कोरोना अभिशाप या वरदान पर निबंध Corona abhishaap ya vardan essay in hindi 200 words

corona abhishaap ya vardan essay in hindi 200 words

कोरोना वायरस भारत देश में तेजी से फैल रहा है, तेजी से फैल रहे इस संक्रमण से हम अंदाजा लगा सकते हैं कि कोरोनावायरस एक अभिशाप है या वरदान। कोरोना एक अभिशाप भी है और इसे हम एक वरदान की तरह भी देख सकते हैं तो चलिए इन बातों को समझते हैं।

Poem on rashtra nirman mein nari ka yogdan
Poem on rashtra nirman mein nari ka yogdan

कोरोनावायरस एक अभिशाप है क्योंकि कोरोनावायरस की वजह से बहुत सारे लोगों ने अपनी जान गवाई है। इसका संक्रमण काफी तेजी से फैल रहा है जिस वजह से देश में इसके चलते कई अन्य समस्याएं भी आई हैं। इन समस्याओं में यातायात की समस्या, हॉस्पिटलों में ज्यादा मरीजों की संख्या बढ़ने से उनके इलाज की समस्या। इसके अलावा हम देख रहे हैं कि कोरोनावायरस की वजह से लॉकडाउन के कारण कई दुकानें बंद रही, पूरा मार्केट इससे प्रभावित हुआ और देश की अर्थव्यवस्था भी बिगड़ी, यह एक अभिशाप भी है।

दूसरी और हम कोरोनावायरस को सकारात्मक दृष्टि से भी देख सकते हैं। हम सभी कोरोना की वजह से हाथ धोने की आदत डालते जा रहे हैं जिससे हम कई तरह की बीमारियों से बच सकते हैं, यह आदत जीवन में हमारी काफी मदद करेगी। कोरोना के संक्रमण को रोकने के लिए हम साफ-सफाई का भी विशेष रूप से ध्यान दे रहे हैं और एक दूसरे को भी जागरूक कर रहे हैं।

दरहसल आसपास की सफाई करने से कई अन्य बीमारियां भी हम सभी से दूर होंगी। इसके अलावा लंबे समय तक वाहनों के कम होने से पर्यावरण का भी संतुलन सही होगा। इस तरह से हम कोरोनावायरस को एक वरदान के रूप में भी देख सकते हैं लेकिन फिलहाल में हम देखें तो कोरोनावायरस की वजह से सबसे ज्यादा हम सभी के लिए नुकसान ही है।

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