लॉकडाउन में रोजाना की दिनचर्या पर निबंध Essay on daily routine in lockdown in hindi
Essay on daily routine in lockdown in hindi
दोस्तों कैसे हैं आप सभी, आज हम आपके लिए लाए हैं लॉकडाउन में रोजाना की दिनचर्या पर निबंध आप इसे जरूर पढ़ें तो चलिए पढ़ते हैं आज के हमारे इस आर्टिकल को।
भारत में कोरोनावायरस की वजह से लंबे समय तक लॉकडाउन लगाया गया है लेकिन मार्च से शुरू हुआ 21 दिनों का लॉकडाउन काफी सख्त रहा। सरकार ने कोरोनावायरस को शुरू में ही फैलने से रोकने की पूरी कोशिश की इस बीच लोगों की रोजाना की दिनचर्या पर काफी ज्यादा प्रभाव पड़ा जो हम आगे जानने वाले हैं।

पहले जो नौजवान सुबह सुबह जिम, स्वतंत्रता पार्क आदि में एक्सरसाइज करते हुए दिखते थे लॉक डाउन की वजह से वह अपने घरों पर ही एक्सरसाइज करते हुए दिखते हैं वह घरों की छत पर एक्सरसाइज करते हैं इसके अलावा बुजुर्ग लोग जो आस-पास के पार्क, हरियाली जगहों पर योगासन, प्राणायाम आदि करते हैं वह भी आजकल घरों की छतों या घर के आंगन पर योगासन, प्राणायाम आदि करते हुए देखे जाते हैं।
लॉकडाउन के समय में किसी भी व्यक्ति को घर से बाहर निकलने की अनुमति नहीं दी गई केवल उन्हीं को अनुमति दी गई जो बहुत ही जरूरी कारण से घर से निकल रहे हैं। बच्चे जो आस पड़ोस में, गली, गलियारों में खेलते हुए नजर आते थे लॉकडाउन की वजह से उनके खेलने कूदने पर भी काफी प्रभाव देखने को मिला है।
वह अपने घर के आंगन या घर की छतों पर भी कई तरह के खेल खेलते रहते हैं, बच्चे अपने मित्रों के साथ नहीं खेल पाते हैं, वह अपने मम्मी पापा, आया, दादा दादी या घर के किसी बच्चे के साथ ही खेलकूद खेलते देखें जातेे हैंं। जो बच्चे यह सोचते थे कि उनके माता-पिता उन्हें समय नहीं दे पाते हैं ऐसे बच्चों की इच्छाएं पूरी हुई और वह अपने माता-पिता के साथ इस लॉकडाउन के समय में खेलकूद सकें और अपना ज्यादा से ज्यादा समय उनके साथ बिता सकें।
लॉकडाउन के समय में हर किसी की दिनचर्या काफी बदली है सुबह-सुबह महिला, पुरुष, बुजुर्ग सभी लोग एक्सरसाइज करते, रनिंग करते हैं हमें ज्यादातर देखने को मिलते हैं उनकी यह दिनचर्या हमें बदलती हुई नजर आई हैं। आजकल महिला, पुरुष या बुजुर्ग लॉकडाउन की वजह से सुबह-सुबह रनिंग नहीं कर पा रहे थे लॉकडाउन ने बहुत सारे महिला पुरुष या बुजुर्ग की दिनचर्या ही बदल कर रख दी।
कुछ लोग तो लंबे समय तक अपने घर पर बैठे-बैठे इतने आलसी हो गए हैं कि वह अपनी इन आदतों को धीरे धीरे भूल गए हैं लेकिन कुछ लोगों की दिनचर्या काफी बदलती हुई देखी गई हैं। बहुत से लोग इस लॉकडाउन के समय में अपने घरों पर साफ सफाई कर रहे हैं और कई ऐसे कार्य कर रहे हैं जिससे उन्हें बहुत पहले ही कर लेना चाहिए था।
बहुत से लोग घर पर तरह-तरह के पकवान आदि बनाना सीख रहे हैं बच्चे, नौजवान, औरतें, बूढ़े सभी जो बहार के जंक फूड आदि का सेवन करते थे आजकल वह ऐसे जंक फूड का सेवन नहीं कर पा रहे हैं जिससे उनकी सेहत पर भी अच्छा असर पड़ेगा। बहुत से बच्चे, नौजवान अपना अधिकतर समय किताबें पढ़ने पर भी गुजारते हैं जिससे बो नई-नई चीजें भी सीख रहे हैं इस तरह से हम देखें तो लॉकडाउन के समय में लोगों की दिनचर्या पर काफी प्रभाव देखने को मिला है।
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