबसे बड़ा कर्तव्य मरीज की देखभाल सही तरह से करना है । एक नर्स को हमेशा मरीज की सहायता करने के लिए तत्पर रहना चाहिए । नर्स को अपने मरीज की देखभाल एक बच्चा समझ कर करना चाहिए ।  जिस प्रकार से एक मां अपने बच्चे को प्यार करती है , अपने बच्चे की देखभाल करती है उसी तरह से एक नर्स को भी मरीज की देखभाल अपने बच्चे की तरह करना चाहिए ।

पूरी दुनिया में नर्स की महत्वता को देखते हुए पूरी दुनिया में नर्स दिवस मनाया जाता है । जब कोई दुर्घटना होती है तब दुर्घटना में कई व्यक्ति घायल हो जाते हैं और उन व्यक्तियों को अस्पताल में भर्ती कराया जाता है । जब घायल व्यक्ति को अस्पताल में भर्ती कराया जाता है तब नर्स ही उस मरीज की देखभाल अच्छी तरह से करती है । एक नर्स का जीवन कठिनाइयों से भरा हुआ होता है क्योंकि नर्स को हर परिस्थिति के हिसाब से चलना होता है ।

एक अच्छी नर्स वही होती है जो अपने आप को परिस्थितियों के हिसाब से ढाल ले । पूरी दुनिया में नर्स अस्पतालों में अपने मरीजों की देखभाल अच्छी तरह से करती हैं । नर्स दो तरह की होती हैं । एक नर्स साधारण नर्स होती है जो मरीजों की देखभाल करने के लिए नियुक्त की जाती हैं । दूसरी नर्स वह होती है जो ऑपरेशन के समय डॉक्टरों की सहायता करती हैं । पहली जो नर्स होती है वह मरीजों की देखभाल करती है । वह नर्स अपने दायित्व को ठीक तरह से निभाती है क्योंकि मरीजों की देखरेख करना कोई आसान काम  नहीं है ।

जब नर्स मरीजों की देखभाल करती है तब मरीज की आवश्यकतानुसार खाना , दवाइयां एक नर्स के द्वारा दी जाती है । जिसका सेवन कर के मरीज जल्द से जल्द ठीक हो जाता है । यदि हम नर्स की उत्पत्ति के बारे में बात करें तो नर्स की उत्पत्ति का श्रेय महान महिला फ्लोरेंस नाइटेंगल को जाता है । जिसने नर्स की उत्पत्ति की है । फ्लोरेंस नाइटेंगल ने अपना पूरा जीवन मरीजों की देखभाल करने में गुजार दीया था । फ्लोरेंस नाइटेंगल के अथक प्रयासों के बाद पूरी दुनिया में नर्स की उत्पत्ति हुई थी ।

फ्लोरेंस नाइटेंगल के इस नेक काम को पूरी दुनिया कभी भी नहीं भूल सकती है । फ्लोरेंस नाइटेंगल के द्वारा नर्स के अंदर क्या-क्या काबिलियत होनी चाहिए इसके बारे में बताया गया है । फ्लोरेंस नाइटेंगल ने जब मरीजों की देखभाल करना प्रारंभ किया था तब उनके द्वारा कई मरीजों की देखभाल की गई थी ।  फ्लोरेंस नाइटेंगल जब किसी मरीज की देखभाल करती थी तब उनका पूरा ध्यान उस मरीज के ऊपर ही रहता था । मरीज को कब खाना खिलाना है और कब दवाई खिलाना है इस बात का पूरा ख्याल रखती थी ।

जो मरीज फ्लोरेंस नाइटेंगल की देखरेख में अपना इलाज करवाता है वह मरीज बहुत ही जल्द ठीक हो जाता है क्योंकि फ्लोरेंस नाइटेंगल उस मरीज की देखभाल बहुत अच्छी तरह से करती थी । जो भी मरीज फ्लोरेंस नाइटेंगल की सेवाओं का लाभ ले चुका है फ्लोरेंस नाइटेंगल से बहुत प्रेम करने लगता है  क्योंकि वह निस्वार्थ भाव से मरीजों की मदद किया करती थी । जब फ्लोरेंस नाइटेंगल ने पहली बार मरीज की देखभाल की तब उनको अंदर से बहुत खुशी मिली थी ।

