लॉकडाउन के दौरान ई-लर्निंग का मूल्यांकन पर निबंध Lockdown ke dauran e-learning ka mulyankan in hindi essay

Lockdown ke dauran e-learning ka mulyankan in hindi essay

Lockdown ke dauran e-learning ka mulyankan – दोस्तों आज हम आपको इस आर्टिकल के माध्यम से लॉक डाउन के दौरान ई लर्निंग का मूल्यांकन पर लिखें निबंध के बारे में बताने जा रहे हैं तो चलिए हम आगे बढ़ते हैं और इस आर्टिकल के माध्यम से लॉक डाउन के दौरान ई लर्निंग का मूल्यांकन के बारे में विस्तृत जानकारी प्राप्त करते हैं ।

Lockdown ke dauran e-learning ka mulyankan in hindi essay
Lockdown ke dauran e-learning ka mulyankan in hindi essay

लॉक डाउन के दौरान ई लर्निंग के मूल्यांकन के बारे में – लॉक डाउन के दौरान देश के सभी स्कूल कॉलेज बंद कर दिए गए हैं जिसके कारण विद्यार्थियों का काफी नुकसान हुआ है । इसके बाद विद्यार्थियों को घर पर रहकर उचित शिक्षा प्राप्त हो इसके लिए सरकार के द्वारा काफी कदम उठाए गए थे । लॉक डाउन के दौरान एचआरडी मंत्रालय ई लर्निंग प्लेटफॉर्म पर तकरीबन 5 गुना वृद्धि हुई है । कहने का तात्पर्य है कि लॉक डाउन के दौरान ऑनलाइन प्लेटफॉर्म पर विद्यार्थियों की संख्या काफी बड़ी है ।

इसके साथ साथ लॉक डाउन हो जाने के बाद राष्ट्रीय ऑनलाइन शिक्षा मंच swayam को विद्यार्थियों के द्वारा काफी पसंद किया गया है । विद्यार्थियों के द्वारा इसका कई बार उपयोग किया गया है जिससे यह अनुमान लगाया जा सकता है कि लॉक डाउन के दौरान ई लर्निंग प्लेटफॉर्म की काफी वृद्धि हुई है । इसी लर्निंग प्लेटफॉर्म पर 574 पाठ्यक्रमों मे पहले से ही नामांकित थे परंतु जब लॉक डाउन हुआ तब ई लर्निंग प्लेटफॉर्म पर पाठ्यक्रमों की संख्या में काफी इजाफा हुआ है । 60,000 से भी अधिक लोग प्रतिदिन डीटीएच टीवी चैनल पर वीडियो देख कर ई लर्निंग का लाभ प्राप्त कर रहे हैं ।

भारत देश की शिक्षा संस्थानों के द्वारा गूगल क्लासरूम , गूगल , हैंगआउट जैसे प्लेटफार्म का सहारा लिया जा रहा है । भारत देश की सरकार के द्वारा भी सभी राज्यों को यह दिशा निर्देश दिए हैं कि ऑनलाइन कक्षाओं के विभिन्न तरीके प्रारंभ किए जाएं जिससे कि सभी पाठ्यक्रमों की पढ़ाई विद्यार्थी कर सकें । देश की शिक्षा संस्थानों ने जूम , स्काइप जैसे तरीकों का भी सहारा लेना प्रारंभ कर दिया है । जिसका उद्देश्य विद्यार्थियों की रुकी हुई शिक्षा को आगे बढ़ाना है । लॉक डाउन के दौरान ई लर्निंग के मूल्यांकन में भी काफी इजाफा हुआ है । ई लर्निंग एजुकेशन प्राप्त करने के लिए विद्यार्थी आगे आए हुए हैं ।

जिन विद्यार्थियों के द्वारा ई लर्निंग एजुकेशन प्राप्त करने के लिए मूल्यांकन किया गया है वह विद्यार्थी सभी पाठ्यक्रमों को पढ़कर ज्ञान प्राप्त कर रहे हैं । ई लर्निंग के माध्यम से शिक्षा प्राप्त करने के लिए काफी विद्यार्थियों के द्वारा मूल्यांकन किया गया है । लॉक डाउन के दौरान जब गूगल के माध्यम से अधिक विद्यार्थी एजुकेशन प्राप्त करने लगे तब उन विद्यार्थियों को कई समस्याओं का सामना भी करना पड़ा है क्योंकि कई यूजर्स एक साथ गूगल का उपयोग करते हैं तो उनको बफरिंग की समस्या का सामना करना पड़ा है ।

जब तक लॉक डाउन पूरी तरह से नहीं खुल जाता तब तक स्कूलों को खोलने की परमिशन नहीं दी जा सकती है । जब तक स्कूल नहीं खुलते तब तक विद्यार्थी को ई लर्निंग के माध्यम से एजुकेशन प्राप्त करना होगा । आज लॉक डाउन के कारण विद्यार्थी की शिक्षा का जो नुकसान हुआ है उस नुकसान की पूर्ति में ई लर्निंग का एक महत्वपूर्ण योगदान है क्योंकि ई लर्निंग के माध्यम से विद्यार्थी घर पर रहकर इच्छा अनुसार विषय की शिक्षा प्राप्त कर सकता है । लॉक डाउन के दौरान ई लर्निंग के मूल्यांकन में वृद्धि को देखते हुए कई कदम सरकार के द्वारा उठाए जा रहे हैं ।

राष्ट्रीय ऑनलाइन शिक्षा मंच के द्वारा भी कई कदम उठाए जा रहे हैं जिससे कि विद्यार्थी घर में रहकर शिक्षा प्राप्त कर सकें । इंटरनेट के माध्यम से कई वेबसाइट पर ई लर्निंग एजुकेशन की सुविधा उपलब्ध है जिन वेबसाइटों के माध्यम से कई विद्यार्थी एजुकेशन प्राप्त कर रहे हैं । दिन प्रतिदिन लॉक डाउन के दौरान ई लर्निंग के मूल्यांकन की संख्या निरंतर बढ़ती जा रही है ।

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