मेला पर एक निबंध Mere gaon ka mela essay in hindi

Mere gaon ka mela essay in hindi

हेलो दोस्तों कैसे हैं आप सभी,दोस्तों आज का हमारा ये आर्टिकल Mere gaon ka mela essay in hindi आप सभी का मनोरंजन करेगा.स्कूल-कॉलेजो में कोई भी स्टूडेंट निबंध लिखने के लिए हमारे द्वारा लिखित इस निबंध Mere gaon ka mela essay in hindi से जानकारी ले सकता है. मेला हर किसी को बहुत पसंद होता है मुझे भी मेला बहुत पसंद है.

हमारे यहां हनुमान जयंती के दिन टेकरी सरकार में हर साल मेला होता है.मैं अपने पूरे परिवार के साथ उस मेले को देखने के लिए जाता हूं इस बार भी जब मुझे पता लगा कि हनुमान जयंती के दिन मेला भरा हुआ है तो मैंने अपने परिवार के लोगों से अपने साथ चलने का आग्रह किया, वह सभी मेरे साथ चलने के लिए तैयार हो गए

Mere gaon ka mela essay in hindi
Mere gaon ka mela essay in hindi

मैं बेहद खुश था क्योंकि मेले में बहुत कुछ देखने को मिलता है.मैंने अपने एक दोस्त से भी अपने साथ चलने के लिए कहा वह भी तैयार हो गया अब हम मेले के लिए निकलने वाले थे तभी मैंने अपने दोस्त को फोन किया और वह भी एक जगह पर मिल गया और हम सभी एक साथ मेला देखने के लिए निकल पड़े.

जब हम टेकरी सरकार के उस मेले में पहुंचे तो हमने देखा कि वहां पर बहुत भीड़ पड़ी है इतनी ज्यादा भीड़ कि ऐसा लग रहा था कि पैर रखना भी मुश्किल होगा.हम देख रहे थे कि हर कोई आगे निकलने के लिए एक दूसरे में धक्के दे रहा था और वहां पर बहुत ज्यादा शोर शराबा हो रहा था हमने उन सभी की तरह मेले में अंदर जाने का सोचा और आगे जाने लगे.

हम जब मेले में पहुंचे तो सबसे पहले मेरे पिताजी के कहने पर हम टेकरी सरकार के मंदिर पर गए वहां से आने के बाद हमने मिलकर मेला देखा मैंने देखा कि उस मेले में चारों और तरह-तरह की दुकाने लगी हुई है लोग बेहद खुश हैं वहां पर खाने पीने की दुकानें ,खिलौने की दुकानें, पुस्तकों की दुकानें,चारों और सुसज्जित हो रही थी.

Related-मेरे बचपन के दिन पर निबंध      पुस्तक मेला पर निबंध

मैं और मेरा परिवार बेहद खुश था मैंने देखा कि मेले में ऊपर जाने वाला झूला, मौत का कुआं जादू का खेल बताने के लिए लोग वहां पर उपस्थित थे मैंने भी अपने परिवार के सदस्यों और अपने दोस्त के साथ झूले में झूलना चाहा.

हम जब झूले में बैठे और ऊपर की तरफ गए तो मुझे बेहद खुशी हुई ,झूला झूलने के बाद मुझे ऐसा लगा कि एक बार और झूला झूलना चाहिए उसके बाद हमने मौत का कुआं देखा जिसमें कुएं की दीवार पर चलती मोटरसाइकिल और जीप ने हमारा मनोरंजन किया हम उसे देख कर बहुत ही आश्चर्यचकित थे

इसके बाद हम जैसे ही वहां से बाहर निकल रहे थे तब हमने जादू के खेल के लिए बाहर पोस्टर लगे हुए देखे. मैंने अपने दोस्त से उस जादू का खेल देखने के लिए चलने को कहा.हम दोनों जादू का खेल देखने अंदर चले गए.जादूगर के द्वारा बताए गए तरह तरह के खेल हमको बहुत भाये.

हमको ऐसा लगा कि ऐ कैसे हो सकता है.हमने वहां पर देखा की एक लड़की पर कुछ रोशनी पड़ती है और वह नागिन का रुप ले लेती है इस तरह से उसने नागिन कमल का फूल जैसे रूप बदले.

हम यह सब देखकर बेहद आश्चर्यचकित थे हमने इस जादू के खेल में तरह-तरह के आश्चर्यचकित जादू देखें जो कुछ हाथ की सफाई थी और कुछ ऐसा लग रहा था कि सचमुच जादू थे हम यह सब देख कर वहां से बाहर निकल गए उसके बाद मैंने और मेरे परिवार ने हमारे परिवार के बच्चों को कुछ खिलौने लिए जिसमें हाथी घोड़ा कार मोटरसाइकिल कैसे खिलौने थे

इसके बाद अब हमने खाना खाने का सोचा वहां पर उपस्थित तरह तरह के पकवान हमारे पूरे परिवार ने खाए,वहां पर घूमने में ऐसा लग रहा था कि हम यहीं पर काफी समय तक रुके,कुछ समय तक हम वहां पर भी रुके लेकिन फिर हम वापस अपने घर आ गए लेकिन घर आने के बाद उस मेले के दृश्य हमारी आंखों में बार-बार आ रहे थे. रात में सोने से पहले भी उस मेले के दृश्य आंखों में आ रहे थे फिर थोड़ी देर सोचते हुए मेरी नींद लग गई.

दोस्तों अगर आपको हमारा यह आर्टिकल Mere gaon ka mela essay in hindi पसंद आए तो इसे शेयर जरूर करें और हमारा फेसबुक पेज लाइक करना ना भूलें और हमें कमेंट्स के जरिए बताएं कि आपको हमारा ये आर्टिकल कैसा लगा.

One Comment

Add a Comment

Your email address will not be published. Required fields are marked *