स्थानीय कलाओं एवं कुटीर उद्योग पर कविता Poem on local arts and cottage industries in hindi
स्थानीय कलाओं एवं कुटीर उद्योग पर कविता
दोस्तों आज हम आपके लिए लाए हैं स्थानीय कलाओं एवं कुटीर उद्योग पर मेरे द्वारा लिखी कविता आप इसे जरूर पढ़ें
स्थानीय कलाओं एवं कुटीर उद्योगों की वजह से देश तेजी से प्रगति कर रहा है। स्थानीय कला एवं कुटीर उद्योग आज के समय में बहुत ही जरूरी भूमिका निभाते हैं क्योंकि आज के समय में जिस तरह से बेरोजगारी बढ़ रही है उनको कुटीर उद्योग दूर करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं एवं स्थानीय कलाओं से लोगों को कई नई नई जानकारियां मिलती हैं। चलिए पढ़ते हैं स्थानीय कला एवं कुटीर उद्योग पर लिखी कविता को
स्थानीय कला और कुटीर उद्योग जरूरी है
ग्रामीण जनों की उन्नति में यह बहुत ही जरूरी हैं।
प्राचीन संस्कृति का ज्ञान हमें हो जाता
कुटीर उद्योग से जीवन गुजर बसर हो जाता।
स्थानीय कलाओ से हमें ज्ञान बहुत हो जाता
जीवन में हमें बहुत सा सुकून मिल जाता।
कुटीर उद्योग देश की प्रगति में सहायक सिद्ध हो जाता
बेरोजगारी को दूर कर जीवन समृद्ध हो जाता।
गांव से शहर तक समस्याएं दूर होती जाती
स्थानीय कला और कुटीर उद्योग से खुशियां ही खुशियां होती।
स्थानीय कला और कुटीर उद्योग जरूरी है
ग्रामीण जनों की उन्नति में यह बहुत ही जरूरी हैं।
दोस्तों मेरे द्वारा लिखी यह कविता स्थानीय कलाओं एवं कुटीर उद्योग पर कविता आपको कैसी लगी हमें जरूर बताएं, इसी तरह की बेहतरीन कविता, निबंध एवं जीवनी को पढ़ने के लिए हमारे आर्टिकल को ज्यादा से ज्यादा शेयर करें जिससे हमें नए आर्टिकल लिखने के प्रति प्रोत्साहन मिल सके।