एफिल टॉवर का इतिहास Eiffel tower history in hindi
Eiffel tower history in hindi
Eiffel tower – दोस्तों आज हम आपको इस आर्टिकल के माध्यम से एफिल टॉवर के इतिहास के बारे में बताने जा रहे हैं । तो चलिए अब हम आगे बढ़ते हैं और इस आर्टिकल को पढ़कर एफिल टॉवर के इतिहास के बारे में विस्तृत जानकारी प्राप्त करते हैं ।
एफिल टॉवर के बारे में – एफिल टॉवर फ्रांस देश का सबसे प्रसिद्ध और दर्शनीय टॉवर है जो फ्रांस की राजधानी पेरिस में स्थित है । यह टॉवर लोहे का बनाया गया है । इस एफिल टॉवर के निर्माण की योजना बनाने के बाद फ्रांस देश में इसकी संरचना तैयार करने के लिए कई इंजीनियरों को आमंत्रित किया गया था । जब इस एफिल टॉवर की संरचना मॉडल कई इंजीनियरों के द्वारा बनाए गए तब उन सभी मॉडल को एकत्रित किया गया था । ऐसा कहा जाता है कि इस एफिल टॉवर की संरचना तकरीबन 107 इंजीनियरों के द्वारा बनाकर तैयार की गई थी ।
इन सभी में से गुस्ताव एफिल के मॉडल को स्वीकार किया गया था ।जिसके बाद एफिल टॉवर के निर्माण के लिए मॉरिस कोच्चिलन और एमिल नुगिए दोनों जाने-माने इस एफिल टॉवर की परियोजना के संरचनात्मक इंजीनियर के तौर पर काम कर रहे थे । इसके साथ-साथ स्टिफैन सौ बेस्ट्रे एफिल टॉवर के वास्तुकार थे । यह एफिल टॉवर तकरीबन 2 साल 2 महीने 5 दिन में बनकर तैयार हुआ था । फ्रांस के पेरिस में स्थित सबसे बड़ा और सुंदर टॉवर एफिल टॉवर के निर्माण में तकरीबन 300 मजदूरों का महत्वपूर्ण योगदान रहा है । इस टॉवर को जब बनाकर तैयार कर लिया गया था तब 31 मार्च 1889 में इस टॉवर का उद्घाटन किया गया था ।
उद्घाटन करने के बाद फ्रांस के इस सुंदर एफिल टॉवर को जनता के लिए 6 मई से खोल दिया गया था । जिसके बाद दूर-दूर से लोग इस एफिल टॉवर की सुंदरता को देखने के लिए आए थे । जब लोगों ने इस एफिल टॉवर की सुंदरता को देखा तब सभी लोगों के द्वारा एफिल टॉवर की सुंदरता की प्रशंसा की गई थी । जिस समय फ्रांस में एफिल टॉवर का निर्माण किया गया उस समय यह एफिल टॉवर औद्योगिक क्रांति का प्रतीक बना था । यह एफिल टॉवर रेडियो प्रसारण टॉवर के रूप में उपयोग के लिए बनाया गया था । इस एफिल टॉवर का निर्माण 1887 को प्रारंभ किया गया था जो 1889 में बनकर तैयार हुआ था ।
यह एफिल टॉवर का निर्माण शैम्प दे मार्स मे स्थित सीन नदी के तट पर फ्रांस की राजधानी पेरिस में किया गया था । यह एफिल टॉवर उस समय का सबसे बड़ा और सुंदर एफिल टॉवर था । जिस एफिल टॉवर की ऊंचाई 324 मीटर थी । यदि हम मंजिला इमारत की हिसाब से देखें तो इस टॉवर की ऊंचाई 81 मंजिला इमारत के बराबर थी । उस समय यह एफिल टॉवर विश्व के सबसे सुंदर उल्लेखनीय निर्माण में से एक था । जिसके बाद यह टॉवर फ्रांस की संस्कृति का प्रतीक बना था ।
फ्रांस में स्थित एफिल टॉवर के निर्माण में गुस्ताव एफिल का महत्वपूर्ण योगदान रहा था इसीलिए उन्हीं के नाम पर इस एफिल टॉवर का नाम एफिल टॉवर रखा गया था । मैं आप लोगों को बता देना चाहता हूं कि फ्रांस के पेरिस में स्थित एफिल टॉवर का निर्माण करने का उद्देश्य यह था कि वैश्विक मेले का आयोजन किया जाना था जिस कारण से इस एफिल टॉवर का निर्माण कराया गया था । यदि हम उस समय की बात करें तो यह टॉवर उस समय की सबसे बड़ी इमारत थी जिसकी ऊंचाई और सुंदरता को देखने के लिए दूर-दूर के देशों से लोग आए थे ।
जब एफिल टॉवर को लोगों के लिए खोला गया तब सभी लोग टिकट लेकर एफिल टॉवर की सुंदरता को देखने के लिए जाते थे और उस समय का यह एफिल टॉवर सबसे सुंदर और दर्शनीय टॉवर कहलाया था । इस एफिल टॉवर के निर्माण के बाद पेरिस में रेडियो प्रसारण को आसानी से चारों तरफ प्रसारित किया गया था । पेरिस के इस एफिल टॉवर की सुंदरता की प्रशंसा आज जितनी भी की जाए उतनी कम है । यह विश्व की सबसे सुंदर ऊंची इमारत के रूप में अपनी पहचान बना चुका है ।
निर्माण कार्य प्रारंभ होने से लेकर निर्माण कार्य पूरा होने तक इस एफिल टॉवर की देखरेख और सुरक्षा के साथ इस एफिल टॉवर के निर्माण की जिम्मेदारी गुस्ताव एफिल के द्वारा निभाई गई थी । जब फ्रांस देश के पेरिस में स्थित एफिल टॉवर का निर्माण पूरा हो गया था तब गुस्ताव एफिल बहुत खुश हुए थे क्योंकि इसका निर्माण सफलतापूर्वक पूरा हो जाना कोई आसान काम नहीं था । जब इसका निर्माण कार्य पूरा हुआ तब इसके निर्माण की सबसे ज्यादा खुशी गुस्ताव एफिल को हुई थी क्योंकि उन्हीं के द्वारा इसके निर्माण में बहुत अधिक मेहनत की गई थी ।
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