डॉ सर्वपल्ली राधाकृष्णन का जीवन परिचय Dr sarvepalli radhakrishnan biography in hindi
Dr sarvepalli radhakrishnan life history in hindi
दोस्तों आज हम आपको डॉक्टर सर्वपल्ली राधाकृष्णन की जीवनी के बारे में बताने वाले हैं ये एक ऐसे महान इंसान हैं जिन्होंने शिक्षा के क्षेत्र में बहुत ही महत्वपूर्ण योगदान निभाया था इन्होंने कई सालों तक विद्यार्थियों को दर्शनशास्त्र की शिक्षा का का ज्ञान कराया है यह हमारे देश के राष्ट्रपति और उपराष्ट्रपति भी रह चुके हैं इनके जन्मदिन 5 सितंबर को शिक्षक दिवस के रूप में मनाते हैं चलिए पढ़ते हैं इस महान इंसान के जीवन के बारे में शुरू से
image source-https://commons.wikimedia.org/wiki/
जन्म और परिवार-
डॉक्टर सर्वपल्ली राधाकृष्णन का जन्म 5 सितंबर 1888 को मद्रास के तिरुमनी नामक गांव में हुआ था इनके पिता का नाम सर्वपल्ली विरास्वामी था एवं माता का नाम सिताम्मा था इनका विवाह सन 1904 को सिवाकमु से हुआ था. शादी के बाद उनके बच्चे हुए. इनमें से एक लड़के का नाम सर्वपल्ली गोपाल है इसके अलावा उनकी बहनें भी है.
शिक्षा और कैरियर की शुरुआत-
उन्होंने अपने जीवन में शुरूआती शिक्षा तिरुमनी नामक गांव से ही की इसके बाद आगे की पढ़ाई के लिए वेल्लूर के कॉलेज में इन्हें दाखिल करवा दिया गया इसके बाद उन्होंने मद्रास के कॉलेज से आगे की शिक्षा प्राप्त की उन्होंने दर्शनशास्त्र से m.a. किया.
ये पढ़ने में बहुत ही होशियार थे इसी वजह से बहुत ही जल्द इन्हें मद्रास प्रेसिडेंसी कॉलेज में दर्शनशास्त्र के अध्यापक के रूप में चयन कर लिया गया इसके बाद उन्होंने शिक्षा के क्षेत्र में अपने कैरियर की शुरुआत की.
देश विदेश में शिक्षा-
उन्होंने अपने दर्शनशास्त्र की शिक्षा चेन्नई, बनारस, कोलकाता जैसे शहरों के कॉलेज के विद्यार्थियों को दी और उन्हें शिक्षित किया इतना ही नहीं इन्होंने अपने दर्शनशास्त्र की शिक्षा विदेशों के कॉलेजो में भी दी.ये देश-विदेश में दर्शनशास्त्र की शिक्षा का ज्ञान करा रहे थे दर्शनशास्त्र के ऊपर उन्होंने कई पुस्तकें भी लिखी जिससे विदेश विदेश के विद्यार्थियों को लाभ मिला.
डॉक्टर सर्वपल्ली जी विवेकानंद जी से बहुत ज्यादा प्रभावित थे इनके बारे में उन्हें पूरी जानकारी थी और ये पूरे विश्व को इस दर्शनशास्त्र का ज्ञान कराना चाहते थे.
राजनीति-
डॉक्टर सर्वपल्ली राधाकृष्णन जी जब शिक्षक थे तभी जवाहरलाल नेहरु जी ने राजनीतिक कार्यों में सहयोग प्रदान करने के लिए इनसे कहा था उन्होंने नेहरु जी की बात को माना और 1947 को संविधान निर्मात्री सभा के सदस्य बने और कुछ समय बाद ही यानी 1952 से ये देश के उप राष्ट्रपति भी बने. जब इनका उपराष्ट्रपति का कार्यकाल समाप्त हुआ तब वह सन 1962 को भारत के राष्ट्रपति भी बने इस बीच उन्होंने राजनीतिक कई तरह की परेशानियों का सामना भी किया।
सम्मान-
डॉक्टर राधाकृष्णन जी ने बहुत सारे ऐसे कार्य किये जिससे वास्तव में ये लोगो के दिल पर छा गए थे इन्हें बहुत सारे पुरस्कार प्रदान किए गए थे.इन्हें इंग्लैंड सरकार द्वारा आर्डर ऑफ मेरिट का पुरस्कार दिया गया इन्हें राजनीति और शिक्षा के क्षेत्र में अपना योगदान देने के लिए 1954 में भारत रत्न से भी सम्मानित किया गया था.
वास्तव में डॉक्टर सर्वपल्ली राधाकृष्णन सम्मान के हकदार थे उन्होंने देश के लिए शिक्षा के क्षेत्र में जो किया वह वास्तव में काबिले तारीफ है.
मृत्यु-
डॉक्टर सर्वपल्ली राधाकृष्णन की लंबे समय से तबीयत खराब थी उनका इलाज भी चल रहा था लेकिन कुछ समय बाद यानी 17 अप्रैल सन 1975 को उनकी मृत्यु हो गई और यह महान इंसान हम सभी को छोड़कर हमेशा हमेशा के लिए चले गए लेकिन जो वह शिक्षा हमें दे गए
वह हमेशा हमेशा के लिए हमारे दिलो-दिमाग पर हैं उनकी याद में हर साल उनके जन्मदिन पर हम शिक्षक दिवस मनाते हैं वास्तव में उनके द्वारा लिखित पुस्तकें भी हमें हमेशा याद रहेंगी इस तरह के महान इंसान इस पृथ्वी पर कभी कभार ही जन्म लेते हैं।
दोस्तों अगर आपको हमारे द्वारा लिखा गया है ये आर्टिकल Dr sarvepalli radhakrishnan biography in hindi पसंद आए तो इसे शेयर जरूर करें और हमारा Facebook पेज लाइक करना ना भूलें और हमें कमेंटस के जरिए बताएं कि आपको हमारा यह आर्टिकल Dr sarvepalli radhakrishnan life history in hindi कैसा लगा इसी तरह के नए-नए आर्टिकल को सीधे अपने ईमेल पर पाने के लिए हमें सब्सक्राइब जरूर करें।