वृद्धाश्रम में रहने के फायदे और नुकसान निबन्ध Aashram me rahne ke fayde or nuksan in hindi essay

Aashram me rahne ke fayde or nuksan in hindi essay

आज हमारे इस आर्टिकल में हम पढ़ेंगे वृद्धाश्रम में रहने के फायदे और नुकसान। दरअसल आजकल के समय में बहुत सारे वृद्ध लोगों को वृद्ध आश्रम में रहना पड़ता है। वहां पर उन्हें कुछ समस्याओं का सामना भी करना पड़ता है जिसके नुकसान भी है और हमारे भारत देश के बुजुर्ग लोग परेशान होते हैं।

Aashram me rahne ke fayde or nuksan in hindi essay
Aashram me rahne ke fayde or nuksan in hindi essay

इसके अलावा वृद्ध आश्रम में रहने के कुछ फायदे भी हैं जो हम इस आर्टिकल में पढेंगे तो चलिए पढ़ते हैं आज से हमारे इस आर्टिकल को

वृद्धा आश्रम में रहने के फायदे- वृद्ध आश्रम में अधिकतर बुजुर्ग रहते हैं जिनको उनके बच्चे साथ में नहीं रखते हैं, बच्चे उन्हें अपनी मजबूरीबस या किसी के बहकावे में आकर या माता-पिता के प्रति किसी तरह का प्रेम ना होने के कारण या उनमे संस्कार की कमी की वजह से होता है। कभी-कभी ऐसा इसलिए भी होता है कि बुजुर्ग लोग या बच्चे एक साथ में एडजस्ट नहीं कर पाते इस वजह से बुजुर्ग लोग वृद्ध आश्रम में रहते हैं।

वृद्ध आश्रम में रहने से वृद्ध लोगों को उनकी उम्र के अन्य साथी भी मिल जाते हैं जिनके साथ वो समय बिता पाते हैं, जिनसे वो अपने दिनों की बातें कर पाते हैं जिससे उनका समय अच्छी तरह से गुजर जाता है। वृद्ध आश्रम में बुजुर्ग लोग अपने मुताबिक जीते हैं उन पर उनके बच्चे रोक-टोक लगाने के लिए नहीं होते, वह आजादी की सांस लेते हैं।

वृद्ध आश्रम में बुजुर्गों को परेशान करने वाला या ताना देने वाला नहीं होता जिस वजह से वह अपनी जिंदगी अच्छी तरह से गुजर बसर करते हैं। वृद्ध आश्रम में रहने का एक और फायदा यह है की उनकी सेवा हो जाती है वरना आजकल के समय में बहुत से ऐसे बेटा होते है जो माता-पिता की सेवा भी नहीं करते और उन्हें अकेला बेसहारा छोड़ देते हैं इस तरह से हम देखें तो वृद्धा आश्रम में दाखिला करवाने के कुछ फायदे हैं।

वृद्ध आश्रम में रहने के नुकसान- वृद्ध आश्रम में रहने के फायदों के साथ में कुछ नुकसान भी हैं।

सबसे पहला नुकसान यह है कि वृद्ध आश्रम में रहने की वजह से वृद्ध लोगों को अपने पोता पोती के साथ में रहने का मौका नहीं मिल पाता हैंं जिस वजह से उनके सपने अधूरे रह जाते हैं और कभी कभी इसका नुकसान ही होता है। उनकी मानसिक स्थिति ठीक नहीं रहती, वह चिंता से ग्रस्त हो जाते हैं और इसी वजह से वह रोग ग्रस्त हो जाते हैं।

वृद्धा आश्रम में रहने का एक यह नुकसान भी होता है कि किसी किसी वृद्ध आश्रम में वृद्ध लोगों की घर परिवार की तरह देखरेख नहीं की जाती जिस वजह से वृद्ध लोग सोचते हैं कि काश परिवार में रहने का अवसर प्राप्त होता है।

वृद्ध आश्रम में वृद्धा आश्रम के बुजुर्ग लोग ही उनका परिवार होते है, वह अपने परिवार से दूर रहते हैं इस वजह से कई तरह के धार्मिक त्योहारों को वह अपने परिवार वालों के साथ नहीं मना पाते और उनकी मानसिक स्थिति सही नहीं रहती।

कभी-कभी जब भी कोई स्पेशल दिन आता है तो बुजुर्ग लोगों को पुरानी याद सताने लगती हैं और उन्हें दुख होता है जैसे कि मदर्स डे के अवसर पर अक्सर मां को इस दिन काफी यादें सताती हैं।

इस तरह से हम देखे हैं तो वृद्धा आश्रम के कुछ फायदे हैं तो कुछ नुकसान भी है इसलिए हम सभी को परिवार के साथ मिलजुल कर रहना चाहिए। परिवार हमारे लिए सब कुछ है हमें बुजुर्ग लोगों का सम्मान करना चाहिए।

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