बाढ़ पीड़ित की आत्मकथा निबंध Baad pidit ki atmakatha essay in hindi

Baad pidit ki atmakatha essay in hindi

दोस्तों आज हम आपके लिए लाए हैं बाढ़ पीड़ित व्यक्ति की आत्मकथा पर लिखा गया हमारा काल्पनिक आर्टिकल. आज हम देख रहे हैं की बाढ़ की समस्याएं हमारे देश के कई हिस्सों में देखने को मिलती हैं जिस वजह से देशवासियों को कई तरह की समस्याओं का सामना करना पड़ता है चलिए पढ़ते हैं बाढ़ पीड़ित व्यक्ति की आत्मकथा को

Baad pidit ki atmakatha essay in hindi
Baad pidit ki atmakatha essay in hindi

मैं एक बाढ़ पीड़ित हूं वास्तव में मैंने उस रात जिंदगी के अपने सबसे बड़े डर का सामना किया था. उस दिन भर पानी बरसता रहा मैंने सोचा की साधारण सा पानी है, मेरी घर की दीवार से पानी रिस रहा था लेकिन मैंने कोई खास ध्यान नहीं दिया. मेरा घर मिट्टी की ईंटों से बना कच्चा घर है, हर साल पानी बरसता है लेकिन इस साल थोड़ा तेज पानी था लेकिन मैंने कोई खास ध्यान नहीं दिया. शाम को 9:00 बजे मैं अपनी बीवी और दो बच्चों एवं अपने मां बाप के साथ अपने घर पर विश्राम करने लगा था

तभी रात के 3:00 मेरी अचानक आंख खुली तो मैंने एक जोरदार आवाज सुनी, आवाज सुनकर जैसे ही मैंने मेरे घर के बाहर का दरवाजा खोला तो हमारे पड़ोसी का सामने वाला घर इस बाढ़ की वजह से गिर गया था. मैं बहुत ही घबरा गया था क्योंकि पानी घुटनों से भी ऊपर आ गया था मैंने जल्दी-जल्दी अपने घर के हर एक सदस्य को घर के बाहर निकाला और हमारे घर के पास में ही स्थित ऊंची चोटी पर जाकर खड़ा हो गया. मेरा परिवार भी मेरे साथ था मैं अपने आप को सुरक्षित महसूस कर रहा था.

सोच रहा था कि कुछ समय बाद इस बाढ़ की स्थिति काबू हो जाएगी लेकिन ऐसा नहीं था पानी बहुत ही तेजी से बरस रहा था, हवा भी बहुत तेजी से चल रही थी. हमारे आस पड़ोस के लोग उस पानी में बहते हुए मारे जा चुके थे. हम बड़ी मुश्किल से सुरक्षित बच पाए थे तभी मैंने देखा की पानी हमारे घर को आधे से ज्यादा डूबा चुका है, हमारा घर इस तेजी से आ रही बाढ़ की वजह से एक जोरदार आवाज के साथ गिर गया था. घर में रखा सामान दब गया था उस पानी में बहता हुआ जा रहा था.

हम यह नजारा देख रहे थे लेकिन हम इस तेजी से आ रही बाढ़ की वजह से कुछ भी नहीं कर पा रहे थे इस बाढ़ में हमारे शहर के 200 से भी ज्यादा लोग मारे जा चुके थे. मैं अपने आप को बहुत ही किस्मत वाला समझ रहा था कि मैं अपने पूरे परिवार के साथ सुरक्षित था लेकिन हमें अपनी धन-संपत्ति को खोना पड़ा फिर कुछ रिश्तेदारों ने हमारी मदद की और कुछ समय तक हमें रहने के लिए स्थान प्रदान किया. हम सभी को भी ऐसे ही बाढ़ पीड़ित लोगों की मदद जरूर करना चाहिए.

बहुत सारे लोग होते हैं जो इस तरह की प्राकृतिक आपदा की वजह से कई सारी परेशानियों को झेलते हैं ऐसे लोगों की हम सभी को मदद करनी चाहिए. बहुत सारे लोग इस तरह की प्राकृतिक आपदाओं की वजह से बेसहारा हो जाते हैं उनको सहारा देकर यदि हम उनकी मदद करते हैं तो उससे बड़ा पुण्य कुछ भी नहीं हो सकता.

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