बादल पर कविता Badal poem in hindi
Badal poem in hindi
दोस्तों कैसे हैं आप सभी, दोस्तों जुलाई का महीना आ गया है बरसात का मौसम शुरू हो गया है इस मौसम में ज्यादातर हमको आसमान में काले बादल दिखाई देते हैं इन बादलों को देखकर कोई भी वर्षा होने का अंदेशा लगा सकता है इन्हीं बादलों से ही मौसम विभाग वाले मौसम का अंदेशा लगाते हैं। बादल बर्फ और पानी के सूक्ष्म कणों से मिलकर बने होते है बादल कई तरह के होते हैं कुछ बादल सबसे ऊपर होते हैं कुछ उनसे नीचे होते हैं तो कुछ उससे भी नीचे होते हैं।
कुछ बादल बहुत भारी भी होते हैं की विशालकाय पर्वत जितने होते हैं कुछ बादल ऐसे प्रतीत होते हैं मानो रुई के ढेर के समान हैं। बादलों की अलग-अलग प्रवृत्ति है जब बादल गरजते हैं तो हमें डर लगता है साथ में खुशी भी होती है क्योंकि हम समझ जाते हैं कि अब पानी बरसने वाला है। बादलों को देखते ही मोर घर की छतों पर नाचने लगते हैं दोस्तों चलिए पढ़ते हैं आज के बादलों पर लिखे हमारे आर्टिकल को
आ गए हैं बादल
छा गए हैं बादल
अब तो बरसेंगे बादल
खुशी से झूम उठें है बादल
बादलों की गड़गड़ाहट सुनाई दे रही है
पानी से नदियाँ समा रही है
बच्चे और पंछी झूम रहे हैं
मोर को भी देखो यह नाच रहे हैं
पेड़ पौधे भी अब खिल गए हैं
वह भी मिलकर झूम रहे हैं
आ गए हैं बादल
छा गए हैं बादल
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