प्रथम विश्व युद्ध का इतिहास world war 1 history in hindi
world war 1 history in hindi
दोस्तों आज हम आपके लिए लाए हैं प्रथम विश्व युद्ध का इतिहास । प्रथम विश्व युद्ध के बारे में जब आप पढ़ोगे तब आपको बड़ा दुख होगा कि इस युद्ध में कितने लोग मारे गए थे और हमारे देश भारत को इस युद्ध से कितना नुकसान हुआ था । इस युद्ध के बाद हमारे भारत देश की अर्थव्यवस्था कमजोर हो गई थी। चलिए अब हम पढ़ेंगे प्रथम विश्व युद्ध के इतिहास को।
प्रथम विश्व युद्ध दुनिया के लिए तबाही लेकर आया था। इस युद्ध में कई देशों को नुकसान पहुंचा था । इस युद्ध में विश्व के कई सारे सैनिक मारे गए थे । प्रथम विश्व युद्ध के कारण सभी देशों की अर्थव्यवस्था बिगड़ चुकी थी । जिन लोगों ने प्रथम विश्व युद्ध को देखा है वह कल्पना कर सकते हैं कि यह कितना भयंकर तूफान था । इस तूफान में कितने सारे लोग मर गए थे । वह लोग यह कभी भी नहीं सोचेंगे कि प्रथम विश्व युद्ध जैसा युद्ध दोबारा से हो । प्रथम विश्व युद्ध 28 जुलाई 1914 को प्रारंभ हुआ था । यह युद्ध 1919 तक चला था । प्रथम विश्व युद्ध 52 महीने तक चला था । यह सबसे भयंकर युद्ध था । यह युद्ध एशिया, अफ्रीका, मध्य यूरोप के बीच हुआ था । इस युद्ध में जल ,थल और वायु सेना लड़ रही थी ।
यह कहा जाता है कि इस युद्ध का सबसे बड़ा यह कारण था कि ऑस्ट्रेलिया के राजकुमार फर्डिनेंड की हत्या हो गई थी । जब ऑस्ट्रेलिया के राजकुमार की हत्या की गई थी तब जून 1914 में ऑस्ट्रेलिया के राजकुमार की हत्या के विरोध में सर्विया के विरुद्ध जंग का ऐलान कर दिया था । इस युद्ध में 37 देशों ने हिस्सा लिया था । यह युद्ध प्रथम विश्व युद्ध और द ग्रेट बार के नाम से जाना जाता है। इस युद्ध में कम से कम एक करोड़ लोग मारे गए थे । जब यह युद्ध चल रहा था तब हमारा देश भारत अंग्रेजों का गुलाम था ।जर्मन देश के लोगों ने यह कोशिश भी की थी कि भारत के लोग ब्रिटिश सरकार के विरुद्ध खड़े होकर लड़ाई का ऐलान करें जिससे ब्रिटेन देश कमजोर हो जाए ।
भारत के बड़े राजनेता ने ब्रिटिश सरकार का समर्थन किया उन्होंने सोचा कि यदि ब्रिटेन की सरकार युद्ध में जीती तो भारत को आजाद कर देगी लेकिन ऐसा नहीं हुआ था । 28 जून 1919 को जर्मनी ,फ्रांस, इटली ,ब्रिटेन सभी देशों के बीच वर्सलेस संधि हुई थी इसी संधि के साथ प्रथम विश्व युद्ध समाप्त हुआ था । यह दुनिया के लिए नुकसान लेकर आया था । इस युद्ध में सभी देशों को भारी मात्रा में नुकसान पहुंचा था। हमारे भारत के 800000 सैनिकों ने इस युद्ध में भाग लिया था । इस युद्ध में हमारे भारत के 47746 सैनिक मर चुके थे और 65000 सैनिक घायल हो गए थे । इस युद्ध के बाद हमारे भारत की अर्थव्यवस्था कमजोर हो गई थी । अंग्रेजों ने हमारे देश से जो वादा किया था कि इस युद्ध के बाद भारत को आजाद कर दिया जाएगा लेकिन अंग्रेज अपनी बात से मुकर गए थे ।
यह युद्ध पूरे विश्व को मिटा कर चला गया था । इस युद्ध के बाद कई ऐसे देश है जो आज तक प्रथम विश्व युद्ध से हुए नुकसान को पूरा नहीं कर पा रहे हैं । जब 37 देशों ने यह देखा कि यह युद्ध पूरी दुनिया में विनाश फैला रहा है तब सभी देशों ने मिलकर इस युद्ध को खत्म करने की बात कही और सभी देशों ने आपस में मिलकर यह प्रण लिया की हम कभी भी इस तरह का युद्ध नहीं करेंगे । यदि ऐसा युद्ध भविष्य में कभी हुआ तो पूरी दुनिया नष्ट हो सकती है क्योंकि सभी देश परमाणु हथियारों से भरे हुए हैं । सभी के पास परमाणु बम ,परमाणु हथियार मौजूद हैं । यदि सभी देश लड़ाई में परमाणु हथियारों का उपयोग करेंगे तब यह संसार नष्ट हो जाएगा । वैज्ञानिकों का यह मानना है कि यदि अब विश्व युद्ध हुआ तो यह सृष्टि नहीं बचेगी क्योंकि विश्व में परमाणु हथियार अधिक मात्रा में बन चुके हैं ।
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