योग का इतिहास एवं जानकारी information about history of yoga in hindi
information about history of yoga in hindi
दोस्तों आज हम आपके लिए लाए हैं , योग पर इतिहास एवं जानकारी । चलिए अब हम पढ़ेंगे योग का इतिहास एवं जानकारी को ।
पुराने समय में बड़े बड़े साधु ,संत भी योगा किया करते थे । पुराने समय में अपने मन को एक जगह पर एकत्रित करने के लिए योग का उपयोग किया जाता था । योग के द्वारा हमारे शरीर को शक्ति प्रदान होती है । योग से हम हमारे शरीर को तंदुरुस्त बना सकते हैं । पुराने समय से ही हमारे देश में योगा किया जाता रहा है । राजा महाराजाओं के जमाने से लेकर 21 वी सदी तक योग को महत्वपूर्ण बताया गया है । योग से हम हमारे शरीर को तंदुरुस्त रख सकते हैं । हमारे शरीर में कई प्रकार के अंग होते हैं उन अंगों को स्वस्थ रखने के लिए हमें योगा करना चाहिए । योगा से मनुष्य को एक शक्ति प्रदान होती है । योगा हमारे शरीर को स्वस्थ रखता है ,हमारी एकाग्रता बनाए रखता है ।

योगा से हमारे जीवन में खुशियां आती हैं । योगा से हमारी आत्मा प्रसन्न होती है और हमारे जीवन में शांति, आनंद प्राप्त होता है । योगा के द्वारा हमारे विचारों में बदलाव आता है ,हम अच्छे विचार मन में लाते हैं और सफलता की ओर बढ़ते हैं , हमारे व्यवहार में भी परिवर्तन आता है । योगा करने से हम कभी भी किसी दूसरे व्यक्ति पर गुस्सा नहीं करते हैं, योगा के माध्यम से हम हमारे क्रोध को शांत कर सकते हैं । योगा के द्वारा ही हमें हर क्षेत्र में निर्णय लेने की शक्ति प्राप्त होती है । योगा के बिना हमारा जीवन बीमारियों से घिरा रहता है । योगा से ही हमारे शरीर की पाचन क्रिया निरंतर चलती है । योगा करने से ही हमारे शरीर के अंदर का भोजन अच्छी तरह से पच पता है । योगा करने से हमारे शरीर का रक्त निरंतर चलता रहता है । योगा के द्वारा ही हम सभी को ज्ञान प्राप्त करने में आसानी होती है । योगा के माध्यम से ही हमारा दिमाग लक्ष्य की ओर केंद्रित होता है । योगा से हमारा शरीर स्वस्थ एवं तंदरुस्त रहता है । योगा करने से हमारे शरीर में किसी तरह की कोई बीमारी उत्पन्न नहीं होती है ।
योग से परिचय introduction of yoga in hindi
योगा करने से हमें कई प्रकार के फायदे होते हैं । योगा करने से हमें अच्छी नींद आती है । योगा करने से हमारा शरीर स्वस्थ एवं तंदरुस्त रहता है । योगा करने से हमारे शरीर के अंदर किसी तरह की कोई बीमारी नहीं बनती है । योगा करने से हमारे शरीर के अंदर ऑक्सीजन की कमी पूरी होती है । योगा करने से हमारे शरीर की सभी नशे साफ रहती हैं । हमारे शरीर के अंदर का रक्त साफ रहता है । सुबह सुबह योगा करने से हमारा पूरा दिन अच्छे से गुजरता है । सुबह जब हम योगा करते हैं तब हमें बहुत ही आनंद आता है । सुबह के समय सभी लोग योगा करने के लिए पार्क में जाते हैं और वहां पर सभी एक साथ मिलकर योगा करते हैं । बड़े-बड़े शहरों में योग करने के लिए स्कूल भी होते हैं वहां पर सभी योगा करने के लिए जाते हैं । योगा करवाने के लिए टीचर भी होते हैं जो सभी को योगा करना सिखाते हैं । जब हम प्रतिदिन योगा करते हैं तो हमारा शरीर स्वस्थ एवं तंदरुस्त रहता है । योगा करने से हमारा मस्तिष्क शांत रहता है, हमें शांति प्राप्त होती है । योगा से हमें कई तरह के लाभ होते हैं । योगा के बिना मनुष्य बीमारियों में घिर जाता है । आज बाजारों में जो भी खाने-पीने का सामान आता है वह ज्यादातर केमिकल से बना हुआ होता है जिसके कारण हमारे शरीर को कई बीमारियां लग जाती है उन बीमारियों से बचने के लिए सभी योग करने लगे हैं ।
योग के प्रकार yoga ke prakar in hindi
