चौपाल जाति का इतिहास Chaupal caste history in hindi

Chaupal caste history in hindi

दोस्तों आज हम आपको इस लेख के द्वारा चौपाल जाति के इतिहास के बारे में बतानेेे जा रहे हैं तो चलिए अब हम आगे बढ़ते हैं और इस आर्टिकल को पढ़कर चौपाल जाति के इतिहास के बारे में जानकारी प्राप्त करतेे हैं ।

चौपाल जाति अनुसूचित जनजाति में आती है । चौपाल जाति के इतिहास की बात करें तो पिछड़े वर्ग की कई जातियों को मिलाकर चौपाल जाती का जन्म हुआ है । चौपाल जाति के तहत कई जातियां , कई प्रजातियां आती हैं जैसे कि पान , स्ववासी , तांती , तंतवा ,  आदि । चौपाल जाति को अनुसूचित जाति के तहत इसलिए रखा गया है क्योंकि चौपाल जाति को सरकारी लाभ प्राप्त हो सके, चौपाल जाति के लोग आगे बढ़ सके । कई राज्य सरकार के द्वारा चौपाल जाति को आगे बढ़ाने के उद्देश्य से सरकारी लाभ दिए जा रहे हैं ।

अब हम बात करते हैं बिहार राज्य की बिहार राज्य सरकार के द्वारा चौपाल जाति को पूर्व से ही अनुसूचित जनजाति मे शामिल किया गया है । पटना में स्थित हाई कोर्ट के द्वारा चौपाल जाति के लिए यह निर्णय लिया गया है कि चौपाल जाति और खतवे जाति को अनुसूचित जनजाति में शामिल किया जाए क्योंकि यह वह समाज है जो अत्यंत गरीब है । जब चौपाल जाती को अनुसूचित जनजाति में शामिल करने का निर्णय लिया गया तब चौपाल जाति के सभी लोग बहुत ही खुश हुए थे ।

सरकार के द्वारा चौपाल जाति को अनुसूचित जनजाति मे शामिल किया गया था । आज चौपाल जाति को सभी सरकारी लाभ प्राप्त हो रहे हैं । चौपाल जाति के बच्चे अच्छी शिक्षा प्राप्त कर आगे बढ़ रहे हैं । चौपाल जाति के बच्चे निरंतर प्रगति के रास्ते पर चलते रहें इसके लिए चौपाल जाती को अनुसूचित जनजाति मे शामिल किया गया है । चौपाल जाति निरंतर आगे बढ़ती रहे इसके लिए चौपाल जाति के सभी लोग मिलकर कई सांस्कृतिक कार्यक्रम का आयोजन भी करते हैं जिससे की चौपाल जाति के सभी लोगों की सोच विकसित हो ।

बिहार राज्य मे चौपाल जाति के द्वारा मधेपुरा में महासभा का आयोजन भी किया गया था । यह आयोजन चौपाल जाती को विकसित करने के उद्देश्य रखा गया था । चौपाल जाति के द्वारा महासभा का आयोजन हर्षोल्लास के साथ किया गया था । यह महासभा चौपाल जाति को अनुसूचित जाति में शामिल करने की खुशी में रखा गया था क्योंकि भारत की आजादी के 70 साल बाद चौपाल जाति को सरकार के द्वारा अनुसूचित जाति में स्थान दिया गया है । धीरे-धीरे चौपाल जाति एक विकसित जाति के रूप में बदलती जा रही है ।

जब चौपाल जाति के द्वारा बिहार राज्य में महासभा का आयोजन किया गया तब वहां पर चौपाल जाति के अध्यक्ष के द्वारा चौपाल जाति के सभी लोगों को नशा मुक्त होने का संकल्प दिया गया था और चौपाल जाति  के सभी लोगों को यह बताया गया था कि समाज को विकसित करने के लिए समाज के सभी बच्चों को शिक्षित करने की आवश्यकता है । जब चौपाल जाति के बच्चे शिक्षित होंगे तब समाज विकसित होगा और चौपाल जाति के सभी लोग विकसित होंगे ।

दोस्तों हमारे द्वारा लिखा गया यह सुंदर लेख चौपाल जाति का इतिहास आपको कैसा लगा इसके इसके बारे में हमें अवश्य बताएं जिससे कि भविष्य में इस तरह के सुंदर लेख हम आप लोगों के समक्ष प्रस्तुत कर सकें धन्यवाद ।

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