लोकपाल पर निबंध essay on lokpal in hindi

essay on lokpal in hindi

दोस्तों आज हम आपको इस लेख के माध्यम से लोकपाल के बारे में बताने जा रहे हैं . चलिए अब हम इस लेख के माध्यम से लोकपाल के बारे में जानेंगे . लोकपाल बिल 2011 को हमारे भारत के समाजसेवी अन्ना हजारे के अथक प्रयासों के बाद पास हुआ था . अन्ना हजारे ने 2011 में लोकपाल बिल को पास कराने के लिए अनशन किया था .

essay on lokpal in hindi
essay on lokpal in hindi

image source – https://www.freepressjournal.in/editorspick/

इसके बाद देश में पहला लोकपाल राष्ट्रपति के द्वारा चुना गया था . लोकपाल लोकपाल बिल की जांच कराता है . जब भारत के  पहले लोकपाल के रूप में प्रमुख जस्टिस पिनाकी घोष को चुना गया था तब राष्ट्रपति ने लोकपाल को शपथ दिलाई थी . अन्ना हजारे के अथक प्रयासों के बाद यह व्यवस्था हमारे भारत में की गई थी . लोकपाल बिल को पास कराने के लिए जब अन्ना हजारे ने अनशन किया था तब उनको जेल में बंद कर दिया था . देश की जनता ने इस पर  विरोध जताया था . देश की जनता के द्वारा विरोध जताने पर अन्ना हजारे को उसी दिन सरकार ने छोड़ने का आदेश दिया था  .

इसके बाद अन्ना हजारे ने अपना अनशन जारी रखा और 2011 को अन्ना हजारे के प्रयासों के बाद लोकपाल बिल पास किया गया था . लोकपाल बिल के माध्यम से हम सरकारी कर्मचारियों और ऊंचे पदों पर विराजमान बड़े-बड़े अधिकारियों के विरुद्ध जांच कमेटी  बैठा सकते हैं . लोकपाल बिल के माध्यम से हम सरकारी कर्मचारी के साथ साथ राजनेता के द्वारा किया गया भ्रष्टाचार की  जांच करबा सकते  हैं . आम नागरिक भी सरकार के ऊपर जांच कमेटी की  गुहार लगा सकता है . देश में जिस तरह से भ्रष्टाचार फेल रहा था उसको देखते हुए लोकपाल बिल पास किया गया था  .

जब कोई व्यक्ति सरकारी कर्मचारी या सरकार के भ्रष्टाचार की जांच करवाना चाहता है तो वह लोकपाल बिल ला सकता है . लोकपाल बिल को सबसे पहले लोकपाल  को दिया जाता है  फिर बिल को दोनों सदनों से पास कराया जाता है . जब लोकपाल बिल संसद से पास हो जाता है तब उस बिल को राष्ट्रपति के पास भेजा जाता है . राष्ट्रपति जांच कमेटी का गठन करता है और वह कमेटी भ्रष्टाचार की जांच करती है . कई सालों से भारत में लोकपाल बिल लाने के प्रयास किए जा रहे थे . जब अन्ना हजारे ने देखा कि भ्रष्टाचार कम होने का नाम ही नहीं ले रहा है तब अन्ना हजारे ने अनशन के माध्यम से सरकार के ऊपर दबाव बनाया था .

इस बिल को पास कराने के लिए भारत  की जनता ने भी अन्ना हजारे का साथ दिया था . पूरे देश में लोकपाल बिल को पास कराने के लिए चर्चाएं होने लगी थी . जब सरकार ने देखा कि जनता भी लोकपाल बिल को पास कराना चाहती है तब कई बड़े राजनेताओं के द्वारा संसद से लोकपाल बिल पास कराया गया था . लोकपाल बिल पास होने से देश में भ्रष्टाचार करने वालों के ऊपर लगाम लगाई जाएगी . सरकारी कर्मचारियों और सरकार को भ्रष्टाचार करने से डर का अनुभव होगा .

इस बिल के आ जाने से देश में भ्रष्टाचार के स्तर में कमी आएगी . लोकपाल बिल के माध्यम से देश की जनता को भी न्याय मिलेगा . पहले जब हमारे भारत में लोकपाल नहीं था तब बड़े-बड़े घोटाले हो जाते  थे  और जनता को पता भी नहीं चलता था . जनता के पास  ऐसा कोई अधिकार नहीं था जिससे कि वह सरकार पर भ्रष्टाचार के आरोप लगा सके .

इस बिल के पास हो जाने के बाद सरकार पर हम जांच कमेटी के माध्यम से जांच करवा सकते हैं . यह जांच राष्ट्रपति के द्वारा चुने गए अधिकारियों के द्वारा कराई जाती है . जांच में यदि सरकार दोषी निकलती है तब सरकार के ऊपर कार्यवाही की जाती है . इस बिल के पास होने के बाद भ्रष्टाचार में कमी आएगी .

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