क्रिसमस पर निबंध Christmas Essay in Hindi

Christmas Essay in Hindi

दोस्तों कैसे हैं आप सभी, दोस्तों आज हम आपके लिए लाए हैं क्रिसमस पर निबंध। अक्सर विद्यार्थियों के जीवन में क्रिसमस का त्योहार बहुत ही महत्वपूर्ण होता है स्कूलों में क्रिसमस पर निबंध भी पूछा जाता है आप हमारे द्वारा लिखित निबंध से जानकारी लेकर क्रिसमस पर निबंध लिख सकते हैं तो चलिए पढ़ते हैं आज के इस आर्टिकल को

Christmas Essay in Hindi
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हमारे भारत देश में कई सारे त्यौहार मनाए जाते हैं जैसे कि दीपावली, रक्षाबंधन, दशहरा, क्रिसमस। इन त्योहारों में क्रिसमस का त्योहार भी हमारे जीवन में बहुत ही महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है और यह त्योहार हर कोई मनाता है लेकिन ईसाईयों के लिए तो क्रिसमस का त्यौहार सबसे महत्वपूर्ण त्योहारों में से एक होता है। क्रिसमस के त्यौहार आने से कुछ दिन पहले से ही ईसाई लोग इस त्यौहार की तैयारी करना शुरु कर देते हैं और घर की सजावट, पुताई आदि वह कुछ दिन पहले से ही करना शुरु कर देते हैं।

क्रिसमस के त्योहार पर सभी सरकारी संस्थान या गैर सरकारी संस्थानों की छुट्टी होती है इसलिए यह त्यौहार बच्चों के लिए खास होता है इस क्रिसमस के त्यौहार पर वैसे भी ठंड पड़ रही होती हैं क्योंकि यह 25 दिसंबर को ठंडो के दिनों में पड़ता है इस त्यौहार के अवसर पर लगभग 1 सप्ताह की छुट्टी होती है. बच्चे इन दिनों बहुत खुश होते हैं कहते हैं की क्रिसमस के दिन ही भगवान ईसा मसीह का जन्म हुआ था उनको बच्चे बहुत ही प्रिय थे इसलिए बच्चे इस त्यौहार को बहुत ही उत्साह के साथ मनाते हैं.

बच्चे अपने स्कूलों में एक दिन पहले ही इस त्यौहार की खुशी में सांता क्लोज की ड्रेस या टोपी पहन कर आते हैं और वह इस त्यौहार के मौके पर खुशी में झूम जाते हैं इस क्रिसमस के त्यौहार के दिन क्रिसमस के पेड़ों को भी तरह तरह से सजाया जाता है, तरह तरह की रोशनी, फूल आदि से सजावट की जाती हैं घरों की भी और रोशनी, फूलों आदि से सजावट की जाती है।

लोग अपने सुख समृद्धि की इस दिन कामना करते हैं और ईसा मसीह को प्रणाम करते हैं वह अपने रिश्तेदारों, आस पड़ोस के लोगों को मिष्ठान एवं कई तरह के उपहार भेंट करके अपनी खुशी जाहिर करते हैं वह इस क्रिसमस को मिल-जुलकर बहुत ही खुशी खुशी मनाते हैं और कई तरह के भजन गाते हैं और खुशी में झूम जाते हैं। क्रिसमस का यह त्यौहार ईसाईयों के लिए एक प्रमुख त्यौहार है।

25 दिसंबर को जिस दिन क्रिसमस मनाया जाता है इस दिन जोसेफ़ और मैरी के घर में ईसा मसीह का जन्म हुआ था ईसा मसीह को लोग परमेश्वर का दूत मानते थे दरअसल ईसा मसीह ने बड़े होकर देश में फैले अंधविश्वास और अज्ञानता को दूर किया था और कई तरह से लोगों को ज्ञान दिया था इसी वजह से ईसा मसीह के अनुयायियों की संख्या धीरे धीरे बढ़ने लगी थी लेकिन उस समय के शासकों को इससे जलन होने लगी और उन्होंने ईसा मसीह को कई तरह से प्रताड़ित करना शुरू कर दिया और अंत में ईसा मसीह को सूली पर लटका दिया गया लेकिन ईसा मसीह के द्वारा किए गए कर्म आज भी लोगों को याद आते हैं लोग उन्हें भगवान समझते हैं, उनकी पूजा करते हैं.

दरहसल ईसा मसीह ने अपने जीवन में कठिनाइयों का सामना किया था और हमेशा सत्य के मार्ग पर चलें थे इसलिए सिर्फ ईसाईयों के लिए ही नहीं बल्कि हर एक धर्म के लिए ये प्रेरणा के स्त्रोत हैं और हर समुदाय के लोग इस क्रिसमस के त्यौहार को विशेष रूप से मनाते हैं। क्रिसमस के त्यौहार के कुछ ही दिनों बाद नया साल आता है जिस वजह से क्रिसमस के त्यौहार की खुशियां और भी ज्यादा बढ़ जाती हैं क्रिसमस के दिन किसी भी धर्म या जाति का व्यक्ति क्यों ना हो वह अपने दोस्तों, रिश्तेदारों को क्रिसमस की बधाइयां देता है और अपनी खुशी जाहिर करता हैं।

क्रिसमस के त्यौहार के अवसर पर चर्च को भी विशेष रूप से सजाया जाता है लोग चर्च में ईसा मसीह के दर्शन करने आते हैं और रात के 12:00 बजते ही केक काटा जाता है और खुशियां मनाई जाती हैं। लोग केरल सिंगिंग गाकर खुशियां मनाते हैं और झूमते गाते हैं, एक दूसरे को बधाइयां देते हैं। कई चर्च जो विख्यात होते हैं वहां पर दूर-दूर से, अलग-अलग राज्यों से श्रद्धालु आते हैं और इस क्रिसमस त्योहार को मिलजुल कर मनाते हैं। हमें क्रिसमस का यह त्यौहार विशेष रूप से हर्षोल्लास के साथ मनाना चाहिए।

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