चाय पर निबंध Essay On Tea In Hindi
Essay On Tea In Hindi
दोस्तों आज हम आपको इस आर्टिकल के माध्यम से चाय पर लिखें निबंध के बारे में बताने जा रहे हैं । तो चलिए अब हम आगे बढ़ते हैं और इस आर्टिकल को पढ़कर चाय पर लिखे निबंध के बारे में जानकारी प्राप्त करते हैं ।
चाय के बारे में – आज चाय का प्रचलन पूरी दुनिया में है ।चाय को पीने से शरीर को ऊर्जा प्राप्त होती है । भारत देश में सुबह की शुरुआत चाय पीने के साथ होती है । यदि हम भारत देश में चाय के चलन के बारे में बात करें तो भारत देश में चाय का चलन ब्रिटिश शासन के दौरान हुआ था ।चाय के चलन के बारे में ऐसा कहा जाता है कि जब कुछ ब्रिटिश लोगों का ध्यान असम में लगी हुई चाय की झाड़ियों पर गया तब उन्होंने चाय पर रिसर्च करना प्रारंभ कर दिया था । उस समय असम के रहवासी चाय की झाड़ियों से पत्ती को उबालकर पिया करते थे ।
अंग्रेजो के द्वारा चाय पर रिसर्च किया गया और 1834 में भारत में अंग्रेजो के द्वारा चाय की परंपरा शुरू की गई थी जिसके बाद यह चाय पूरी दुनिया में सभी पीने लगे थे । चाय पीने से जो ऊर्जा उत्पन्न होती है उस ऊर्जा से शरीर फुर्तीला हो जाता है । अंग्रेजों के रिसर्च करने के बाद अंग्रेज चाय पीने लगे थे । चाय के रिसर्च के बाद असम मे चाय के बागान लगाए गए थे और पूरी दुनिया में चाय प्रसिद्ध हो गई थी ।भारत देश में रहने वाले लोग चाय का उपयोग अधिक करते हैं ।
जब घर पर कोई मेहमान आता है तब उस मेहमान का स्वागत चाय के साथ किया जाता है । बड़े-बड़े कार्यालय और ऑफिसों में भी सभी कर्मचारियों को चाय पीने की आदत है । जब कोई शादी समारोह या रात जागरण का कार्यक्रम होता है तब चाय पी कर सभी आनंद प्राप्त करते हैं । चाय बनाने की प्रक्रिया इस प्रकार से है । सबसे पहले दो कप पानी लिया जाता है फिर उसमें दो चम्मच चाय की पत्ती डाली जाती है । इसके बाद उसमें दो चम्मच चीनी भी डाली जाती है । चाय को स्वादिष्ट बनाने के लिए इसमें अदरक और इलायची भी डाली जाती है । इसके बाद इसको उबाला जाता है ।
जब पानी में उबाला आ जाता है तब इसमें 2 कप दूध डाल दिया जाता है । जब यह मिश्रित घोल उबल कर तैयार हो जाता है तब इसको छानकर कप में लेकर पिया जाता है । भारत देश में चाय पीने की आदत सभी लोगों को है । भारत के रहवासी यदि बाजार में जाते हैं तो वह बाजार में चाय पीते हैं ।बाजारों में चाय की दुकानें भी है । भारत देश में चाय की उपयोगिता को देखते हुए बड़े-बड़े रेस्टोरेंट की खुले हुए हैं । जहां पर लोग जाकर स्वादिष्ट चाय पीकर अपने जीवन में आनंद प्राप्त करते हैं ।
बिजनेस प्लानिंग मीटिंग में चाय पीने की एक परंपरा है क्योंकि चाय पीने से दिमाग कार्य करने लगता है । चाय पीने की आदत छोटे-छोटे बच्चों से लेकर बड़े-बड़े लोगों को होती है । जब सुबह होती है तब चाय पी कर ही दिन की शुरुआत की जाती है । इसके बाद दोपहर में भी चाय पी जाती है । कुछ लोग रात के समय खाना खाने के बाद चाय पीते हैं । जब किसी व्यक्ति को थकावट महसूस होती है तब वह व्यक्ति चाय का प्याला पी कर अपनी थकावट को दूर करता है । भारत देश के साथ साथ कई देशों में चाय का प्रचलन है ।
चाय के बागानों के माध्यम से चाय पत्ती प्राप्त की जाती है और चाय पत्ती चीनी के माध्यम से स्वादिष्ट चाय बनती है । जब कोई मेहमान घर पर आता है तब उस मेहमान को सुंदर कप में चाय दी जाती है । जब वह स्वादिष्ट चाय को पीता है तब वह अपने जीवन में आनंद प्राप्त करता है । जब तक घर पर आए मेहमान को चाय नहीं पिलाई जाती तब तक वह इंतजार करता है कि कब उसे चाय पीने को मिलेंगी क्योंकि मेहमान को चाय पिलाना परंपरा है । जब चाय की उत्पत्ति नहीं हुई थी तब सभी भारतीय लोग दूध पिया करते थे ।
जब ब्रिटिश शासन के दौरान चाय की उत्पत्ति हुई तब सभी भारतीय लोग चाय पीने लगे थे और आज बहुत तेजी के साथ भारत देश में चाय पीने का प्रचलन है । भारत देश की बड़ी बड़ी होटलों में चाय बिकती है । भारत देश के लोगों को चाय पीने की आदत होने से कई लोग चाय की दुकान खोलकर चाय बेचकर अपने परिवार का भरण पोषण करते हैं । यदि हम टॉकीज में फिल्म देखने जाते हैं तो उस टॉकीज में भी चाय पीने को मिल जाती है । जब हम ट्रेन में सफर करते हैं तब ट्रेन में कई लोग केटली में चाय भरकर बेचते हैं । भारत देश के सभी शहरों , जिलों , गांवो में चाय उपलब्ध रहती है ।
चाय पीने के बाद जो आनंद आता है वह आनंद किसी चीज को खाने पीने से नहीं आता है । यदि चाय को अधिक स्वादिष्ट बनाना है तो चाय को अधिक से अधिक समय तक उबालना चाहिए ।
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