इसके बाद फ्लोरेंस नाइटेंगल ने अपना जीवन मरीजों की देखभाल करने में लगा दिया था । इसीलिए आज पूरी दुनिया फ्लोरेंस नाइटेंगल को याद करती है और उन्हीं के जन्म दिवस यानी 12 मई 1965 को पूरी दुनिया में अंतरराष्ट्रीय नर्स दिवस मनाया जाता है । पूरी दुनिया के देशों के द्वारा उनके द्वारा किए गए काम को करने के लिए फ्लोरेंस नाइटेंगल को सम्मान देने के लिए नर्स दिवस मनाने की घोषणा की गई थी । पूरी दुनिया यह जानती है कि  नर्स ही एक मरीज की सही ढंग से देखभाल कर सकती है ।

किसी मरीज को बड़ी से बड़ी , छोटी से छोटी बीमारी हो पर नर्स उस मरीज की देखभाल करने में किसी भी तरह की कोई भी कमी नहीं रखती है । इसी कारण से पूरी दुनिया में नर्स की महत्वता को बढ़ावा दिया गया है । एक नर्स सफेद ड्रेस पहन कर 8 से 10 घंटे तक मरीजों की सेवा करती रहती है । जब भी मरीज को किसी भी तरह की समस्या उत्पन्न होती है तब वह मरीज नर्स को बुलाता है और नर्स उस मरीज की समस्या का समाधान करती है । नर्स देखरेख करने के साथ-साथ मरीज का मनोरंजन करके उसके जीवन में खुशी ला सकती है ।

नर्स एक अच्छी मां बन कर मरीज की सेवा कर सकती है । मरीज जब अपनी बीमारी से लड़ रहा होता है तब उस समय मरीज का साथ लड़ाई में नर्स देती है और मरीज अपनी बीमारी से लड़ कर बाहर आ जाता है । इसीलिए मरीज के लिए नर्स की बहुत आवश्यकता होती है ।

मरीज और नर्स के बीच का संबंध – मरीज और नर्स का बहुत ही गहरा संबंध होता है । जिस तरह से भगवान और मनुष्य का संबंध होता है उसी तरह से एक नर्स और मरीज के बीच का संबंध होता है । भगवान अपने बच्चों को कभी भी परेशान होते हुए नहीं देख पाते हैं उसी तरह से एक नर्स अपने मरीज की तकलीफों को नहीं देख पाती है ।इसीलिए नर्स मरीज की देखरेख करती है जिससे कि मरीज अपनी बीमारी से लड़ सकें । जब मरीज के पास अपने जीवन के कुछ पल ही बचे होते हैं तब एक नर्स मां बनकर मरीज की देखभाल करती है ।

जिस तरह से एक मां अपने बच्चे से प्रेम करती है उसी तरह से नर्स अपने मरीज से प्रेम करती है । एक नर्स को अपने मरीज की देखभाल करने के लिए समय-समय पर अपने आप में बदलाव लाना पड़ता है । कभी-कभी नर्स को मरीज की देखभाल करने के लिए कठोर बनना पड़ता है तो कभी-कभी अपने स्वभाव को खुशनुमा बनाना पड़ता है । एक नर्स का जीवन कठिनाइयों से भरा होता है क्योंकि वह जब सुबह अस्पताल में नर्स के रूप में मरीज की सेवा करने के लिए जाती है तब वह अपना पूरा ध्यान मरीज की देखभाल में लगाती है ।

