ध्वनि प्रदूषण पर निबंध Noise pollution essay in hindi
Noise pollution essay in hindi
दोस्तों ध्वनि प्रदूषण पर हमारे द्वारा लिखित यह निबंध पढ़कर आप अपनी परीक्षाओं की बहुत ही अच्छी तैयारी कर सकते हैं चलिए पढ़ते हैं आज के हमारे निबंध को
अत्याधिक ध्वनि को हम ध्वनि प्रदूषण कहते हैं। ध्वनि का एक ऐसा स्तर जो सामान्य से ऊपर होता है प्रदूषण के श्रेणी में आता है। आज प्रदूषण की वजह से कई लोग परेशान हो जाते हैं, वह अपने दैनिक कार्यों को ठीक तरह से नहीं कर पाते और मानसिक एवं शारीरिक परेशानियो का सामना करते हैं। ध्वनि प्रदूषण एक ऐसा प्रदूषण है जो हमें भले ही दिखाई ना दे लेकिन यह प्रदूषण हमें बहुत ज्यादा प्रभावित कर सकता है।
आज के इस आधुनिक युग में ध्वनि प्रदूषण कई कारणों की वजह से हो रहा है मनुष्य अपने थोड़े से फायदे के लिए प्रदूषण करके अपने जीवन को और दूसरे के जीवन को काफी प्रभावित कर रहा है इस वजह से मनुष्य को काफी समस्याओं का सामना करना पड़ता है। सिर्फ मनुष्य ही नहीं ध्वनि प्रदूषण की वजह से जानवरों एवं पशु पक्षियों को भी काफी समस्याओं का सामना करना पड़ता है। आजकल के आधुनिक युग में हम तेजी से विकास के पथ पर चल रहे हैं लेकिन दूसरी और हम कई तरह के प्रदूषण फैला रहे हैं इन्हीं प्रदूषणो में से एक है ध्वनि प्रदूषण। चलिए जानते हैं कि ध्वनि प्रदूषण के क्या कारण हैं?
ध्वनि प्रदूषण के कारक- ध्वनि प्रदूषण के कई कारक है जैसे कि आज हम देख रहे हैं कि इस आधुनिक युग में कई तरह के वाहन जैसे की मोटरसाइकिल, कार, ट्रक, ट्रेन आदि बहुत ज्यादा चल रहे हैं इनसे कई लोगों को ध्वनि प्रदूषण की समस्या का सामना करना पड़ता है। मोटरसाईकिल जैसे वाहन चालक होरन बजाकर ध्वनि प्रदूषण फैलाते हैं जिससे कई लोगों को ध्वनि प्रदूषण की समस्याओं को झेलना पड़ता है।
इसके अलावा कई शादी समारोह एवं आयोजित अन्य कार्यक्रमों में भी आतिशबाजी के कारण ध्वनि प्रदूषण की समस्या से लोगों को जूझना पड़ता है यह समस्या लोगों के लिए काफी घातक है इसके अलावा आजकल के युग में कई तरह की फैक्ट्रियां, कारखाने हैं जिनमें लगी हुई मशीनों से कई तरह की आवाजें आती हैं जिनसे ध्वनि प्रदूषण होता है और आसपास रहने वाले लोगों को ध्वनि प्रदूषण की समस्या को झेलना पड़ता है।
ध्वनि प्रदूषण के प्रभाव- ध्वनि प्रदूषण के प्रभाव हमें देखने को मिलते हैं। ध्वनि प्रदूषण की वजह से विद्यार्थी अपनी परीक्षाओं की तैयारी ठीक तरह से नहीं कर पाते, जिस वजह से उनका परीक्षा का रिजल्ट प्रभावित होता है। कई विद्यार्थी मानसिक पीड़ा का शिकार होते हैं क्योंकि ध्वनि प्रदूषण की वजह से ही वो अपने भविष्य को एक नई दिशा नहीं दे पाते हैं।
कई बार ध्वनि प्रदूषण की समस्या की वजह से बीमार लोग और भी बीमार हो जाते हैं। ध्वनि प्रदूषण यदि काफी अधिक है तो कई लोग बेरे भी हो जाते हैं और सुनने की क्षमता में कमी देखी जाती है। ध्वनि प्रदूषण की वजह से हमारा किसी काम में मन भी नहीं लगता है, हम अपने किसी भी कार्य में एकाग्र होकर कार्य नहीं कर पाते हैं जिससे हम उस कार्य में असफल होते हैं।
ध्वनि प्रदूषण मनुष्य पर और भी काफी प्रभाव डालती है। ध्वनि प्रदूषण की वजह से कई लोगों के स्वभाव में चिड़चिड़ापन देखने को मिला है। कई लोग ध्वनि प्रदूषण की वजह से मानसिक एवं शारीरिक परेशानियों का सामना करते हैं। लोग शहरों में रहना चाहते हैं लेकिन ध्वनि प्रदूषण की वजह से कई लोग इतने परेशान हो जाते हैं क़ि वे शहर से दूर किसी अच्छे वातावरण में जाना चाहते हैं और अपने जीवन को जीना चाहते हैं।
ध्वनि प्रदूषण की वजह से बच्चों पर भी काफी बुरा प्रभाव पड़ता है। बच्चे जो अपने देश का भविष्य होते हैं ध्वनि प्रदूषण की वजह से अपने भविष्य में कुछ अच्छा नहीं कर पाते हैं इसलिए हम सभी को ध्वनि प्रदूषण के प्रति जागरूक होने की जरूरत है, इसे रोकने की जरूरत है।
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