मेरा प्यारा घर पर निबंध Mera pyara ghar essay in hindi

Mera ghar essay in hindi

mera ghar nibandh in hindi-दोस्तों कैसे हैं आप सभी, दोस्तों आज हम आपके लिए लाए हैं मेरा प्यारा घर पर लिखित हमारे द्वारा ये निबंध आप इस निबंध से जानकारी लेकर इस विषय पर निबंध लिख सकते हैं और अपने स्कूल कॉलेज की परीक्षाओं की अच्छी तैयारी कर सकते हैं तो चलिए पढ़ते हैं आज के इस आर्टिकल को।

Mera pyara ghar essay in hindi
Mera pyara ghar essay in hindi

हम सभी एक स्थान पर रहते हैं जिसे हम घर कहते हैं मेरा प्यारा घर मेरे लिए बहुत ही महत्वपूर्ण है मैं अपने घर को एक मंदिर की तरह समझता हूं मेरे घर में हम सभी परिवार वाले मिल जुल कर रहते हैं मेरे घर में दादा दादी, माता पिता, मेरे भाई बहन, चाचा चाची सभी एकजुट होकर रहते हैं उनमें परस्पर प्रेम व्यवहार है वे एक दूसरे की इज्जत करते हैं।

मेरे घर में मेरे दादाजी सबसे बड़े हैं मेरे घर में अगर कोई भी नया कार्य करना होता है तो सबसे पहले मेरे दादाजी से बात पूछी जाती हैं उनकी सलाह ली जाती हैं मेरे दादाजी की बात घर का हर एक सदस्य मानता है मेरे दादाजी ने मेरे घर को एकजुट करके रखा है। मेरे पापा, चाचा मे बिल्कुल भी किसी बात को लेकर मतभेद नहीं होता वह प्रेम पूर्वक रहते हैं मेरा घर मेरे लिए एक मंदिर की तरह है जिसके भगवान हैं मेरे दादाजी जिनको हम सभी भगवान की तरह ही समझते हैं।

मेरे घर के मुख्य द्वार पर एक दरवाजा है इससे होते हुए जाने पर अंदर होल बना हुआ है पास में ही एक गेस्ट हाउस है इस गेस्ट हाउस में मेहमान आ कर रहते हैं जब भी हमारे घर में मेहमान आते हैं तो हम मेहमानों के साथ बहुत ही अच्छा व्यवहार करते हैं उनका स्वागत करते हैं. हम जानते हैं कि मेहमान भगवान के समान होता है। गेस्ट हाउस के अलावा मेरे प्यारे घर में कुल 10 कमरे हैं कुछ कमरों में मेरे दो भाई रहते हैं एक कमरे में मेरे मम्मी पापा और दूसरे कमरे में चाचा चाची तीसरे कमरे में दादा दादी रहते हैं.

घर के पास में ही एक किचन है जिसमें खाना बनाया जाता है मेरी मम्मी और चाची मिलकर खाना बनाते हैं वह एक दूसरे से बहुत ही प्रेम पूर्वक व्यवहार करते हैं। वह बहनों की तरह एक साथ मिलजुलकर रहते हैं मेरे घर में एक भगवान का घर भी है जिसे हम मंदिर कहते हैं हम सभी सुबह शाम भगवान के उस मंदिर में आरती करते हैं पूरा परिवार उस आरती में शामिल होता है मेरे दादा दादी सुबह सुबह जल्दी मंदिर जाते हैं शाम को भी जब उन्हें वक्त मिलता है तो वह मंदिर में ही अपना समय गुजारते हैं।

मेरा घर एक शहर में स्थित है जिसमें कई कॉलोनियां हैं इन कॉलोनियों में ही मेरा घर है मेरे घर में एक बगीचा भी हैं हम सभी को सुबह शाम उस बगीचे में घूमना, खेलना, कूदना बहुत ही पसंद है मेरे दादाजी बच्चों को खेलने कूदने के लिए भी काफी प्रोत्साहन करते हैं उनका कहना है कि खेलने कूदने से शरीर और मन दोनों स्वस्थ रहते हैं। हमारे घर में एक कच्चा घर भी बना हुआ है जिस में हम दो गाय पाले हुए हैं यह गाय सुबह शाम दूध देती हैं वह दूध हम बच्चे मिलकर पीते हैं गाय का दूध बहुत ही स्वादिष्ट लगता है दोनों गांयो के एक एक बछड़े भी हैं वह बहुत ही प्यारे लगते हैं.

सुबह शाम उनकी चिल्लाने की आवाज से घर में खुशियां झलक जाती हैं। वास्तव में मेरा प्यारा घर मेरे लिए सबसे बढ़कर है मैं अपने घर को एक मंदिर की तरह समझता हूं हम घर में स्वच्छता बनाए रखते हैं कभी भी घर में कूड़ा कचरा इधर-उधर नहीं फेंकते हमारे घर की छत पर भी कई तरह के फूलों के गमले में पेड़ पौधे फूल लगाए हुए हैं जिनसे छत का वातावरण बहुत ही अच्छा लगता है सुबह शाम जब भी मुझे मौका मिलता है मैं अपने छत पर घूमना पसंद करता हूं वहां पर अच्छी-अच्छी ठंडी ठंडी हवा चलती है।

मेरे लिए मेरा घर बहुत ही प्यारा इसलिए है क्योंकि मेरे घर में हम बहुत ही सुख शांति से रहते हैं आजकल हम देखें तो भाइयों में कई तरह के लड़ाई झगड़े होते रहते हैं लेकिन मेरे घर में कभी भी मैंने मेरे पिता और चाचा के बीच में झगड़ा होते हुए नहीं देखा है वास्तव में यह सब मेरे दादा जी के अच्छे संस्कार ही हैं मुझे यह देखकर बहुत ही अच्छा लगता है कि हमारे घर में घर के सभी सदस्य एक दूसरे से प्रेम पूर्वक व्यवहार करते हैं हमारे घर में जो भी कचरा एकत्रित होता है उसे इधर-उधर नहीं फेंकते बल्कि कचरे दान में ही रखते हैं और जब सुबह कचरा लेने वाला आता है तो घर के कचरे को उसकी गाड़ी में फेंक देते हैं।

घर के बाहर भी बहुत ही स्वच्छता का वातावरण है घर के बाहर जो नालिया बनी हुई हैं जिनसे नहाने धोने का पानी बहार जाता है। मैं हमेशा अपने प्यारे से घर में रहना चाहता हूं जब भी कोई मुझसे कहता है कुछ दिनों के लिए बाहर घूमने का तो मुझे कुछ अच्छा नहीं लगता क्योंकि मैं हमेशा अपने घर में रहना, सोना, खाना खाना पसंद करता हूं यदि मैं कभी अपने घर से दूर कहीं 1 दिन के लिए चला जाता हूं तो मुझे ठीक से नींद भी नहीं आती क्योंकि मेरा घर मेरे लिए सब कुछ है मेरे प्यारा घर को मैं हमेशा अपनी आंखों के सामने देखना चाहता हूं मेरा प्यारा घर मेरे लिए एक मंदिर की तरह है।

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