बाज़ पर निबंध Essay on eagle in hindi

Essay on eagle in hindi

दोस्तों आज हम आपको इस आर्टिकल के माध्यम से बाज़ पर लिखे निबंध के बारे में बताने जा रहे हैं । तो चलिए अब हम आगे बढ़ते हैं और इस आर्टिकल को  पढ़कर बाज़ पर लिखे निबंध के बारे में विस्तृत जानकारी प्राप्त करते हैं ।

Essay on eagle in hindi
Essay on eagle in hindi

बाज़ पक्षी के बारे में –  बाज़ पक्षी एक मांसाहारी पक्षी है, जो कई कीड़े , मकोड़े और पक्षियों को खाकर अपना पेट भरता है । बाज़ पक्षी मछली , सांप , मेंढक , चूहे खरगोश और भी कई कीड़े मकोड़ों को खाकर अपना पेट भरता हैं । बाज़ पक्षी अधिकतर ऊंचे ऊंचे पहाड़ों और चट्टानों पर ही अपना घोंसला बनाता हैं । परंतु कुछ ऐसे बाज़ पक्षी भी होते हैं जो खुद अपना घोंसला नहीं बनाते हैं बल्कि दूसरे पक्षियों के घोंसले पर अपना कब्जा करके उस घोंसले में रहता है । बाज़ पक्षी जब अपना पेट भरने के लिए शिकार करता है तब वह अपने शिकार पर बहुत तेजी से झपट्टा मारता है ।

बाज़ पक्षी के बारे में ऐसा कहा जाता है कि यह बाज़ पक्षी तकरीबन 12000 किलोमीटर की ऊंचाई तक अपनी उड़ान भर सकता है । बाज़ पक्षी के बारे में ऐसा भी कहा जाता है कि यह अपने पंखों को हिलाए बिना ही  ऊंचाई पर हवा में बहुत अधिक समय तक उड़ान भर सकता है । जब बाज़ पक्षी अपना पेट भरने के लिए शिकार करता है तब वह अपने शिकार को तकरीबन 5 किलोमीटर की दूरी से ही देख लेता है । अपने शिकार को देखने के बाद वह बहुत तेजी से शिकार करने के लिए अपनी चोंच के माध्यम से झपट्टा मारता है ।

बाज़ पक्षी की उम्र तकरीबन 60 से 70 साल की होती है । दुनिया के सभी देशों में बाज़ पाए जाते हैं । परंतु सभी देशों में अलग-अलग प्रजाति के बाज़ होते हैं । वैज्ञानिकों के द्वारा बाज़ प्रजातियों की तकरीबन 60 से भी अधिक प्रजातियां खोजी जा चुकी हैं । बाज़ पक्षी के बारे में ऐसा कहा जाता है कि जब यह वयस्क अवस्था में पहुंच जाते हैं तब वयस्क बाज़ का वजन तकरीबन 10 किलो तक हो जाता है । बाज़ की उम्र जैसे-जैसे बढ़ती जाती है वैसे वैसे ही बाज़ के पंख और चोंच भी बढ़ती जाती है ।

बाज़ की जो चोंच होती है  वह चोंच  तकरीबन 90 डिग्री के कोण तक मुड़ी हुई होती है । बाज़ पक्षी की जो चोंच होती है उस चोंच के दोनों तरफ  एक छोटा सा दांत बाहर की ओर निकला हुआ होता है । जब बाज़ पक्षी अपनी चोंच के माध्यम से चूहे और मेंढक को पकड़ता है तब वह दोनों के ऐसे स्थान को पकड़ता है जो कठोर  ना हो और उस पर वह अपनी पकड़ मजबूती के साथ बनाए रखता है । अब हम बात करते हैं मादा बाज़ पक्षी के बारे में तो मादा बाज़ पक्षी साल में एक बार अंडे देता है और वह तीन से चार अंडे ही देता है ।

बाज़ मादा बाज़ पक्षी के बारे में ऐसा कहा जाता है कि जब मादा बाज पक्षी अंडे देता है तब वह मादा बाज़ पक्षी उन अंडों के ऊपर बैठ जाता है और तब तक अंडों के ऊपर से नहीं हटता  है जब तक कि उन अंडों में से बच्चे बाहर नहीं निकल जाते । बाज़ पक्षी के जो पैर के पंजे होते हैं वह पंजे बहुत नुकीले और ताकतवर होते हैं । बाज़ मांसाहारी पक्षी की अलग अलग प्रजाति होती हैं । बाज़ पक्षी आसमान में तकरीबन 200 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से उड़ान भरता है । यह अधिकतर पहाड़ी इलाकों में रहकर अपना जीवन व्यतीत करता है ।

जब उसे भूख लगती है तब शिकार करने के लिए अपनी उड़ान भरता है और वह जब तक शिकार नहीं ढूंढ लेता तब तक आसमान में उड़ता ही रहता है । मादा बाज़ के अंडों में से बच्चे तकरीबन 35 से 40 दिन में बाहर निकलते हैं । जब बाज़ शिकार करने के लिए जाता है तब वह अपनी नुकीली चोंच से शिकार को पकड़ता है । शिकार करने के बाद उसको अपना भोजन बना लेता है । बाज़ की अलग-अलग प्रजातियों का रंग अलग-अलग होता है । यह अधिकतर काला , भूरा और सफेद रंग में पाया जाता है ।

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