नर्स यह जानती है कि मरीज के ऊपर से यदि ध्यान हटा तो मरीज को काफी समस्या का सामना करना पड़ सकता है । इसीलिए मरीज और नर्स के बीच का संबंध बहुत ही मजबूत होता है । यदि एक मरीज को सही नर्स नहीं मिलती तो  अपनी बीमारी से पूरी ताकत के साथ नहीं लड़ पाता ।

पूरी दुनिया में नोवल नर्सिंग सेवा की शुरुआत के बारे में – पूरी दुनिया में नोवल नर्सिंग सेवा की शुरुआत करने वाली महान महिला नर्स फ्लोरेंस नाइटेंगल थी । जिन्होंने रोगी के जीवन को कठिनाइयों से बाहर निकालने के लिए कई महिलाओं को नर्स की ट्रेनिंग देकर मरीज के जीवन को धन्य बनाया हैं । जब मरीज अपनी बीमारियों से लड़ता है तब नर्स ही उस मरीज की देखभाल सही तरह से करती है । महान महिला फ्लोरेंस नाइटेंगल के अथक प्रयासों के बाद ही नर्स की उत्पत्ति हुई थी । नर्स बनने के बाद महिला के अंदर दया भाव , करुणा की भावना जागृत हो जाती है और वह मरीज की देखभाल सही ढंग से करती है ।

नर्स के अंदर दया भाव करुणा  की भावना रोगी और मनुष्य के संबंध को दर्शाती है । नर्स की ट्रेनिंग लेने के लिए जो भी महिला जाती है वह ट्रेनिंग के दौरान मरीज को किस तरह से संभालना है यह सीखती है । जब वह ट्रेनिंग लेकर अस्पताल में मरीज की सेवा करती है तब उसे पता चलता है कि मरीज की सेवा करना उसका पहला कर्तव्य है ।फ्लोरेंस नाइटेंगल ने इसी उद्देश्य से नोबेल नर्सिंग सेवा की शुरुआत की थी और उनके इस अच्छे काम की सराहना पूरी दुनिया करती है ।

महान महिला फ्लोरेंस नाइटेंगल ने अपना पूरा जीवन मरीजों की देखभाल करने में व्यतीत कर दिया था क्योंकि फ्लोरेंस नाइटेंगल को मरीजों की देखभाल करने में मजा आता था । फ्लोरेंस नाइटेंगल जब किसी मरीज की देखभाल करती थी तब उनका पूरा ध्यान सिर्फ मरीज पर ही केंद्रित रहता था । फ्लोरेंस नाइटेंगल ने यह सोचा कि मेरे मर जाने के बाद नर्स की महत्वता को किस तरह से पूरी दुनिया में फैलाया जाए उसी उद्देश्य से फ्लोरेंस नाइटेंगल में नोबेल नर्सिंग सेवा की शुरुआत की थी ।

अंतरराष्ट्रीय नर्स दिवस के बारे में About International Nurses Day- पूरी दुनिया में अंतरराष्ट्रीय नर्स दिवस 12 मई 1965 से मनाना प्रारंभ हुआ था और प्रति वर्ष सभी देश मिलकर 12 मई को अंतरराष्ट्रीय नर्स दिवस मनाते हैं । 12 मई को महान महिला एवं नर्स की उत्पत्ति करने वाली महिला फ्लोरेंस नाइटेंगल का जन्म हुआ था । फ्लोरेंस नाइटेंगल के जन्म के शुभ अवसर पर पूरी दुनिया में नर्स दिवस मनाया जाता है । नर्स दिवस मनाने का सबसे पहले विचार अमेरिका के जाने-माने स्वास्थ्य शिक्षक कल्याण विभाग के सबसे अच्छे अधिकारी डोरोथी सदरलैंड को आया था ।

