इन्सान के अन्दर की खूबी Guru shishya short stories in hindi
Guru shishya short stories in hindi
दोस्तों आज की हमारी ये कहानी हम सबको एक बहुत बड़ी सीख देगी,हम सभी की सोच बदलेगी,काफी समय पहले की बात है गुरु और शिष्य थे,एक दिन शिष्य ने अपने गुरु से कहा की गुरूजी आप समस्त शास्त्रों के ज्ञाता है,आप बहुत बड़े ज्ञानी है फिर भी इस तरह के साधारण से कपडे पहने रहते हो,इससे कोन जानेगा की आप एक बहुत बड़े ज्ञानी हो.
शिष्य की बात सुनकर गुरूजी बोले की में तेरी बातो को समझ रहा हु और तेरी बातो का जवाव भी दूंगा लेकिन तू सबसे पहले इस अंगूठी को लेकर जा और इसको बेच आ,गुरूजी आगे बोले की तू इस अंगूठी को सब्जी वाले और बड़े बड़े सेठो को दिखा कर आ,लेकिन अगर कोई ख़रीदे तोह कमसेकम एक अशर्फी में बेचना.वोह शिष्य अंगूठी को लेकर अपने बाजार में गया और शाम को वापिस आया तोह गुरूजी कहने लगे की क्यों? अंगूठी को बेच आये तोह वोह शिष्य कहने लगा की गुरूजी मेने इस अंगूठी को सब्जी वालो को,दुकानदारों को दिखाया तोह उन्होंने इस अंगूठी के बदले मुझे एक अशर्फी देने से मना कर दिया.
तोह गुरूजी कहने लगे की अब तू इस अंगूठी को लेकर किसी जोहरी के पास लेकर जा.अब जैसे वोह उस अंगूठी को जोहरी के पास ले जाता है और फिर गुरूजी के पास मायूस होकर आता है तोह गुरूजी कहते है की क्यों इस बार भी किसी ने इस अंगूठी के बदले एक अशर्फी भी नहीं दी तोह वोह शिष्य कहने लगा की गुरूजी जब में एक जोहरी के पास गया तोह उसने इस अंगूठी को गोर से देखा और कुछ समय बाद मुझसे बोला की भाई ये अंगूठी इतनी कीमती है की यहाँ के सारे जोहर भी मिलकर इसकी कीमत नहीं चुका सकते.
मेने बात की पुष्टि के लिए एक ओर जोहर को दिखाया तोह वोह भी यही बोला तोह गुरूजी कहने लगे जिस प्रकार ये अंगूठी दिखने में साधारण लगती है लेकिन ये anmol है,इसकी पहचान एक जोहरी ही कर सकता है इसी तरह से एक इन्सान कितना काबिल है,उसके अन्दर कितना ज्ञान है इसकी पहचान उसके बहारी आवरण से नहीं की जा सकती,कोई उसके अन्दर के ज्ञान को देखेगा तभी उसके बारे में सही पता चल सकता है.यही तेरे सवाल का जबाव है.
इसलिए दोस्तों कभी भी किसी के बहारी कपडे देखकर उसकी कीमत या उसके ज्ञान का अंदाजा मत लगाओ क्योकि उसके अन्दर के ज्ञान का उसके कपड़ो से कोई लेना देना नहीं होता.हो सकता है कोई गरीब हो और आप बस उसके कपड़ो से उसके बारे में अंदाजा लगा रहे है लेकिन हो सकता है उसके पास ज्ञान का भण्डार हो,इसलिए किसी व्यक्ति के बारे में उसके अंदरूनी ज्ञान के आधार पर ही उसे आका जा सकता है.
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