बहुला चौथ व्रत कथा इन हिंदी Bahula chauth vrat katha in hindi

Bahula chauth vrat katha in hindi

दोस्तों आज हम आपके लिए लाए हैं बहुला चौथ व्रत कथा को . चलिए अब हम इस लेख के माध्यम से बहुला चौथ व्रत कथा को पढ़ेंगे . भाद्रपद कृष्ण चौथ पक्ष के शुभ अवसर पर यह व्रत किया जाता है . यह व्रत सभी माताएं अपने पुत्रों की लंबी आयु के लिए करती हैं . बहुला चौथ व्रत सावन महीने में किया जाता है . बहुला चौथ व्रत एवं कथा सावन माह के कृष्ण पक्ष में नाग पंचमी से ठीक 1 दिन पहले किया जाता है .

bahula chauth vrat katha in hindi
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image source – http://www.wfgyan.in/2017/07/

चलिए अब हम बहुला चौथ व्रत कथा को पढ़ते हैं . भगवान श्री कृष्ण ने अपनी बाल्यावस्था में  कई लीलाएं दिखाई हैं . जब भगवान श्री कृष्ण अपने मित्रों के साथ अपने गांव की गायों को चराने के लिए जंगल में ले जाया करते थे तब अपने मित्रों के साथ वह  कई लीलाएं करते थे . श्री कृष्ण के पास कई गाय थी उन्हीं में से उनकी सबसे प्यारी गाय बहुला थी . बहुला से श्री कृष्णा बहुत प्रेम करते थे . श्री कृष्ण बहुला गाय का दूध का  ही सेवन किया करते थे . बहुला गाय के दूध में अमृत की सुगंध आती थी .

श्री कृष्ण बहुला गाय के दूध को बड़े स्वाद से  पीते थे . श्री कृष्ण बहुला गाय की सेवा बड़े प्रेम से किया करते थे . बहुला गाय भी श्रीकृष्ण को बहुत प्रेम करती थी . जब श्री कृष्ण बहुला गाय का दूध लगाते थे तब बहुला गाय के थन से दूध की धारा बहने लगती थी . एक बार जब बहुला गाय घास चरने के लिए जंगल में जा रही थी तब श्री कृष्ण ने सिंह का रूप धारण करके बहुला गाय का रास्ता रोक लिया था . बहुला गाय सिंह को देखकर घबरा गई थी . बहुला गाय ने सिंह से कहा की मेरा बच्चा भूखा प्यासा है .

मैं इस जंगल में घास चरने के लिए आई हूं . मुझे घास खाकर अपने बच्चे को दूध पिलाने के लिए जाने दो . मैं तुमसे वादा करती हूं कि मैं अपने बच्चे को दूध पिला कर तुम्हारे पास वापस आ जाऊंगी और  तुम मुझे खा लेना . सिंह ने कहा कि मैं तुम पर कैसे विश्वास कर लूं . मैं अपने भोजन को नहीं छोड़ सकता हूं . मैं तुम्हें खाकर अपनी भूख मिटा  लूंगा . बहुला गाय ने सिंह से कई मिन्नतें की और वचन दिया कि मैं अपने बच्चे को दूध पिला कर तुम्हारे पास अवश्य आऊंगी .

जब बगुला गाय ने वचन दिया तब सिंह ने बहुला को  जाने दिया . बहुला गाय उस जंगल से बाहर निकल कर अपने बच्चे के पास पहुंची और उस को दूध पिलाया . दूध पिलाने के बाद वह अपने वचन को निभाने के लिए उस जंगल में वापस आई और सिंह से कहने लगी कि अब तुम मुझे खा सकते हो . भगवान श्री कृष्ण अपने असली रूप में आए और बहुला गाय से कहने लगे कि मैं तुम्हारी परीक्षा ले रहा था और तुम मेरी परीक्षा में पास हो गई हो .

भगवान श्री कृष्ण ने बहुला गाय से कहा की इस पृथ्वी पर सभी लोग बहुला व्रत किया करेंगे और तुम्हारी पूजा किया करेंगे . तभी से यह व्रत किया जाता है . जो भी माता अपने बच्चे की लम्बी आयु के  लिए बहुला चौथ व्रत कथा करती है उसके बच्चे की आयु बढ़ जाती है .

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