स्कूल पर हास्य कविता Hindi hasya kavita on school
Hindi hasya kavita on school
दोस्तों कैसे हैं आप सभी,दोस्तों हम सभी को शिक्षा ग्रहण करने के लिए स्कूल जाना पड़ता है स्कूल वास्तव में विद्या का मंदिर होता है जहां पर विद्यार्थी विद्या ग्रहण करके अपने जीवन में संघर्ष करके सफलता प्राप्त करता है जिस बच्चे ने स्कूल में सही तरह से पढ़ाई की होती है वह वास्तव में सफल होता है आज हमने स्कूल के ऊपर एक हास्य कविता लिखी है इसे आप जरूर पढ़ें चलिए पढ़ते है हमारी इस कविता को
स्कूल के दिनों की बात ही कुछ निराली है
बच्चो के डर में भी खुशहाली ही खुशहाली है
चिड़ियों की तरह चहकता स्कूल का आंगन है
स्कूल की क्लास में डर का दामन है
स्कूल के बच्चे एक जैसे ही दिखते हैं
सेम रंग की ड्रेस में बेहतरीन जमते है
स्कूल के दिनों की बात ही कुछ निराली है
बच्चो के डर में भी खुशहाली ही खुशहाली है
छुप-छुपकर बच्चे कॉमिक्स पढ़ते हैं
कहीं स्कूल को ही अपना घर समझते है
स्कूल के दिनों की बात ही कुछ निराली है
बच्चो के डर में भी खुशहाली ही खुशहाली है
आजकल गिनती नहीं कितने स्कूल होते हैं
हर गली में देखो स्कूल ही स्कूल होते हैं
स्कूल के दिनों की बात ही कुछ निराली है
बच्चो के डर में भी खुशहाली ही खुशहाली है
स्कूल बच्चों का लेकिन फिर भी घर नहीं
पढ़ते तो हैं लेकिन सोने की व्यवस्था नहीं
स्कूल के दिनों की बात ही कुछ निराली है
बच्चो के डर में भी खुशहाली ही खुशहाली है
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