उन्होंने ही फ्लोरेंस नाइटेंगल के जन्म दिवस पर अंतरराष्ट्रीय नर्स दिवस मनाने का फैसला किया था । डोरोथी सदरलैंड  ने इस प्रस्ताव को पास कराने के लिए अमेरिका के राष्ट्रपति के पास भेजा था । अमेरिका के राष्ट्रपति डी डी आइजनहावर ने डोरोथी सदरलैंड के इस प्रस्ताव को स्वीकार कर लिया था और अमेरिका में पहली बार नर्स दिवस 1953 को मनाया गया था । 1953 के बाद पूरी दुनिया में 12 मई 1965 को नर्स दिवस मनाने की शुरुआत हुई थी । तभी से अभी तक 12 मई को सभी देशों में नर्स दिवस बड़े ही धूमधाम से मनाया जाता है ।

नर्स दिवस के शुभ अवसर पर कार्यक्रम  किए जाते हैं और उस कार्यक्रम में  सभी नर्सों को सम्मानित किया जाता है । अंतरराष्ट्रीय नर्स दिवस के शुभ अवसर पर कार्यक्रम में नर्स की महत्वता के बारे में बताया जाता है क्योंकि मरीज के लिए नर्स की बहुत ही आवश्यकता होती है ।

भारत में राष्ट्रीय फ्लोरेंस नाइटेंगल पुरस्कार देने की शुरुआत – भारत देश में महान महिला फ्लोरेंस नाइटेंगल को सम्मान देने के लिए एवं नर्स को सम्मान देने के लिए भारत देश में राष्ट्रीय फ्लोरेंस नाइटेंगल पुरस्कार देने की शुरुआत की गई थी । जो भी नर्स मरीज की अच्छे से देखभाल करती है और अपना जीवन मरीज की देखभाल में लगा देती है उसको भारत की सरकार के द्वारा राष्ट्रीय फ्लोरेंस नाइटेंगल पुरस्कार दिया जाता है और यह पुरस्कार भारत सरकार एवं परिवार कल्याण मंत्रालय के द्वारा दिया जाता है । यह पुरस्कार नर्स को सम्मान देने के लिए राष्ट्रपति के द्वारा दिया जाता है ।

इस पुरस्कार में ₹50000 की नगद राशि केंद्र सरकार की ओर से दी जाती है । नर्स दिवस के शुभ अवसर पर कई सांस्कृतिक कार्यक्रम भी किए जाते हैं जिसमें नर्स की महत्वता के बारे में बताया जाता है ।

एक नर्स के रूप में महिला का जीवन – एक नर्स के रूप में महिला जब मरीज की देखभाल करती है तब वह कई कठिनाइयों से जूझती है क्योंकि एक नर्स को मरीज के हिसाब से अपने आपको डालना पड़ता है । सभी सरकारी अस्पतालों में काम करने वाली नर्स को छठे वेतन आयुक्त सिफारिशों के आधार पर भारतीय सरकार के द्वारा वेतन दिया जाता है और जो भी सरकारी सुविधाएं एक कर्मचारी को दी जाती है वह सभी सुविधाएं नर्स को दी जाती हैं ।

भारत सरकार का निरंतर प्रयास रहता है कि ज्यादा से ज्यादा महिलाओं को ट्रेनिंग देकर नर्स की राज गद्दी पर बैठाया जाए क्योंकि मरीज को नर्स की बहुत ही आवश्यकता होती है । कई महिलाएं नर्सिंग का डिप्लोमा करके , पोस्ट ग्रेजुएशन करके नर्स बनकर अस्पतालों में अपना योगदान देती हैं । एक नर्स होने के गुण महिला में अवश्य होना चाहिए । मरीजों की देखभाल ठीक तरह से नर्स को करना चाहिए । यदि नर्स मरीज की अपने बच्चे की तरह देखभाल करें तो मरीज बहुत जल्द ही ठीक हो जाता है ।