योगा के कई प्रकार होते हैं जैसे कि शवासन, नटराजासन, पवनमुक्तासन, हलासन, विष्णुआसन, मत्स्यासन, सेतुबंधासन, विपरीत शलभासन, भुजंगासन, धनुरासन, कोणासन, कटिचक्रासन, अर्ध चक्रासन ,हस्त पादासन, वीरभद्रासन, त्रिकोणासन, वृक्षासन , गरुड़ासन, पश्चिम नमस्कार आसन, कुर्सी आसन, वरिष्ठासन, मकर अधो मुख स्वासन, तितली आसन, एक पाद राज कपोटासन, कमल आसन, मार्जरी आसन, शिशु आसन, उष्ट्रासन आदि इन सभी प्रकार के योगासन करके हम हमारे शरीर को तंदुरुस्त बना सकते हैं ।
योग का इतिहास history of yoga in hindi
इतिहास में सभी लोग योगा किया करते थे और अपने शरीर को स्वस्थ एवं तंदरुस्त बनाकर रखा करते थे । पुराने समय में कोणासन करने के लिए सभी खुले मैदान में जाया करते थे और वहां पर योगा किया करते थे । कोणासन करने के लिए सीधे खड़े रहकर दोनों हाथों को कूल्हे पर रखकर सांस ऊपर नीचे ली जाती है इसके बाद अपने दाएं हाथ को ऊपर उठाया जाता है और सांस ली जाती है ,छोड़ी जाती है । इसके बाद बाएं हाथ को ऊपर उठाया जाता है । इस तरह से आसन करने से रीड की हड्डी ,पैर की हड्डी मजबूत होती है । कोणासन करने से पीठ का दर्द खत्म होता है। कोणासन करने से कब्ज की समस्या से भी निजात मिलती है । जो व्यक्ति साइटिका से पीड़ित है वह कोणासन करके इस समस्या से छुटकारा पा सकता है । पुराने समय में जो साधु ,संत हुआ करते थे वह सुबह के समय सूर्य नमस्कार किया करते थे । सूर्य नमस्कार करने से हमारे शरीर को शक्ति प्रदान होती है ।
योग के नियम yoga rules and regulations in hindi
योगा करने से पहले हमें कुछ नियमों को फॉलो करना पड़ता है । योगा करने के लिए हमें लोवर एवं टी-शर्ट पहनना चाहिए । योगा करते समय हमें किसी तरह के नशे का सेवन नहीं करना चाहिए । योगा हमें सदैव सूर्योदय के समय या सूर्यास्त के समय ही करना चाहिए । जब हम प्रतिदिन योगा करते हैं तब हमें एक निश्चित समय का चुनाव करना चाहिए । योग हम हर समय नहीं कर सकते हैं । योग सुबह जब सूर्योदय का समय होता है वह समय सबसे शुभ माना जाता है ।
जब हम योगा करना प्रारंभ करते हैं तब हमें आसपास यह देख लेना चाहिए कि वहां पर किसी तरह की कोई गंदगी तो नहीं फैली हुई है । यदि गंदगी फैली हुई है तो हमें उसको साफ करना चाहिए । आस-पास में किसी तरह का शोर शराबा नहीं होना चाहिए । योगासन करने के लिए हमें एक अच्छे गुरु को बुलाना चाहिए । योगाचार्य जी की देखरेख में हम आसन करेंगे तो हमें बहुत ही लाभ मिलेगा । यदि कोई महिला गर्भवती है तो वह योगा ना करें। गर्भवती महिला प्रारंभ के तीन महीने में योगासन कर सकती हैं । यदि गर्भवती महिला योगासन करती हैं तब सबसे पहले उसे डॉक्टर की सलाह ले लेनी चाहिए ।
कभी भी हमें योगासन करने के लिए शरीर के साथ जबरदस्ती नहीं करना चाहिए जितनी हमारी शरीर में उर्जा है उसके हिसाब से योगा करना चाहिए । हमें रेगुलर योगा करना चाहिए । बीच में कभी भी योगासन करने में गैप नहीं देना चाहिए । योगा करने के लिए हमें अच्छे मैदान का चुनाव करना चाहिए । यदि आप किसी तरह का योगासन कर रहे हो उस योगासन करने से आपके शरीर को किसी तरह की हानि पहुंच रही है तो आप योग विशेषज्ञ से बातचीत करें ,उनसे सलाह लें । जब हम प्रतिदिन योगा करते हैं तब योगा करने के बाद 30 मिनट तक हमें भोजन नहीं करना चाहिए । योगा करते समय हमें यह ख्याल रखना चाहिए कि हम किसी से बातचीत ना करें और हमारे ध्यान को एक जगह पर लगाएं । योगा करने के बाद हमें सांस को जोर से अंदर लेना चाहिए और उसी स्पीड से बाहर छोड़ना चाहिए । जब हम कई प्रकार के आसन करते हैं तब हमें एक आसन करने के बाद दूसरा आसन करने से पहले बीच में गैप रखना चाहिए। इन सावधानियों के साथ हम योगा करते हैं तो हमारे शरीर को कई तरह का लाभ मिलता है और हम स्वस्थ एवं तंदरुस्त रहते हैं ।
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