लॉकडाउन के बाद का जीवन पर निबंध lockdown ke bad ka jivan par essay in hindi
lockdown ke bad ka jivan par essay in hindi
दोस्तों नमस्कार, आज हम आपके लिए लाए हैं लॉकडाउन के बाद का जीवन पर निबंध आप इसे जरूर पढ़ें और इस विषय पर निबंध लिखने की अच्छी तैयारी करें तो चलिए पढ़ते हैं आज के हमारे इस निबंध को
कोरोनावायरस ने आज पूरे भारत देश को लॉक डाउन कर दिया है। कोरोनावायरस के शुरुआती कुछ दिनों तक लॉक डाउन काफी सख्त रहा, हर क्षेत्र में लोगों को घर से निकलने की इजाजत नहीं दी गई। केवल जरूरी सामग्री खरीदने के लिए ही घर से निकलने की इजाजत दी गई। इसके बाद कई क्षेत्र रेड जोन, यलो जोन, ग्रीन जोन मैं बांट दिए गए। इन क्षेत्रों में अलग-अलग छूट दी गई। लोगों को कोरोनावायरस से बचने के लिए लॉक डाउन मैं लंबे समय तक रहना पड़ेगा। लॉक डाउन की वजह से देश की अर्थव्यवस्था में भी बदलाव देखने को मिलेगा।
आज भारत देश ही नहीं बल्कि दुनिया के बड़े बड़े देश कोरोनावायरस को खत्म करने के लिए वैक्सीन बनाने की तैयारी कर रहे हैं और जरूर ही आने वाले कुछ महीनों में वैक्सीन हम सभी के सामने होगी जिसके बाद कोरोनावायरस एक तरह से समाप्त जरूर हो जाएगा लेकिन इस कोरोनावायरस और लॉकडाउन के बाद लोग कई बदलाव महसूस करेंगे, लॉक डाउन में रहने की वजह से लोग स्वच्छता बनाए रखना सीख जाएंगे एवं और भी कई बदलाव हम सभी को देखने को मिलेंगे। लॉक डाउन जब खत्म होगा तो उसके बाद का जीवन हो सकता है कुछ अलग ही हो क्योंकि हम सभी लॉकडाउन की वजह से बहुत कुछ सीखेंगे।
हम सभी सीखेंगे कि एक छोटे से वायरस ने पूरी दुनिया में कैसे तबाही मचा के रख दी इसीलिए हम सभी को स्वच्छ रहने की जरूरत है, अपने चारों ओर के वातावरण को हमको स्वच्छ बनाए रखना चाहिए तभी हम आने वाले समय में पूरी तरह से सुरक्षित रह सकते हैं। लॉक डाउन के पहले बहुत ही कम लोग खाना खाने से पहले अपने हाथ साबुन या हैंडवाश से धोते थे लेकिन अब लॉक डाउन के बाद जरूर ही बहुत सारे लोग खाना खाने से पहले जरूर ही हाथ धोना सीख जाएंगे और जरूर ही सभी लोग अपने हाथ समय-समय पर थोड़ी से हाथ खराब होने के बाद जरूर धोने की आदत डालेंगे।
कोरोनावायरस यदि थोड़े से लंबे समय के लिए चला तो जरूर ही लोग ऑनलाइन काम करने की आदत डाल लेंगे क्योंकि कोरोनावायरस के समय में बहुत सारे लोग ऐसे हैं जो घर बैठे ऑनलाइन के द्वारा अपना काम करने की आदत डाल रहे हैं। कुछ समय तक यदि वह इस तरह से कार्य करते गए तो हो सकता है उन्हें आदत हमेशा ही लग जाए और बहुत से लोग ऑनलाइन के माध्यम से ही कार्य करने लगे। इस लोक डाउन के बाद जीवन में और भी कई बदलाव आएंगे।
ऐसे वैज्ञानिक जो कि अपने आप को सबसे आगे बताते हुए आए हैं और विज्ञान की तारीफ़ हमेशा करते हुए आए हैं वह अपनी कमियों को दूर करना भी शुरू कर देंगे जिन कमियों की वजह से वह कोरोनावायरस को जल्द से जल्द खत्म नहीं कर पाए थे। देश ही नहीं बल्कि विदेशों की सरकार भी अपनी स्वास्थ्य सेवाओं को विकसित करने के बारे में सोचेगी और इस और अपने आवश्यक कदम उठाएगी क्योंकि आज कोरोनावायरस के समय में बहुत सारे शक्तिशाली देश भी धराशाई होते हुए दिख रहे हैं।
शक्तिशाली देशों ने भी भले ही विज्ञान के क्षेत्र में कितनी भी तरक्की की हो लेकिन वो सब समझ रहे हैं कि वह कोरोनावायरस के आगे अभी तक कुछ भी खास कदम नहीं उठा पाए हैं। हमारे भारत देश में भी स्वास्थ्य सेवाओं में जरूर ही अच्छा सुधार होगा। हम सभी समझ सकेंगे कि किसी देश की सैन्य शक्ति मजबूत हो तो जरूरी नहीं कि वह देश सुरक्षित हो। हमारे देश में स्वास्थ्य सेवाएं भी अच्छी होनी चाहिए तभी देश सुरक्षित रह सकता है। कोरोनावायरस ने अभी तक जो तबाही मचाई है वास्तव में ऐसी छति तो किसी युद्ध से भी नहीं होती।
लॉकडाउन के बाद लोग अपने आपको सुरक्षित महसूस करेंगे लेकिन इस तरह के वायरस से थोड़ा सा डर होने लगेगा। कोरोनावायरस के समय से पहले लोग गुटका, तंबाकू खाकर या फिर बिना खाए भी व्यर्थ ही इधर-उधर थूकते देखे जाते थे लेकिन जरूर ही कोरोनावायरस और लॉकडाउन की वजह से लोगों में इतनी समझ आएगी कि वह गुटखा, तम्बाकू खाकर या व्यर्थ ही सार्वजनिक स्थान पर इधर-उधर ना थूंके।
लोग पहले की तरह अपने अपने कामकाज में बिजी हो जाएंगे और शायद एक लंबे समय बाद या कुछ सालों बाद वह इस समय को पूरी तरह भूल भी जाएं लेकिन हम सभी को इस कोरोनावायरस और लॉकडाउन से एक सबक लेना चाहिए और स्वच्छता को बढ़ावा देना चाहिए।
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