सामाजिक कुरीतियों पर निबंध Samajik kuritiyan essay in hindi language

Samajik kuritiyan essay in hindi language

हमारे भारत में कई धर्म के लोग रहते हैं जैसे कि हिंदू , मुस्लिम , सिख , ईसाई आदि। कई तरह की भाषाएं हमारे भारत में बोली जाती हैं, हमारे भारत की जनसंख्या दिन प्रतिदिन बढ़ती जा रही है और हमारे समाज के लोग अपने समाज और अपने धर्म को प्रथम स्तर पर रखने के लिए एक दूसरे पर कटाक्ष कर रहे हैं । हमारे देश में मुस्लिम धर्म के लोग अपने धर्म को बढ़ावा देना चाहते हैं तो हिंदू धर्म के लोग हिंदू धर्म को बढ़ावा देना चाहते हैं और कई बार तो यह धर्म के नाम पर दंगा , फसाद भी होते रहते हैं जिसके कारण आम नागरिक परेशान होते हैं और हमारे देश में सामाजिक कुरीतियां जन्म लेती हैं जिसके कारण हमारे भारत की सामाजिक एकता खंडित होती नजर आती है ।

Samajik kuritiyan essay in hindi language
Samajik kuritiyan essay in hindi language

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दंगा फसाद होने के कारण कई लोगों को कठिनाइयों का सामना करना पड़ता है जैसे कि जब दंगे होते हैं तो एक बीमार मरीज हॉस्पिटल जाता है तो रास्ते में उसको बड़ी कठिनाइयों का सामना करना पड़ता है इसी प्रकार जब किसी महिला की डिलीवरी होना हो और दंगे फसाद के कारण जाम जैसी समस्याएं उसके सामने आती हैं तो उसको कितनी कठिनाइयों का सामना करना पड़ता है जबकि इसमें उसका कोई भी दोष नहीं होता है फिर भी उसको सजा भुगतनी पड़ती है ।

जब तक हमारे देश में सामाजिक एकता बनी रहेगी तब तक हमारा देश मजबूत रहेगा. कुछ लोग अपने फायदे के लिए हमारी सामाजिक एकता को खंडित करने में लगे हुए हैं और देश को धर्म के नाम पर बांटने की कोशिश करते हैं. हम लोगों को उन लोगों से सावधान रहना चाहिए और हमारे देश की सामाजिक एकता को खंडित होने से बचाना चाहिए ।

हमारे देश में कई ऐसी कुरीतियां है जिसके कारण हमारा समाज और हमारे देश के लोग आगे नहीं बढ़ पा रहे हैं ऐसी सामाजिक कुरीतियों को हमें खत्म करना चाहिए और जीवन में आगे बढ़ना चाहिए क्योंकि इस दुनिया में परिवर्तन होता रहता है और हम सभी को समाज के हित में काम करना चाहिए क्योंकि जो लोग धर्म के नाम पर चाकू , तलवार , हथियार से लड़ाई करते हैं वह लोग सिर्फ अपना फायदा देखते हैं और लड़ाई करने से उनके साथ साथ कई लोगों का भी नुकसान उसमें हो जाता है । लड़ाई किसी समस्या का समाधान नहीं है हम सभी को अपना धर्म अपनाने का अधिकार है लेकिन धर्म के नाम पर लड़ाई करने का अधिकार किसी को भी नहीं है हम सभी को कभी भी ऐसा काम नहीं करना चाहिए जिसके कारण अन्य लोगों को नुकसान पहुंचे ।

हम अपनी जिम्मेदारियों को निभाते रहें और देश की एकता को बनाए रखें. जब हमारा देश सामाजिक एकता में बंधकर आगे बढ़ेगा तो किसी भी तरह के दंगा फसाद हमारे देश में नहीं होंगे और हमारा देश विकास करने लगेगा । कुछ नेता अपनी पार्टी को जीत दिलाने के लिए सामाजिक कुरीतियों का इस्तेमाल करते हैं और लोगों को धर्म के नाम पर लड़ने के लिए मजबूर करते हैं । हम लोगों को ऐसे लोगों से बचकर रहना चाहिए और उन लोगों को यह सबक सिखाना चाहिए कि हम भारत के लोग हैं और हम हमारी सामाजिक एकता को कभी टूटने नहीं देंगे ।

हम लोगों को कभी भी अंधविश्वास में नहीं पढ़ना चाहिए और हमारी बुद्धि का प्रयोग करके आगे बढ़ना चाहिए. हमारे देश में कई धर्म है जैसे कि हिंदू , जैन , सिख , मुसलमान , पारसी आदि. हमारे सभी धर्म इतने अच्छे हैं और सभी धर्मों में यह बताया गया है कि आप अपनी इंसानियत के हिसाब से काम करें और कभी भी ऐसा कोई गलत काम ना करें जिससे आपके कारण अन्य लोगों को नुकसान पहुंचे लेकिन फिर भी कुछ लोग धर्म की आड़ में अपने फायदे के लिए ऐसा करते हैं ऐसे लोग देश के लिए हानिकारक होते हैं और हमारे लिए भी क्योंकि यह समाज को तोड़ने का काम करते हैं और समाज के साथ-साथ हमारे देश को भी इसका नुकसान होता है इसलिए हम लोगों को सचेत रहना चाहिए और इन लोगों से दूर रहना चाहिए ।

हमे बताये की ये लेख Samajik kuritiyan essay in hindi language आपको कैसा लगा.

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