भारत में नर्सिंग कॉलेज खोलने का प्रयास – भारत सरकार अधिक प्रयास कर रही है कि भारत देश में ज्यादा से ज्यादा नर्सिंग कॉलेज जाएं । जिन नर्सिंग कॉलेजों में पढ़ाई करके , नर्सिंग की ट्रेनिंग लेकर ज्यादा से ज्यादा नर्स बने क्योंकि नर्स और मरीज के अनुपात में बहुत गेप आ रहा है । मरीजों की संख्या बहुत ज्यादा है और नर्सों की संख्या बहुत कम है । इसी अनुपात को कम करने के लिए भारत सरकार ने राज्यों की सरकार से नर्सिंग कॉलेज खोलने का आग्रह किया है ।

केंद्र की सरकार राज्य की सरकार के माध्यम से देश के सभी राज्यों में नर्सिंग कॉलेज खोलने का प्रयास कर रही है क्योंकि सरकार भी यह जानती है की देश में नर्स का होना कितना जरूरी है । जब बड़ी दुर्घटना घटती है तब उस दुर्घटना में काफी लोग घायल हो जाते हैं । जब उन घायलों को अस्पताल में इलाज कराने के लिए लाया जाता है तब नर्स उस मरीज की देखभाल करती है । जब डॉक्टर मरीज का इलाज करता है तब उस डॉक्टर की मदद करने के लिए नर्स मौजूद रहती है ।

जब डॉक्टर मरीज का चेकअप करके ट्रीटमेंट लिखकर नर्स को दे देता है तब नर्स मरीज की देखभाल करती है । डॉक्टर के बताए गए टाइम के अनुसार मरीज को इंजेक्शन एवं दवाई खिलाती है । डॉक्टर तो कुछ ही समय के लिए मरीज के पास आता है लेकिन नर्स मरीज की देखभाल सुबह से लेकर शाम तक करती है । जब मरीज को किसी तरह की कोई तकलीफ होती है तब नर्स ही मरीज के पास आकर उसकी समस्या का समाधान करती है ।

पूरी दुनिया में नर्स की अहम भूमिका के बारे में – पूरी दुनिया में नर्स की भूमिका सबसे ज्यादा महत्वपूर्ण होती है क्योंकि हमारे परिवार में जब कोई बीमार पड़ जाता है तब उसको अस्पताल में भर्ती कराया जाता है । जब मरीज को अस्पताल में भर्ती कराया जाता है तब उस बीमार व्यक्ति की देखरेख नर्स के द्वारा की जाती है । नर्स  एक कुशल एवं सबसे अच्छी नर्स बनने के लिए त्याग की भावना अपने अंदर रखती है । जब कोई महिला नर्स बनने के लिए ट्रेनिंग लेती है तब वह पूरी मेहनत और लगन के साथ ट्रेनिंग लेती है ।

ट्रेनिंग लेने के बाद नर्स के अंदर काफी तजुर्बा आ जाता है । नर्स की भूमिका तब पता चलती है जब कोई रोगी बहुत बीमार रहता है और वह कुछ ही पलों का मेहमान रहता है तब नर्स उस रोगी की देखभाल मां बनकर करती है । नर्स के अंदर एक मरीज के दर्द को समझने की काबिलियत होती है । जब नर्स मरीज की देखभाल करती है तब वह अपना स्वभाव दोस्ताना जैसा रखती है । नर्स के अंदर सहनशक्ति कूट-कूट कर भरी होती है । नर्स मरीज के हिसाब से अपने आप को परिवर्तित करने की क्षमता रखती है ।

ट्रेनिंग के दौरान नर्स को मरीज के प्रति दया भाव की भावना रखने के लिए कहा जाता है । इसीलिए नर्स के अंदर मरीज के प्रति मदद करने का जज्बा होता है । नर्स की भूमिका बहुत आवश्यक होती है । नर्स का सम्मान पूरी दुनिया में किया जाता है । नर्स के सम्मान के लिए ही अंतरराष्ट्रीय नर्स दिवस मनाने की घोषणा की गई है । पूरे विश्व में नर्स दिवस बड़ी धूमधाम से मनाया जाता है ।

