मुश्किल दौर में प्रगति पर निबंध Essay on mushkil daur mein pragati in hindi

Essay on mushkil daur mein pragati in hindi

Mushkil daur mein pragati – दोस्तों आज हम आपको इस आर्टिकल के माध्यम से मुश्किल दौर ने प्रगति पर लिखे निबंध के बारे में बताने जा रहे हैं । तो चलिए अब हम आगे बढ़ते हैं और इस आर्टिकल को पढ़कर मुश्किल दौर में प्रगति पर लिखे निबंध के बारे में विस्तृत जानकारी प्राप्त करते हैं ।

Essay on mushkil daur mein pragati in hindi
Essay on mushkil daur mein pragati in hindi

मुश्किल दौर में प्रगति के बारे में – आज मुश्किलों का दौर चल रहा है क्योंकि महंगाई दिन प्रतिदिन बढ़ती जा रही है । जिस महंगाई का सीधा असर गरीब परिवार की फैमिली पर पड़ता है । जिस घर में एक व्यक्ति कमाने वाला होता है उस घर की आर्थिक स्थिति बहुत ही कमजोर होती है क्योंकि एक व्यक्ति काम करता है और पूरी फैमिली उसकी कमाई पर निर्भर रहती है । घर गृहस्ती में कई तरह के खर्चे होते हैं । खाने-पीने के साथ-साथ बिजली का बिल , लाइट का बिल , बच्चों की पढ़ाई और यदि कोई मेहमान घर पर आ जाए तो और भी खर्चे जुड़ जाते हैं ।

इसलिए यह मुश्किल का दौर है क्योंकि महंगाई बढ़ती ही जा रही है ।महंगाई का असर जब गरीब परिवार पर पड़ता है तब उसकी मुश्किलें बढ़ने लगती हैं । एक व्यक्ति की कमाई से किसी परिवार की प्रगति संभव नहीं है । कहते हैं जिस घर में जितने लोग हैं यदि उतने ही लोग पैसे कमाए तब जाकर उसके परिवार की थोड़ी बहुत प्रगति होती है । परंतु आज के समय में किसी गरीब परिवार की प्रगति होना संभव नहीं है क्योंकि पूरे भारत में लॉकडाउन के कारण व्यवस्थाएं उथल-पुथल हुई हैं । यह दौर बहुत कठिनाइयों से भरा हुआ दौर है जिस दौर में किसी व्यक्ति की प्रगति संभव नहीं है ।

परिवार में एक व्यक्ति कमाने वाला सिर्फ अपने परिवार का पेट भर सकता है प्रगति नहीं कर सकता है । जिस व्यक्ति के पास पहले का पैसा होता है वह व्यक्ति ही अपने जीवन और अपने परिवार की आगे की प्रगति कर सकता है क्योंकि जो व्यक्ति पैसा कमा कर उस पैसे का उपयोग घर के भरण-पोषण में कर देता है उसके पास फिर अपने आने वाले भविष्य के लिए पैसा जमा कर पाना संभव नहीं होता है । यदि वह पैसा नहीं जोड़ के रखेगा तो उसकी प्रगति संभव नहीं है । हम देख रहे हैं कि महंगाई आसमान छू रही है । पेट्रोल , डीजल और भी कई ऐसे साधन हैं जो दिन प्रतिदिन महंगे होते जा रहे हैं ।

गरीबी की चक्की में सिर्फ आम इंसान ही पीस्ता है । एक तो वह गरीब होता है ऊपर से यह महंगाई उसकी कमर तोड़ देती है । महंगा ही गरीब की प्रगति को रोकने का कारण है । मैं आपको बता देना चाहता हूं कि महंगाई बढ़ने का सबसे बड़ा कारण होता है सरकार की आर्थिक नीतियों का विफल हो जाना । जिसके कारण महंगाई दिन प्रतिदिन बढ़ती जा रही है । जिसका सीधा असर आम इंसान पर पड़ता है । जो पहले से ही गरीब होते है उसको और भी कठिनाइयां महंगाई बढ़ने के कारण सहन करना पड़ती है ।

यदि हम भारत की आजादी के पहले की बात करें तो पहले एक व्यक्ति घर में कमाने वाला होता था तो उसका पूरे परिवार का भरण पोषण ठीक तरह से हो जाता था ।परंतु आज का समय इतना कठिन हो गया है कि यदि घर के सभी सदस्य कमाते हैं तो भी उनका पेट ठीक तरह से नहीं भर पाता है । महंगाई का बढ़ने का सबसे बड़ा कारण है घूसखोरी , जमाखोरी , रिश्वत हैंं ।  जिससे देश की आर्थिक स्थिति काफी कमजोर होती है । जब देश की आर्थिक स्थिति कमजोर होती है तब देश में रहने वाले गरीब परिवारों को इसका खामियाजा भुगतना पड़ता है ।

यदि सरकार घूसखोरी , जमाखोरी , रिश्वत पर पूरी तरह से शिकंजा कस दे तो काफी हद तक महंगाई को बढ़ने से रोका जा सकता है । परंतु जो बड़े-बड़े व्यापारी होते हैं वह पैसों से अनाज खरीद कर उस अनाज का स्टॉक करके रख लेते हैं । व्यापारी उस अनाज को जब तक बाजार में नहीं बेचते हैं जब तक की अनाज की कीमत बढ़ती नहीं है । इसी कारण से महंगाई बढ़ जाती है और गरीब परिवार की प्रगति रुक जाती है ।

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