बेटी और पिता पर कविता hindi poems daughter and father
hindi poems daughter and father
दोस्तों कैसे हैं आप सभी, आज हम आपके लिए लाए हैं पिता और बेटी पर हमारे द्वारा लिखी कविता. दोस्तों पिता और बेटी का रिश्ता सबसे बढ़कर रिश्ता होता है एक बेटी के लिए अपने पिता सबसे महत्वपूर्ण होते हैं वहीं एक पिता के लिए अपनी बेटी सबसे बड़ी खुशी होती है तो चलिए पढ़ते हैं पिता और बेटी पर हमारे द्वारा लिखी इस कविता को
कितनी खुशी देता है यह रिश्ता
पिता और बेटी का यह प्यारा सा रिश्ता
थोड़ी सी जिद होती, थोड़ी मासूमियत होती
नन्ही सी बेटी अपने पापा की लाडली होती
पिता कहीं चले जाते तो मुरझा सी जाती बेटी
अपने पिता को देखकर खिलखिला जाती बेटी
हर गम को वह पल भर में भूल जाती
पिता की उंगली पकड़कर वो उछलती कूंद्ती जाती
दूर जाने का एहसास बेटी को रुला देता
पिता की आंखों में भी गम छलका देता
बाप बेटी का रिश्ता सबसे न्यारा होता
ये रिश्ता सबसे प्यारा होता
शादी के बाद भी बेटी अपना फर्ज निभाती है
मां बाप के लिए बेटी दुख सहन कर जाती है
यह रिश्ता तो बस ऐसा ही होता
यह रिश्ता सबसे न्यारा होता
कुछ बोझ समझते हैं बेटी को
वह अनजान होते हैं
इंसान नहीं वह शैतान होते हैं
बेटी वरदान होती है
इस देश दुनिया में सबसे अलग होती है
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