परोपकार पर निबंध Essay on paropkar in hindi

Essay on paropkar in hindi

हेलो दोस्तों कैसे हैं आप सभी,दोस्तों आज का हमारा आर्टिकल हमारा सबसे महत्वपूर्ण आर्टिकल है आज के हमारे इस आर्टिकल nibandh on paropkar in hindi में हम परोपकार के बारे में जानेंगे.परोपकार के ऊपर लिखे हमारे इस निबंध का उपयोग विद्यार्थी अपने स्कूल,कॉलेज की परीक्षा में निबंध लिखने के लिए यहां से जानकारी ले सकते हैं साथ में अपने ज्ञान को बढ़ाने के लिए भी आप इस निबंध को पढ़िए

Essay on paropkar in hindi
Essay on paropkar in hindi

परोपकार मनुष्य की एक ऐसी भावना है जिसमें वह दूसरों के बारे में,दूसरों के भले के बारे में,दूसरो के अच्छे के बारे में सोचता है कहने का मतलब यह है कि दूसरों पर किया गया उपकार ही परोपकार कहलाता है वास्तव में परोपकार की भावना हर एक इंसान के अंदर होनी चाहिए परोपकार जो भी व्यक्ति करता है वास्तव में वह दूसरों के लिए खास होता है उसका मान सम्मान भी होता है हम सभी को जीवन में परोपकार करना चाहिए क्योंकि मानव का धर्म परोपकार करना है.

आज हम देखें तो बदलते जमाने के साथ लोग अपने आप में व्यस्त हो गए हैं उनके पास खुद को,अपने परिवार वालों को समय देने के लिए समय नहीं है वह दूसरों के बारे में क्या सोचेंगे लेकिन सच्चा मनुष्य वही है जो दूसरों पर उपकार करें,परोपकार करें.परोपकार वास्तव में हर एक मनुष्य को करना चाहिए.

सिर्फ मनुष्य ही नहीं बल्कि हर कोई परोपकार कर सकता है.आज हम देखें तो बादल पानी बर्षाते हैं जो मनुष्य और हर एक जीव जंतु के लिए जरूरी है,फूल हमें खुशबू प्रदान करते हैं जो हम ईश्वर के चरणों में चढ़ाते हैं गाय माता हमें दूध देती है उसका भी हम पर उपकार होता है,नदी हमें शीतल जल प्रदान करती है जिससे हमारा शरीर शीतल होता हैं, वायु श्वास लेने के काम आती है,पेड़-पौधे बिना अपने फायदे के राहगीरों को फल,छाये उपलब्ध करवाते हैं वास्तव में यह सभी प्रकृति की देन है जो दूसरों पर उपकार ही करते रहते हैं मनुष्य का जन्म भी दूसरों पर उपकार करने के लिए ही हुआ है हमें दूसरों पर उपकार जरूर करना चाहिए.

दूसरों पर परोपकार कैसे करें-

दूसरों पर परोपकार करने के लिए हमें चाहिए कि हम गरीबों को दान दें उनकी सहायता करें,भिखारियों को भिक्षा दे,जरूरतमंद की मदद करें निसहायो की सहायता करें. हमें चाहिए कि हम अंधो को रास्ता दिखाएं, अपंगों की सहायता करें जो इंसान शरीर से किसी भी प्रकार से सक्षम नही है उसकी हम मदद करके परोपकार कर सकते हैं.

हमें चाहिए कि हम जीव जंतुओ की मदद करें गर्मियों के मौसम में घर के बाहर जीव जंतुओं के लिए पानी की व्यवस्था करें जिससे उनकी मदद हो सके.अगर हमारे पास धन दौलत अधिक है तो हमें चाहिए कि हम किसी चैरिटी में दान करें, बुजुर्गों की मदद करें उन्हें हर तरह से सहायता उपलब्ध करें. हमें चाहिए कि हम भूखो को खाना खिलाएं,प्यासे को पानी पिलाएं यहां तक किसी भी जीव जंतु की हर तरह से मदद करने की कोशिश करें क्योंकि मानव का यही कर्तव्य है.

कुछ परोपकारी महान लोगों के बारे में-

हमारे इस संसार में बहुत सारे ऐसे महान लोग अवतरित हुए हैं जिन्होंने वास्तव में परोपकार किया है वह युग युग तक हमेशा याद रहेंगे राजा शिवि जो कि एक महान राजा थे जो गरीबों की सहायता करते थे उन पर परोपकार किया करते थे उन्होंने एक कबूतर की जान बचाने के लिए यानी कबूतर पर परोपकार करने के लिए अपने शरीर का मांस भी एक बाज को दे दिया था.

महात्मा गांधी ने अपना पूरा जीवन देश की स्वतंत्रता के लिए लगा दिया था यहां तक कि अपने प्राणों का बलिदान भी उन्होंने देश की मदद के लिये किया. दानवीर कर्ण जो कि किसी को भी अपने यहां से वापस नहीं लौटाते थे उन्होंने अपने कवच और कुंडल दान कर दिए थे उन्होंने अपने प्राणों के बारे में भी एक पल के लिए नहीं सोचा.
ऐसे महान लोगों को यह दुनिया हमेशा याद रखती हैं.

परोपकार से लाभ-

परोपकार से एक नहीं कई सारे लाभ हैं जब हम किसी दूसरे पर परोपकार करते हैं जो समाज में हमारी छवि बनती है लोग हमेशा हमारा सम्मान करते हैं और हमेशा हमें याद रखते हैं परोपकार की वजह से ही ईश्वर हम पर खुश होता है हमें बहुत पुण्य मिलता है परोपकार जब हम करते हैं तभी हम एक सच्चे इंसान कहलाते हैं.

परोपकार करने से दूसरों को लाभ मिलता है आज हमारी इस दुनिया में बहुत सारे लोग निसहाय हैं उनकी मदद होती है जब हम परोपकार करते हैं तब हमें आत्म शांति मिलती है,दिल से खुशी मिलती है परोपकार करने से ही घर में सुख समृद्धि आती है जब हम किसी दूसरे पर परोपकार करते हैं तो वास्तव में हमारी भी मदद होती है जब भी हम किसी विपरीत परिस्थिति में पडते हैं तो वह हमारी भी सहायता करता है.

दया और प्रेम की भावना है परोपकार-

वास्तव में परोपकार दया और प्रेम की भावना है जो इंसान दूसरों पर परोपकार करता है उसमें दूसरों के प्रति दया और प्रेम की भावना जरूर होती है वह खुद से ज्यादा दूसरों के बारे में सोचता है वह कभी भी दूसरों का बुरा नहीं सोचता और हमेशा दूसरों को दुखी देखकर उसके अंदर दया भाव उत्पन्न होती है और वह उसपर उपकार करता है.

उपसंहार-

वास्तव में परोपकार इंसान का एक बहुत ही महत्वपूर्ण गुण है जो इंसान परोपकार करता है वह बहुत सारे पुण्यो को एकत्रित कर लेता है परोपकारी व्यक्ति हमेशा हमेशा के लिए दुनिया को याद रहता है,लोग उसे हमेशा याद रखते हैं,सम्मान देते हैं उसकी पूजा करते हैं हमें भी हमारे जीवन में परोपकार जरूर करना चाहिए.

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