नर्स की जिम्मेदारी मरीज की सेवा के बारे में – मरीज की सही तरह से सेवा करना नर्स की सबसे बड़ी जिम्मेदारी होती है । जब कोई महिला नर्स बनने का प्रण लेती है तब वह अपने आप को रोगी की देखरेख करने के लिए समर्पित कर देती है । एक बार पत्रकारों के माध्यम से दुनिया की सबसे बेहतरीन और अच्छी नर्सों से बातचीत  की गई थी । जो नर्स रजिस्टर्ड नर्सों में से  थी । पत्रकारों के माध्यम से जब  उन सभी नर्सों से  पूछा गया था कि एक नर्स की जिम्मेदारी निभाते समय आपके लिए कौन सी वह बात सबसे जायदा महत्वपूर्ण होती है ।

तब सभी नर्सों से इस प्रश्न का जवाब पूछा गया था । जब नर्सों से यह सवाल पूछा गया था तब 98 प्रतिशत नर्सों का एक ही जवाब आया था  कि एक नर्स को मरीजों की बढ़िया से बढ़िया सेवा करना चाहिए । जब यह जवाब 98% नर्सों ने दिया तब बहुत अच्छा लगा था । इसी तरह की सोच ट्रेनिंग के दौरान सभी नर्स को सिखाई जाती है । इसी प्रकार से जब एक जानी-मानी नर्स टेरी बेदरसन से एक पत्रकार ने कई सवाल जवाब किए थे तब उस नर्स ने भी यही कहा था की एक नर्स का सबसे बड़ा दायित्व मरीज की सेवा करना होता है ।

इस नर्स ने तकरीबन 47 साल तक मरीजों की सेवा की है । यह नर्स इंग्लैंड के मैनचेस्टर शहर के एक अस्पताल में काम करती है । यह दुनिया की बेहतरीन नर्सों में से एक है । इसी तरह से पत्रकारों के माध्यम से कारमेन किलमार्टिन नर्स का भी इंटरव्यू लिया गया था और उन्होंने भी ऐसा ही कहा था कि नर्स को कभी भी मरीज की देखभाल करने में लापरवाही नहीं बरतनी चाहिए क्योंकि मरीज की देखरेख सही ढंग से करना ही नर्स का सबसे बड़ा काम होता है । जिस तरह से मां अपने बच्चे की देखभाल करती है उसी तरह से नर्स को भी मरीज की देखभाल करना चाहिए ।

इस नर्स को तकरीबन 12 साल नर्स की नौकरी करते हो गए हैं और यह नर्स पूरी श्रद्धा के साथ मरीजों की देखरेख करती है । इसीलिए नर्स की सबसे बड़ी और महत्वपूर्ण जिम्मेदारी मरीज की देखरेख करना , मरीज की सेवा करना होती है । ट्रेनिंग के दौरान नर्स को प्रैक्टिकल कराया जाता है कि एक नर्स को मरीज की देखरेख किस प्रकार से करनी चाहिए । ट्रेनिंग के दौरान नर्स को प्राइवेट हॉस्पिटल में प्रैक्टिस के लिए भेजा जाता है । जब नर्स प्रैक्टिस करती है तब वह अपने आप को मरीज की देखभाल करने में समर्पित कर देती है ।

एक नर्स को मरीज के प्रति अपनी सभी जिम्मेदारियां महान महिला फ्लोरेंस नाइटेंगल की तरह निभानी चाहिए । जिस तरह से फ्लोरेंस नाइटेंगल में अपना पूरा जीवन मरीजों की देखभाल करने में बिता दिया था उसी तरह से सभी नर्स की सोच यही होना चाहिए की नर्स का सबसे बड़ा महत्वपूर्ण कार्य मरीज की सही ढंग से देखभाल करना है । जो नर्स मरीज की सही देखभाल करती है और वह अपने तजुर्बे से मरीज को ठीक होने में अपना योगदान देती है उस नर्स को भारत सरकार के द्वारा , राष्ट्रपति के हाथों से पुरस्कार दिया जाता है ।

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