असली दौलत “bharat ki lok kathayen in hindi”
दोस्तों आज दुनिया में कुछ लोग ऐसे हैं जिनके लिए अपनी धन-संपत्ति प्रॉपर्टी इन सबसे बढ़कर कुछ भी नहीं होता,वह हमेशा इसके बारे में ही सोचते रहते हैं यहां तक की वह अपने परिवार से पहले इन को महत्व देते हैं दोस्तों मैं मानता हूं कि पैसा आज बहुत कुछ है लेकिन पैसा आपके परिवार से बढ़कर नहीं हो सकता क्योंकि पैसा आपकी जरूरतों को तो पूरा कर सकता है लेकिन जरुरी नहीं कि पैसा आपको एक अच्छा इंसान और आपको खुशी दे इसलिए पैसे से पहले अपने परिवार को महत्व दीजिए आज मैं आपको इसी पर आधारित एक बहुत ही प्रेरणादायक कहानी सुनाने जा रहा हूं.
काफी समय पहले एक सेठ जी थे उनके पास अपार धन-संपत्ति थी,मार्केट के बीचोंबीच बहुत ही अच्छी बड़ी दुकान थी उनका कारोबार बहुत ही बढा था,वह सबसे ज्यादा अपने कारोबार को वैल्यू देते थे,उनके घर पर बहुत सी सोने चांदी की वस्तुएं रखी रहती थी वह अपनी अपार धन धन संपत्ति के कारण जिंदगी में काफी खुश थे,एक दिन जब सेठ जी अपनी पत्नी के साथ रात में सो रहे थे अचानक ही उनके घर में आग लग गई,सेठ जी और उनकी पत्नी अपनी धन-संपत्ति बचाने की कोशिश कर रहे थे वह अपनी सोने चांदी की वस्तुओं को घर के बाहर रख रहे थे,जब सभी सोने चांदी की वस्तु उन्होंने बाहर रखी.
तब एक पड़ोस के व्यक्ति ने उनसे पूछा कि आपका छोटा बच्चा कहां है तो सेठजी को एकदम से ही याद आया और वह जैसे ही उसको निकालने के लिए घर के अंदर गए तो उन्होंने देखा कि उनका बच्चा जलकर मर चुका है, तब सेठ जी को बहुत ही दुख हुआ उन्होंने बाहर आकर अपने पड़ोसियों और अपनी पत्नी से कहा कि अपना बच्चा तो जल कर मारा जा चुका है तो आस-पड़ोस वालों ने उन दोनों पति पत्नी से कहा कि तुम अपने जीवन में सबसे ज्यादा महत्वता धन संपत्ति को देते हो
अगर आज तुम अपने बच्चे को कुछ समझते तोह वोह आज जीवित होता,सबसे पहले उसकी जान बचाते तो बेचारा आज जीवित होता तुम दोनो कितने बेवकूफ हो तुमने धन-संपत्ति को अपना सब कुछ समझा,बेचारे अपने इकलौते बेटे को भूल ही गए तुमने उसको मर जाने दिया जब आग लगी तो बिल्कुल भी ध्यान नहीं आया कि बच्चा कमरे में सो रहा है.
उस सेठ जी और सेठानी को बहुत पछतावा हुआ दोस्तों दुनिया में ऐसे भी लोग होते हैं जो अपने बीवी बच्चों को धन-संपत्ति से ज्यादा वैल्यू नहीं देते वह धन-संपत्ति प्रॉपर्टी को सब कुछ समझने लगते हैं लेकिन उनकी जो असली धन संपत्ति होती है उसकी और उनका ध्यान नहीं जाता इसलिए हम को सबसे ज्यादा महत्त्व संपत्ति प्रॉपर्टी को नहीं देना चाहिए बल्कि अपने परिवार वालो को देना चाहिए आज मैंने देखा है कि बहुत सारे रिश्तो में धन-संपत्ति प्रॉपर्टी के वजह से लड़ाई झगड़े होते रहते हैं लेकिन उन सभी को समझना चाहिए कि रिश्ते और प्यार ही हमारी असली संपत्ति है
अगर आपको हमारी ये प्रेरणादायक कहानी bharat ki lok kathayen in hindi पसंद आई हो तो इसे शेयर करे.