मौत की सजा पर निबंध Essay on death penalty in hindi

Essay on death penalty in hindi

आज हम इस लेख के माध्यम से मौत की सजा पर लिखे निबंध के बारे में जानकारी प्राप्त करेंगे । तो चलिए अब हम आगे बढ़ते हैं और मौत की सजा पर लिखें निबंध के बारे में जानकारी प्राप्त करते हैं ।

मौत की सजा यानी मृत्यु दंड मौत की सजा एक ऐसी सजा है जिस सजा मे व्यक्ति को फांसी पर लटका दिया जाता है । मौत की सजा को कैपिटल सजा भी कहा जाता है । कई देशों में मौत की सजा का प्रावधान है। यदि कोई व्यक्ति नियमों को तोड़ता है , सरकार के द्वारा बनाए गए कानून का उल्लंघन करता है , जघन्य अपराध करता है तब सरकार के द्वारा मृत्युदंड दिया जाता है ।

कई देशों में मृत्युदंड फांसी के माध्यम से दिया जाता है तो कई देशों में गोली मारकर उस व्यक्ति के प्राण निकाल दिए जाते हैं । मृत्यु दंड जघन्य अपराध को रोकने के लिए लागू किया गया है जिससे कि जघन्य अपराध पर रोक लगाई जा सके और समाज को मजबूत बनाया जा सके ।

समाज हित के लिए जो नियम बनाए गए हैं उन नियमों का कोई भी उल्लंघन ना करें , शांतिपूर्वक जीवन जिए और किसी व्यक्ति के साथ कोई व्यक्ति गलत ना कर सकें इसके लिए मृत्यु दंड का प्रावधान किया गया है ।

अब हम भारत देश की बात करें तो भारत देश मे मृत्यु दंड काफी पुराने समय से चला आ रहा है । कई लोगों के द्वारा मृत्यु दंड की सजा को खत्म करने के लिए कहा गया हैं । कुछ लोगों का मानना है कि मृत्युदंड देने से जघन्य अपराध को नहीं रोका जा सकता और कुछ लोगों का मानना है कि जो लोग जघन्य अपराध कर रहे हैं उन लोगों को सजा देना जरूरी है जिससे कि समाज के लोगों को इस बात का भय हो जाए कि अपराध करना कितना गलत है ।

सजा के डर से समाज के सभी लोग नियम कानून के हिसाब से चलने लगे लगते हैं और जघन्य अपराध पर रोक लग जाती है । भारत देश में भारतीय दंड संहिता 1860 मे यदि कोई व्यक्ति किसी व्यक्ति के साथ आपराधिक षड्यंत्र रचता है या फिर किसी व्यक्ति की हत्या करता है तो उसके लिए मौत की सजा का प्रावधान किया गया है ।

अधिनियम 1967 में मृत्युदंड का प्रावधान किया गया है । भारत के संविधान मे धारा 72  के तहत मृत्युदंड का प्रावधान किया गया है । इतिहास में भी मृत्युदंड देने का चलन रहा है ।

प्राचीन समय में समाज को मजबूत करने के उद्देश्य से मृत्युदंड देने का निर्णय लिया गया है जिससे कि समाज के लोग सही रास्ते पर चलें किसी भी तरह का ऐसा जघन्य अपराध ना करें जिसके कारण अन्य लोगों को हानि हो । महिलाओं के संरक्षण के लिए भी कई कानून बनाए गए हैं ।

बलात्कार जैसे जघन्य अपराध को रोकने के लिए भारत देश में मृत्यु दंड का प्रावधान किया गया है जिससे कि बलात्कार जैसे जघन्य अपराध को पूरी तरह से रोक दिया जाए । भारत देश के अलावा कई देशों में मृत्यु दंड का प्रावधान है ।

कई देशों में किसी व्यक्ति को मृत्यु दंड देने के लिए गोली मार दी जाती है जिससे कि अन्य व्यक्तियों के अंदर एक खौफ पैदा हो । सजा के डर से कोई भी व्यक्ति ऐसा कोई कार्य न करें जिससे समाज के लोगों को हानि हो इसके लिए मृत्युदंड के रूप में गोली मारकर उनकी हत्या कर दी जाती है । यह मृत्यु दंड समाज को मजबूत करने के उद्देश्य प्राचीन समय से ही चलन में है ।

जब व्यक्ति अपराध नहीं करेगा तो एक मजबूत देश का निर्माण होगा और एक मजबूत समाज का निर्माण होगा और सभी सही रास्ते पर चलेंगे । हम सभी को अक्सर यही प्रयत्न करना चाहिए कि हम किसी भी तरह का कोई भी ऐसा कार्य न करें जिससे समाज को हानि हो ।

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