फ़िज़ूल खर्ची पर कहानी “inspirational story on fazool kharchi in hindi”
दोस्तों कैसे है आप सभी,आज बहुत सारे ऐसे लोग होते है जिन्हें रुपयों की कोई कीमत पता नहीं होती है,वोह ऐसे ही रुपयों को बर्बाद करते रहते है,आज हम आपको एक ऐसी ही fazool kharchi पर story सुनाने वाले है,जो आपको 1 रूपये की भी कीमत बताएगी,तोह चलिए पढते है इस जबरदस्त fazool kharchi पर आधारित इस kahani को,जो आपको बहुत कुछ सिखाएगी.
दोस्तों कुछ time पहले एक लड़का fazool kharche करता था,वोह कही सिनेमा देखने में रूपये खर्च करता,साथ में फिजूल कामो में अपने पापा के रुपयों को उडाता था तोह एक दिन उसके पापा उससे कहने लगे की बेटा तू मेरे रूपये ऐसे ही खर्च कर देता है तू रुपयों की कीमत को समझ,में कितनी मेहनत से रूपये कमाता हु और तू उन रुपयों को खर्च कर देता है.
वोह लड़का बोला की पापा आप तोह ऐसे ही लगे हो,आप पैसे मेरे लिए तोह कमा रहे हो,अब मैंने थोड़े बहुत पैसे ऐसे ही खर्च कर दिए तोह क्या फ़र्ग पड़ता है,तोह ये सुनकर उसके पापा कहने लगे की तू चुप हो जा और मेरी बात सुन तू आजसे मुझे रोजाना १ रुपया कमाकर दिया करेगा.
उस लड़के ने कहा की पापा १ रूपये कमाना तोह बहुत ही सरल है,में पक्का आपको रोज १ रुपया दिया करूँगा.
अब उस लड़के ने पहले दिन तोह अपनी मम्मी से १ रुपया पापा को देने के लिए ले लिया,शाम को उसने १ रुपया पापा को दे दिया,पापा ने रूपये लेकर उसे आग में डाल दिया तोह उस लड़के ने पापा से कहा की आपने वोह रुपया आग में क्यों डाला तोह पापा बोले की तुझे क्या मतलब,तू तोह बस मुझे रोज १ रुपया कमाकर देगा.तोह वोह लड़का अपने पापा की बात से सहमत हुआ.
अगले दिन उस लड़के ने अपने किसी रिश्तेदार से १ रुपया ले लिया और शाम को अपने पापा को दे दिया,उसके पिता ने उस १ रूपये को फिर से आग में डाल दिया,इस बार वोह लड़का कुछ भी नहीं बोला.
अगले दिन उसने फिर अपने किसी दोस्त या पडोसी से १ रुपया अपने पिता को देने के लिए ले लिया,और पिता ने फिर उसे आग में डाल दिया.
एक दिन ऐसा आया की उसको १ रुपया कोई भी नहीं दे रहा था,क्योकि वोह सभी समझ चुके थे की रूपये मांगने का सिलसिला इसका रोज का है,वोह लड़का परेशान होने लगा की अब में शाम को अपने पिता को १ रुपया कैसे दूंगा.
ऐसा सोचते सोचते ही उसके सामने से एक गाड़ी निकल कर गयी,उस गाडी को १ मजदूर पूरी ताक़त से खीच रहा था,वोह लड़का उस मजदूर के पास गया और बोला की भाईसाब में आपकी गाडी खीचु,इसके बदले में आप मुझे सिर्फ १ रुपया डे देना.
बेचारा मजदूर हार चूका था,उसने सोचा चलो,ये गाड़ी खीच देगा,तब तक में आराम कर लूँगा.तोह वोह लड़का उसकी गाडी खीचने लगा और १ रुपया लेकर उसने पिता को डे दिया,पिता ने जैसे ही रूपये को आग में डालने के लिए हाथ आगे बढाया,तोह लड़के ने अपने पिता को रोक दिया और कहा की पापा मेने ये १ रुपया बड़ी मेहनत से कमाया है,आप प्लीज इसे आग में मत डालो.
पिता ने उसे अपने सीने से लगा लिया और कहा की बेटा में सिर्फ तुझे यही एहसास दिलवाना चाहता था,आज तू समझ चूका है की आखिर १ रुपया कैसे कमाया जाता है.
लड़का बोला की पिता जी आप सही कहते हो,रुपयों को ऐसे ही व्यर्थ बर्वाद करना बेकार है क्योकि रूपये कमाने के लिए मेहनत लगती होती है.
दोस्तों इसलिए हम सबको भी समझना चाहिए की रूपये fazool kharchi करना बेकार है,हमको समझना होगा की पैसे कैसे कमाए जाते है,और हमें रुपयों को बिलकुल भी fazool में kharch नहीं करना चाहिए.क्योकि fazool fazool kharchi से कुछ फायदा नहीं होगा,हमें हमारे रूपये किसी अच्छे काम में लगाना चाहिए,व्यर्थ में अपने माँ बाप के पैसो की व्यर्थ में fazool kharchi नहीं करनी चाहिए.
दोस्तों अगर आपको हमारी ये inspirational story on fazool kharchi in hindi पसंद आई हो तोह इसे शेयर जरुर करे और हमारे फेसबुक पेज को like करना ना भूले,और हमें बताये की fazool kharchi पर आधारित कहानी आपको कैसी लगी