घोड़े की आत्मकथा Autobiography of horse in hindi

Autobiography of horse in hindi

Autobiography of horse – दोस्तों आज हम आपको इस आर्टिकल के माध्यम से घोड़े की आत्मकथा के बारे में बताने जा रहे हैं । तो चलिए अब हम आगे बढ़ते हैं और इस आर्टिकल को पढ़कर घोड़े की आत्मकथा के बारे में जानकारी प्राप्त करते हैं ।

Autobiography of horse in hindi
Autobiography of horse in hindi

मैं एक घोड़ा बोल रहा हूं , मैं इंसान की कई प्रकार से सहायता करता हूं । मैं एक सुंदर फुर्तीला जानवर हूं । मैं लोगों को अपनी पीठ पर बिठाकर सवारी कराता हूं । मेरा उपयोग कई तरह से किया जाता है । मैं एक पालतू जानवर हूं । जो भी व्यक्ति मुझे पालता है वह व्यक्ति मेरे ऊपर बैठकर सवारी करके आनंद प्राप्त करता है । मेरे चार लंबे लंबे पैर होते हैं । मेरी एक सुंदर बालों से भरी हुई पूछ होती है । मेरी दो आंखें होती हैं जो आंखें बहुत तेज होती हैं जो  दूर का आसानी से देख लेती हैं । मेरे दो कान होते हैं ।

मेरी गर्दन लंबी होती है और मेरी गर्दन के ऊपर सुंदर चमकीले बाल होते हैं जिससे मैं बहुत सुंदर दिखाई देता हूं । मैं दौड़ने में बहुुुत सक्षम हूं । मैं 80 से 90 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से दौड़ लगा सकता हूं और अपनी पीठ पर बैठा कर व्यक्ति को एक स्थान से दूसरे स्थान पर पहुंचा सकता हूं । जो भी व्यक्ति मेरी पीठ पर बैठकर सवारी करता है वह अपने जीवन में आनंद प्राप्त करता है । मेरा उपयोग प्राचीन समय से ही किया जाता रहा है । राजा महाराजा भी मेरी पीठ पर बैठकर युद्ध करने के लिए जाते थे । जिस समय बड़े बड़े वाहनों का आविष्कार नहीं हुआ था उस समय मेरी पीठ पर बैठकर सभी एक स्थान से दूसरे स्थान पर जाते थे ।

दूर दूर तक जाने के लिए मेरा ही सहारा लिया करते थे । मैं एक बहुत उपयोगी जानवर हूं और सभी लोग मेरा उपयोग सामान ढोने और सवारी करने के लिए करते हैं । मेरी जो टांगे होती हैं वह टांगे बहुत ही मजबूत होती हैं । मैं अधिकतर खड़ा ही रहता हूं । मैं कई रंगों में पाया जाता हूं । मेरा सफेद काला भूरा रंग बहुत ही दर्शनीय होता है । मैं चितकबरी रंग का बहुत सुंदर दिखाई देता हूं । जब बच्चे मुझे देखते हैं तो मेरी पीठ पर बैठकर सवारी का आनंद लेते हैं । मेरी द्वारा तांगा खिंचा जाता है और उस तांगे में सवारी बैठ कर एक स्थान से दूसरे स्थान पर यात्रा करती है ।

मैं पिठ के मध्यम से भारी से भारी सामान ढोने में भी मैं सहायता करता हूं । मेरा वजन 300 से 600 किलो तक हो सकता है । जब मेरे बच्चे का जन्म होता है तब वह तुरंत चलना  फिरना सीख जाता है । मैं जब लोगों की सहायता करता हूं तब मुझे बड़ा आनंद आता है । मेरा जन्म ही लोगों को सवारी कराने , सामान ढोंने के लिए हुआ है । मैं एक पालतू जानवर हूं । पालतू जानवर के साथ साथ में एक जंगली जानवर भी होता हूं । जब मुझे जंगल से शहर की ओर लाया जाता है तब मुझे शहर में रहने के लिए तैयार किया जाता है और मेरा उपयोग करने से पहले मुझे काबू में किया जाता है ।

मुझे वही व्यक्ति काबू कर सकता है जो घुड़सवारी करने में रुचि रखता हो । कोई आम इंसान मुझे काबू नहीं कर सकता है । मैं एक लगाम से चलने वाला जानवर हूं । घोड़सवार के हाथ में मेरी लगाम होती है । मैं उसके द्वारा बताए गए रास्ते पर चलता हूं । मेरा उपयोग शादी समारोह में भी किया जाता है । जब किसी के घर में किसी व्यक्ति के लड़के की शादी होती है तब मुझे उस शादी में आमंत्रित किया जाता है और मेरी पीठ पर दूल्हे को बैठाया जाता है । जब दूल्हा मेरी पीठ पर बैठकर दुल्हन के घर जाता है तब मुझे बड़ा आनंद आता है ।

मेरा जीवन काल तकरीबन 30 वर्ष का होता है । मैं भोजन में अधिकतर घास खाना पसंद करता हूं । घास खाने के साथ साथ मैं चना खाना बहुत ही पसंद करता हूं । मैं मीठी चींजे खाना पसंद करता हूं । जो घुड़सवार मुझे पालता है वह मुझे खाने के लिए चना गुड़ भूसा का मिश्रण बनाकर तैयार करके उस मिश्रण को मुझे खाने के लिए देता है । मुझे अधिक से अधिक पानी पीना पड़ता है । जब कोई घुड़सवार मेरी पीठ पर बैठकर सवारी करता है तब वह लगाम को खींचकर मुझे अपने काबू में करके रखता है ।

मेरी एक दौड़ प्रतियोगिता भी होती है जिस दौड़ प्रतियोगिता में मेरे जैसे कई घोड़े भाग लेते हैं ।मैंने कई बार प्रतियोगिता जीती है । जब मैं प्रतियोगिता जीतता हूं तब मेरा मालिक मुझे बहुत प्यार करता है ।

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