धैर्य का महत्व पर कहानी importance of patience in everyday life hindi story

importance of patience in everyday life

importance of patience in everyday life-हेलो फ्रेंड आज हम आपको एक बहुत ही प्रेरणादायक कहानी सुनाने वाले हैं,जिसे पढकर आपको जिन्दगी में किसी भी मुशीबत से बहार निकलने में मदद मिलेगी,ये कहानी importance of patience in everyday life पर आधारित है.इस real life story के जरिये आप यकिन कर सकेंगे की importance of patience in everyday life क्यों बहुत जरुरी है
importance of patience in everyday life hindi story 

काफी समय पहले की बात है एक स्कूल में 2 छात्र राम और श्याम पढ़ाई करते थे राम पढ़ाई करने में बहुत ही होशियार था और श्याम बिगड़ा हुआ था,श्याम राम से दोस्ती करना चाहता था और समय के साथ राम और श्याम में अच्छी बातचीत होने लगी और जब राम की मां को ये बात पता लगी तो राम की मां ने राम से श्याम से बात करने को मना किया.

राम ने अपनी मां की बात मानी और वह जब भी कभी स्कूल जाता श्याम से बात नहीं करता श्याम उससे बोलने की कोशिश करता लेकिन राम उससे दूर दूर भागता,एक बार स्कूल की छुट्टी हुई तो राम अपने घर की ओर जा रहा था इतने में श्याम ने राम को आवाज दी इस पर राम रुका और दोनों साथ-साथ अपने घर की ओर चलने लगे रास्ते में जाते जाते उन दोनों में बातें भी हुई.

इतने में ही श्याम को कहीं किसी और जगह जाना था तो श्याम ने राम से कहा कि मुझे इस तरफ जाना है आज तुम भी मेरे साथ में इस तरफ चलो तो राम-श्याम की बात से सहमत होता है,राम और श्याम दोनों दूसरी तरफ जाने लगते हैं रास्ते में ही राम को कुछ लोग पकड़ लेते हैं और उसे उठाकर ले जाते हैं और उसे कहीं पर छुपा कर रखते थे और राम बेहोश हो जाता है.

जब राम की आंखें खुलती हैं तो वह पाता है कि एक बहुत बड़ा घर है उसमें वह बंद है उसके हाथ पैर बंधे हुए हैं और इतना ही वह सोच रहा था इतने में ही कुछ लोग उसके पास आते हैं और हंसने लगते हैं और उससे कहते हैं कि अब तो हम तुझे तब छोड़ेंगे जब तेरे मां-बाप हमको 500000 रुपए देंगे राम बहुत घबरा जाता है वह सोचता है की मेरे मां बाप तो गरीब है वोह इतने रूपये कैसे देंगे,वोह लोग उससे जबरदस्ती एक पत्र लिखवाने की कोशिश करते हैं लेकिन राम उस पत्र को लिखने के लिए मना कर देता है तो वो उसको को मारते हैं और कुछ दिन तक खाना भी नहीं देते हैं.

अब ऐसे ही दिन गुजरते जाते हैं लगभग 2 से 3 दिन हो जाते हैं और वो लोग राम को सही से खाना खाने के लिए भी नहीं देते हैं तो राम को बहुत दुख होता है उसको अपने मां बाप की याद आती है सोचता है कि कैसे मैं अपने मां-बाप के पास जाऊं तो वह क्या करता है कि जिन लोगों ने उसको पकड़ कर रखा था उनसे वह अच्छे से बातचीत करने लगता है और उस घर में उपस्थित कुत्ते से भी वह दोस्ती कर लेता है उनकी साथ भी वह अच्छा व्यवहार रखता है.

एक दिन उन लोगों में से उपस्थित एक व्यक्ति ने उस राम से कहा कि अगर तूने यहां से भागने की कोशिश की तो ये कुत्ते तुझे मार डालेंगे तो राम को थोड़ा डर लगता है लेकिन वह ध्यान रखता है और उन कुत्तों से अच्छे से दोस्ती कर लेता है,समय निकलता जाता है एक दिन जब वह सभी लोग कहीं चले गए थे तो वोह वहां से निकलता है और अलमारी में रखी चाबी से दरवाजा खोलकर भागने की कोशिश करता है और वह कुत्तों के सर पर हाथ फेरता है और उनको एक जंजीर से बांधकर वहां से भाग जाता है और रोड पर आ जाता है.

वहां पर वोह एक बस में सवार हो जाता है और बस वाले से कहता है कि मुझे पुलिस स्टेशन तक छोड़ दीजिए क्योंकि मुझे कुछ गुंडों ने पकड़ लिया था बड़ी मुश्किल से मैं वहा से भाग कर आया हु तो वह लोग उसे पुलिस स्टेशन पर छोड़ देते हैं पुलिस वाले उसकी बात को सुनते हैं और उसकी कही हुई बात के अनुसार वह उस इलाके की ओर चल देते हैं.

वह देखते हैं कि जहां पर राम बंद था वहां पर कोई भी नहीं है तो पुलिस वाले वहा पर एक जगह छुप जाते हैं उस समय वह लोग आते हैं और पुलिस वाले उन लोगों को गिरफ्तार कर लेते हैं और जब उन लोगों से गवाही ली आती है तो पता चलता है कि वोह बच्चों को जबरदस्ती पकड़कर उनसे भीख मंगवाते थे आगे जब पुलिस ने जांच की तो पता चला कि राम का दोस्त श्याम जो उस समय राम के साथ जा रहा था,उस श्याम के पिता ही बच्चों से भीख मंगवाते थे,अगर राम इस तरह की परिस्थिति में धेर्य से काम नहीं लेता तो वह अपने आप को मुसीबत में डाल सकता था,उसने धेर्य से काम लिया और आसानी से अपने आपको एक बहुत बड़ी मुशिवत से निकाल लिया.

दोस्तों अगर हम भी किसी मुशिवत में फंसे तोह यकीं कीजिये धेर्य रखकर आप भी उस मुशिवत से बहार निकल सकते है,अगर आपको hamara ये आर्टिकल importance of patience in everyday life पसंद आया हो तोह इसे शेयर करना ना भूले.

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