जयदेव ठाकरे का जीवन परिचय Jaidev thackeray biography in hindi

Jaidev thackeray biography in hindi

Jaidev thackeray – दोस्तों आज हम आपको इस आर्टिकल के माध्यम से जयदेव ठाकरे के जीवन परिचय के बारे में बताने जा रहे हैं । तो चलिए अब हम आगे बढ़ते हैं और इस बेहतरीन , जबरदस्त आर्टिकल को पढ़कर जयदेव ठाकरे के जीवन परिचय के बारे में विस्तृत जानकारी प्राप्त करते हैं ।

Jaidev thackeray biography in hindi
Jaidev thackeray biography in hindi

Image source – https://www.ndtv.com/topic/jaidev-th

जयदेव ठाकरे के जन्म स्थान व् परिवार के बारे में –  जयदेव ठाकरे राजनीति परिवार से ताल्लुक रखते हैं ।जयदेव ठाकरे का जन्म मुंबई में हुआ था । जयदेव ठाकरे का जन्म शिवसेना पार्टी के महानायक बाबा बाल ठाकरे के यहां पर हुआ था । जयदेव ठाकरे की माता जी का नाम  मीना ठाकरे था । जब जयदेव ठाकरे का जन्म बाल ठाकरे और मीना ठाकरे के यहां पर हुआ तब बाल ठाकरे बहुत खुश हुए थे । जयदेव ठाकरे के बड़े भाई का नाम बिंदुमाधव था जो आज इस दुनिया में नहीं है । जयदेव ठाकरे के छोटे भाई का नाम उद्धव ठाकरे है । जो शिवसेना की कमान थामे हुए हैं ।

अपने पिता बाल ठाकरे के बाद उद्धव ठाकरे ने ही शिवसेना पार्टी की भागदौड़ संभाली हुई है । जयदेव ठाकरे  की पहली पत्नी का नाम जय श्री था । जब जयदेव ठाकरे ने अपनी पहली पत्नी से झगड़ा करना प्रारंभ कर दिया था तब जयदेव ठाकरे अपनी पहली पत्नी जयश्री से अलग हो गए थे । इसके बाद जयदेव ठाकरे की मुलाकात स्मिता से हुई तब दोनों की दोस्ती हो गई थी और दोनों ने शादी करने का फैसला कर लिया था और दोनों ने शादी कर ली थी । परंतु यह शादी अधिक समय तक नहीं चल सकी थी ।

जब जयदेव ठाकरे ने स्मिता के साथ समय व्यतीत करना कम कर दिया था तब दोनों एक दूसरे से नफरत करने लगे थे । इसके बाद जयदेव ठाकरे ने स्मिता से दूरियां बना ली थी ।इस बात से बाल ठाकरे परिवार परेशान था क्योंकि स्मिता से इनकी एक बेटी भी थी जिसका नाम माधुरी है । इस विवाद के चलते हुए जयदेव ठाकरे अपने घर को छोड़कर अलग रहने लगे थे ।  जब जयदेव ठाकरे की मुलाकात अनुराधा से हुई तब जयदेव ठाकरे अनुराधा के साथ रहने लगे थे ।

जयदेव ठाकरे के जीवन की पूरी कहानी – जयदेव ठाकरे बाबा बाल ठाकरे के दूसरे बेटे थे । जयदेव ठाकरे बाबा बाल ठाकरे के बेटे होने के बावजूद भी अपने पिता के साथ में अच्छे संबंध कायम करने में असफल रहे हैं । जयदेव ठाकरे के द्वारा कई बार ऐसे बयान मीडिया को दिए गए हैं जिन बयानों के कारण जयदेव ठाकरे सुर्ख़ियों में रहे हैं । जब जयदेव ठाकरे के पिता बाल ठाकरे का निधन  17 नवंबर 2012 को हुआ था तब बाल ठाकरे की जायदाद का बंटवारा किया गया था । जब प्रॉपर्टी का बंटवारा किया गया तब सबसे ज्यादा प्रॉपर्टी उद्धव ठाकरे के नाम पर दर्ज की गई थी और उनके बड़े बेटे जयदेव ठाकरे को कुछ भी नहीं दिया गया था ।

जयदेव ठाकरे का हिस्सा उनकी दूसरी पत्नी स्मिता को दिया गया था । स्मिता और जयदेव ठाकरे की बेटी माधुरी को भी जयदेव ठाकरे के हिस्से में से प्रॉपर्टी दी गई थी । यह देखने के बाद जयदेव ठाकरे संतुष्ट नहीं थे और उनका कहना था कि जब उनके पिता बीमार थे तब उनकी मानसिकता ठीक नहीं थी कि वह प्रॉपर्टी का सही बटवारा कर सकें । इस विवाद के  कारण जयदेव ठाकरे और उद्धव ठाकरे के बीच विवाद बढ़ने लगा था और यह विवाद कोर्ट तक पहुंच गया था ।जयदेव ठाकरे और बाल ठाकरे के बीच विवादों की शुरुआत 1990 के आसपास से होना शुरू हुए थे । जो कम ही नहीं हो रहे थे ।

जब जायदाद को लेकर हाई कोर्ट में सुनवाई हुई तब बाल ठाकरे के बारे में जयदेव ठाकरे ने यह कहा था कि उनके पिता बाल ठाकरे मुझे ही अपना उत्तराधिकारी बनाना चाहते थे ।  परंतु मैं राजनीति करना नहीं चाहता था इसलिए मैंने मना कर दिया था । जिसके बाद उद्धव ठाकरे को उन्होंने राजनीति के क्षेत्र में आगे बढ़ाया था । जयदेव ठाकरे के द्वारा उद्धव ठाकरे पर यह  आरोप लगाए गए थे की परिवार के राशन कार्ड में से उनका नाम हटाने के पीछे उद्धव ठाकरे का ही हाथ था ।मुंबई हाई कोर्ट में जयदेव ठाकरे ने यह भी कहा था कि 1973 के समय में वह अपना ज्यादा से ज्यादा समय अपने पिता बाल ठाकरे के साथ व्यतीत करता था ।

मैं उनकी अधिकतर मीटिंग में जाया करता था । परंतु जैसे ही मेरा मन पॉलिटिक्स से विचलित होता गया मैं अपने पिता से दूर होता गया था । परंतु मेरी पत्नी स्मिता राजनीति को समझने लगी थी इसलिए वह राजनीतिक क्षेत्र में रुचि लेने लगी थी । इस तरह से जयदेव ठाकरे अपने पारिवारिक विवादों में घिरे रहे हैं ।

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