मेरा पालतू कुत्ता निबंध Essay on my pet dog in hindi

Essay on my pet dog in hindi

दोस्तों कैसे हैं आप सभी, आज हम आपके लिए लाए हैं एक पालतू कुत्ते पर लिखा यह निबंध, आप इसे जरूर पढ़ें और अपनी स्कूल, कॉलेज की परीक्षाओं की अच्छी तैयारी करें चलिए पढ़ते हैं इस निबंध को

आजकल के इस आधुनिक युग में कई लोग तरह-तरह के जानवर पालना पसंद करते हैं, कई पशु काफी उपयोगी भी होते हैं वह घर की देखरेख करते हैं और हमारे साथ मित्रता पूर्ण व्यवहार बनाते हैं।

Essay on my pet dog in hindi
Essay on my pet dog in hindi

ऐसा ही एक जानवर कुत्ता है। कुत्ता पालतू पशु होता है इसकी 4 तांगे, दो आंखें, 2 कान होते हैं यह काफी सतर्क होता है। इसकी सूंघने की क्षमता काफी अधिक होती है अक्सर पुलिस वाले भी चोर लुटेरे को पकड़ने के लिए कुत्तों का इस्तेमाल करते हैं, ऐसा ही एक पालतू कुत्ता हमारा भी है। वह भूरे रंग का है दिखने में वह काफी सुंदर लगता है। आज से 3 साल पहले जब मैं वह कुत्ता अपने घर पर लाया था तो घर के सभी सदस्य काफी खुश हुए थे। हमने इससे पहले कोई सा भी पालतू जानवर नहीं पाला था मैं जब उस पालतू कुत्ते को घर पर लाया तो मेरा छोटा भाई काफी खुश हुआ। यह पालतू कुत्ता अभी 4 महीने का ही था उसकी हम देखरेख किया करते थे, उसे हम जंजीर से बांध कर रखते थे, उसने कुछ ही दिनों में हमसे दोस्ती पूर्ण व्यवहार सा बना लिया था।

वह हमें पहचानने लगा था क्योंकि हम उसे समय-समय पर खाना देते, वह हमारे घर पर बंधा रहता था। धीरे धीरे वह बड़ा होने लगा वह छोटा था तब भी किसी से भी नहीं डरता था। वह बड़ा होकर और भी होशियार एवं सचेत हो गया हम रात के समय दरवाजे के पास उसे बांध कर रखते थे जिससे कि कोई भी अनजान व्यक्ति हमारे घर में अंदर प्रवेश करने की कोशिश करें तो हमारा पालतू कुत्ता हमें सूचित कर दें। रात या दोपहर में जो भी अनजान व्यक्ति आते थे वह उनपर भोकने लगता था।

उसके भोंकने पर हम समझ जाते थे कि कोई आया है और हम अपने दरवाजे के पास चले जाते थे। कुत्ता इतना समझदार था कि जो हमारे आस पड़ोस में रहते थे उनको पहचानने लगा था यदि वह घर पर आए तो वह उन पर भोकता नहीं था बल्कि कुछ अजीब सी हरकतें करता था। वह काफी समझदार था, वह आस-पड़ोस के जान पहचान वाले लोगों को यानी उन लोगों को जो हमारे घर पर अक्सर आते रहते थे उन पर बिल्कुल भी नहीं भोकता था लेकिन जैसे ही उसे कोई अजनबी व्यक्ति दिखे तो वह भूकने लगता था।

मेरे उस पालतू कुत्ते को आस पड़ोस वाले भी काफी प्यार करते थे वह कुत्ता मेरे साथ सुबह सुबह सैर पर जाता था, हरी धूप में घूमता दौड़ता पड़ता था मेरा पालतू कुत्ता बहुत ही अच्छा था। हम सभी जब बाजार जाते थे तो वह भी हमारे साथ जाने की कोशिश करता था लेकिन हम उसे घर पर ही छोड़ देते थे वह घर पर काफी उछल कूंद करता था। हम जब भी फ्री रहते थे तो हमारे उस पालतू कुत्ते के साथ खेलते थे वह भी काफी मैत्रीपूर्ण व्यवहार हमसे करता था। मेरे छोटे भाई बहनों को भी उसके साथ खेलना काफी अच्छा लगता था वह खेल खेल में हमारे पीछे पड़ जाता था और हम आगे दौड़ते थे तो कभी हम हमारे उस कुत्ते के पीछे पड़ते थे और वह दौड़ता था वह तरह तरह की शरारतें भी करता था कभी-कभी मेरा पालतू कुत्ता मेरे पास आकर मेरी गोद में सिर रखकर सो जाता था। कभी-कभी हम गेंद भी खेलते थे।

मैं उसके सामने गेंद रख देता था तो वह अपने पैरों एवं सिर से गेंद को धक्के मार कर इधर-उधर करता था। मैं भी उसके साथ गेम खेलने में काफी रुचि दिखाता था वास्तव में कुत्ता एक पालतू पशु है यह मनुष्य के साथ बहुत ही अच्छा व्यवहार रखता है, बहुत से लोग आजकल कुत्ता पालना पसंद करते हैं।

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