अगर मैं तितली होती Hindi essay on agar main titli hoti

Hindi essay on agar main titli hoti

दोस्तों हमारे द्वारा लिखा गया यह आर्टिकल एक काल्पनिक आर्टिकल है इस आर्टिकल में हम जानेंगे कि अगर मैं तितली होती तो क्या होता

अगर मैं तितली होती तो कितना अच्छा होता मैं आसमान में खूब विचरण करती और मेरे रंगीन पंख हर किसी को भाते, मुझे कपड़ों की जरूरत नहीं पड़ती.मनुष्य को देखें तो वह रंगीन कपड़े पहनता है लेकिन मुझे कपड़े पहनने की जरूरत ही नहीं पड़ती क्योंकि मुझे प्रकृति ने पहले से ही सुंदरता प्रदान की है मैं तितली होती तो एक पेड़ से दूसरे पेड़ पर आती जाती और हर किसी के चेहरे पर मुस्कान लाने का कार्य करती. मैं हमेशा खुश रहती मैं दूसरों की मदद करती और पेड़ पौधों पर बैठना मुझे पसंद आता.

Hindi essay on agar main titli hoti
Hindi essay on agar main titli hoti

फूलों पर बैठना मुझे पसंद आता मैं मनुष्य के आसपास विचरण करना बेहद पसंद करती. अगर मैं तितली होती तो मैं कई बड़े-बड़े शहरों में घूमती और हमेशा खुश रहती और दूसरों को खुश रखने का प्रयास करती.मैं छोटी सी होती जो कहीं पर भी किधर भी अंदर चली जाती वास्तव में मैं तितली होती तो मैं हमेशा खुश रहती और दूसरों को भी अपने कृत्यों से खुश रखती.

बच्चे मुझे देखकर बहुत ही खुशी का अनुभव करते कभी-कभी वह मेरे साथ खेलते मुझे पकड़ने की कोशिश करते लेकिन मुझे बहुत डर लगता इसलिए मैं कभी उनके हाथ नहीं आती.मैं तितली बनकर बहुत ही खुशी का अनुभव करती मैं आसमान की सैर करती, ठंडी ठंडी हवाओं में घूमती,नदी तालाब के ऊपर से गुजरती और खुशी का अनुभव करती।

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