गर्जिया देवी मंदिर का इतिहास Garjiya devi temple history in hindi

Garjiya devi temple history in hindi

दोस्तों नमस्कार कैसे हैं आप सभी, दोस्तों आज हम आपको उत्तराखंड के एक प्रसिद्ध गर्जिया देवी के मंदिर के बारे में बताने वाले हैं तो चलिए पढ़ते हैं हमारे द्वारा लिखे गर्जिया देवी के मंदिर के बारे में

Garjiya devi temple history in hindi
Garjiya devi temple history in hindi

मंदिर कहां स्थित है

गर्जिया देवी का मंदिर उत्तराखंड के नैनीताल जिले में स्थित है, यह मंदिर सुंदरखाल नामक गांव मैं स्थित एक पहाड़ी पर है जो दूर से देखने में भी बहुत ही बेहतरीन लगता है और काफी प्रसिद्ध भी है।

इस मंदिर पर कैसे पहुंचे

इस मंदिर पर पहुंचने के लिए आप 3 मार्ग में से कोई एक मार्ग चुन सकते हैं। यदि आप सड़क मार्ग से जाना चाहते हैं तो नैनीताल जिले के रामनगर से बस या टैक्सी के द्वारा मंदिर तक पहुंच सकते हैं।

यदि आप रेल के द्वारा पहुंचाना चाहते हैं तो कोठ गोदाम नमक रेलवे स्टेशन तक आप रेल के द्वारा पहुंच सकते हैं और यदि आप हवाई मार्ग के जरिए पहुंचाना चाहते हैं तो आप पंतनगर हवाई अड्डे तक पहुंच सकते है और यहां से किसी साधन के जरिए मंदिर तक आसानी से पहुंच सकते हैं।

मंदिर का इतिहास

गर्जिया देवी का मंदिर काफी प्रसिद्ध मंदिर है और इसका इतिहास भी काफी रोचक है। कहा जाता है कि 1940 के पहले इस मंदिर के बारे में पता ही नहीं था। उस जगह पर एक बाबा जी रहा करते थे जिनके सपने में देवी माता ने दर्शन दिए और मंदिर की स्थापना करने को कहा, उसके बाद बाबा जी ने मंदिर की स्थापना की और तब से ही गर्जिया देवी का मंदिर वहां पर स्थित है और हजारों श्रद्धालु इस मंदिर पर दर्शन करने के लिए आते हैं।

मंदिर के रहस्य

गर्जिया देवी का मंदिर काफी प्रसिद्ध है और इसके रहस्य भी काफी रोचक है। ऐसा कहा जाता है कि गर्जिया देवी के मंदिर के पीछे गुफा बनी हुई है जिसमें माना जाता है की देवी मां विराजमान रहती है। इसके अलावा यह भी कहा जाता है की बाबा जी ने इस मंदिर की स्थापना की थी, उन्होंने माता देवी की गर्जना की आवाज सुनी थी।

इसके अलावा इस मंदिर का रहस्य यह भी है कि वहां पर एक अखंड दीप जल रहा है ऐसा कहा जाता है कि 1940 में जब मंदिर की स्थापना हुई थी तभी से यह दीप वहां पर जल रहा है वास्तव में गर्जिया मंदिर इसी तरह के बेहतरीन रहस्यों से भरा हुआ है इसीलिए वहां पर हजारों श्रद्धालु दर्शन करने के लिए आते हैं।

मंदिर का वातावरण

गर्जिया माता के मंदिर के आसपास का वातावरण काफी बढ़िया है यहां पर कई पेड़ पौधे लगे हुए हैं जिनकी वजह से चारों ओर हरियाली है। इसके अलावा कोसी नदी जो पास से ही होकर गुजरती है इसके बहते पानी की वजह से भी यहां की हरियाली देखने योग्य है और वातावरण बहुत ही बेहतरीन है।

मंदिर में मनाए जाने वाले त्योहार

गर्जिया मंदिर में नवरात्रि के पावन अवसर पर भारी भीड़ पहुंचती है और माता के दर्शन करके लाभ प्राप्त करती है। कहते हैं कि इन दिनों गर्जिया माता के दर्शन करने से विशेष लाभ प्राप्त होता है। इसके अलावा गंगा दशहरा में भी इस मंदिर पर काफी लोग दर्शन करने के लिए जाते हैं। कई त्योहारों के अवसर पर यहां पर मेला भी लगाया जाता है, लोग माता के दर्शन करने के साथ में मेला में भ्रमण भी करते हैं।

कार्तिक पूर्णिमा के समय भी मंदिर में पूजा अर्चना करने के लिए भारी भीड़ पहुंचती है वास्तव में गर्जिया माता का मंदिर काफी प्रसिद्ध मंदिर है।

दोस्तों मेरे द्वारा लिखित गर्जिया माता के मंदिर पर आर्टिकल Garjiya devi temple history in hindi आपको कैसा लगा हमें बताएं, इसी तरह के बेहतरीन आर्टिकल पढ़ने के लिए हमें सब्सक्राइब करना धन्यवाद।

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