रामायण कथा पर निबंध ESSAY ON RAMAYANA IN HINDI
ESSAY ON RAMAYANA IN HINDI
दोस्तों आज हम आपके लिए लाए हैं रामायण कथा पर निबंध । चलिए अब हम पढ़ेंगे रामायण कथा पर लिखे इस निबंध को ।
हमारा भारत देश धार्मिक प्रकृति का है । यहां पर सभी धर्म के लोग रहते हैं । हमारे देश भारत में हिंदू धर्म के लोगों की रामायण में बड़ी आस्था है । भारत के लोग रामायण से ज्ञान प्राप्त करके अपने जीवन को सफल बनाते हैं । रामायण हमें ज्ञान देती है । रामायण ने हमें ज्ञान शक्ति प्रदान की है ।
जिस प्रकार से हमारे देश में वेदों और शास्त्रों ने इंसान के भविष्य को सुधारने के लिए कई मंत्र दिए थे उसी प्रकार रामायण ने मानव जीवन को अच्छी जिंदगी जीने के तरीके सिखाए हैं । यदि कोई व्यक्ति रामायण में लिखी बातों को अपने जीवन में उतार लेता है तो वह अपने जीवन में आए दुखों से लड़ सकता है ।
रामायण हमेशा सभी को सच्चाई के रास्ते पर चलने के लिए कहती है । कोई सी भी कठिन परिस्थिति सामने आए लेकिन सच्चाई का साथ नहीं छोड़ने के लिए रामायण में कहा गया है । हमारे देश भारत में सर्वप्रथम रामायण वाल्मीकि जी ने लिखी थी । रामायण के नायक भगवान राम है ।
भगवान राम ने कौशल्या माता एवं पिता दशरथ के यहां जन्म लिया था । रामायण के हिसाब से राम जी विष्णु भगवान के अवतार थे । भगवान राम को मर्यादा पुरुषोत्तम कहा जाता है । हमारे भारत देश के महान कवि वाल्मीकि और तुलसीदास ने अपनी रामायण में राम भगवान का जीवन बताया है ।
रामायण ने परिवार ,समाज ,राष्ट्र सभी स्तरों पर राम भगवान को सर्वश्रेष्ठ माना है । रामायण में यह बताया गया है कि राम भगवान ने कभी भी अपने माता पिता की आज्ञा को नहीं टाला है । वह अपने माता पिता की आज्ञा को मानते थे । वह अपने परिवार के लिए सब कुछ त्याग कर सकते थे । वह अपनी राज्य की प्रजा की भलाई के लिए सब कुछ करने को तैयार थे ।
Essay on Effect of Ramayan in Hindi
हमारे देश में रामायण का लोगों के जीवन में बड़ा ही प्रभाव है । हमारे देश के लोग रामायण को पूजते हैं, रामायण को पढ़ते हैं । सभी लोग रामायण को पढ़कर ज्ञान प्राप्त करते हैं । सभी लोग रामायण में लिखी ज्ञान की बातों को अपने जीवन में उतार कर अपने जीवन को सफल बनाते हैं ।
रामायण में राम भगवान के जीवन परिचय को लिखा गया है । रामायण में यह बताया गया है कि राम भगवान ने अपने जीवन में हमेशा सच्चाई का साथ दिया था और उनकी जीत हुई थी । राम भगवान माता पिता की आज्ञा मानकर बनवास चले गए थे । वह अपने माता पिता की आज्ञा को मानते थे ।
रामायण में यह बताया गया है कि जो व्यक्ति सच्चाई के रास्ते पर चलता है उसके शुरुआत में कठिनाई जरूर आती हैं लेकिन दुखों से लड़ते हुए जब उसको सफलता मिलती है तो वह बड़ा खुश होता है । रामायण हमारे भारत देश का सबसे प्राचीन ग्रंथ है ।
रामायण को सर्वप्रथम संस्कृत भाषा में बाल्मीकि जी ने लिखी थी । रामायण हम सभी को जीवन जीने के तरीके सिखाती है । हम सभी को रामायण अच्छा इंसान बनाती है । रामायण हमें सिखाती है कि हमें अपने भाइयों से प्रेम करना चाहिए ना की लड़ाई करना चाहिए ।
रामायण हमें सिखाती है कि हमें अपने माता पिता की आज्ञा मानना चाहिए । जिस प्रकार से रामायण में राम भगवान अपने माता पिता की आज्ञा मानकर बनवास चले गए थे और उन्होंने अपने मन में राज सिंहासन पर बैठने की इच्छा तक नहीं की थी उसी प्रकार से हमें भी अपने माता पिता की आज्ञा मानकर उनकी आज्ञा का पालन करना चाहिए ।
जिस तरह से रामायण में राम, लक्ष्मण, शत्रुघ्न सभी भाइयों में बहुत स्नेह था उसी प्रकार से हमें भी अपने भाइयों के साथ में स्नेह रखना चाहिए । जिस तरह से रामायण में सीता माता पतिव्रता का धर्म निभाती हैं उसी प्रकार से हमारे भारत देश की सभी स्त्रियों को भी पतिव्रता का पालन करना चाहिए ।
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