महाशिवरात्रि पर निबंध mahashivratri essay in hindi
mahashivratri essay in hindi
महाशिवरात्रि का पर्व भारत देश में बड़े ही धूमधाम से मनाया जाता है। शिवरात्रि के दिन शिवलिंग की दूध , दही और जल से पूजा अर्चना की जाती है । उस दिन शिवलिंग पर बेलपत्री , फूलमाला आदि चढ़ाई जाती है और शिवजी का जलाभिषेक किया जाता है। उस दिन हमारे भारत में रहने वाले लोग शिवजी की आराधना करते हैं और उपवास भी रखते हैं । यह पर्व हमारे देश के लोग पुराने समय से ही मनाने आ रहे हैं । इस दिन हम सभी , मंदिरों और शिवजी के कई तीर्थ स्थलों पर घूमने के लिए जाते हैं ।
हमारे भारत में शिव जी के कई तीर्थ स्थल हैं जैसे कि महाकालेश्वर उज्जैन , अमरनाथ , बद्रीनाथ और काशी विश्वनाथ और भी कई ऐसे तीर्थ स्थल हैं जहां पर शिवरात्रि के दिन सभी घूमने के लिए जाते हैं । शिवरात्रि का यह त्योहार हमारे जीवन में खुशी लेकर आता है और हम सब उस दिन शिवजी की आराधना में लीन होकर और व्रत रखकर शिवशंकर भोले की आराधना करते हैं । शिवरात्रि के दिन सभी लोग कहते हैं कि उस दिन ब्रह्मा जी के द्वारा शिव जी का जन्म हुआ था और कुछ लोग कहते हैं कि शिवरात्रि के दिन शिवजी ने अपना तीसरा नेत्र खोला था और इस दिन तांडव किया था तो कुछ लोग कहते हैं कि शिवजी कि इस दिन मां पार्वती के साथ विवाह हुआ था।
शिवरात्रि का यह पावन त्यौहार फाल्गुन मास के चतुर्दशी के दिन मनाया जाता है और यह त्योहार हमारे पूरे भारत में मनाया जाता है । इस दिन भगवान को कई लोग भांग का प्रसाद भी चढ़ाते हैं और प्रसाद के रूप में भांग को सभी पीते हैं और भजन , कीर्तन भी करते हैं । हमारे देश में शिवरात्रि के दिन कई मंदिरों में शिव जी की कथाएं भी सुनाई जाती हैं जिनको सुनकर हमको प्रेरणा मिलती है । फाल्गुन मास के चतुर्दशी में जो शिवरात्रि आती है उसका बड़ा ही महत्व है । उस दिन बहुत सारे लोग उज्जैन के महाकालेश्वर मंदिर में घूमने के लिए जाते हैं और महाकालेश्वर को दूध , दही , घी से स्नान कराकर उनका जलाभिषेक करते हैं ।
उस दिन उज्जैन के महाकालेश्वर के शिवलिंग की भस्म आरती की जाती है और शिवलिंग को ताजा मुर्दे की राख से स्नान कराया जाता है और पूजा की जाती है । उस दिन वहां पर भारी मात्रा में लोग पूजा अर्चना करने के लिए जाते हैं और शिव जी से सभी अपनी अपनी मुरादे पूरी करने की गुहार लगाते हैं और कहा जाता है कि शिवरात्रि के दिन जो भी भक्त शिव जी की सच्चे मन से पूजा करता है तो वह जो भी मांगता है उसे वह मिल जाता है । शिव जी अपने भक्तों को कभी भी दुखी नहीं रखते और जो भी सच्चे मन से शिव जी की आराधना करता है , व्रत करता है तो भगवान शिव जी उनकी सभी मनोकामनाएं पूरी कर देते हैं ।
हमारे देश के साथ साथ नेपाल में भी यह त्यौहार मनाया जाता है और वहां पर भी सभी लोग शिवरात्रि के दिन शिवजी की पूजा अर्चना करते हैं । शिवरात्रि के दिन सुबह से ही मंदिरों में भीड़ जमा हो जाती है उस दिन मानो ऐसा लगता है कि कोई मेला लगा हो । मंदिरों पर तरह-तरह के प्रसाद वितरित किए जाते हैं और कई मंदिरों में तो भंडारा भी किया जाता है और उस दिन सभी शिव जी की आराधना मैं इस तरह से लीन हो जाते हैं की शिव जी को वह जरूर ही प्रसन्न कर लेंगे और उनकी मनोकामना पूरी हो जाएंगी। तरह तरह के पकवान और मिठाइयां सभी के घरों में बनाई जाती हैं और मंदिरों में तरह-तरह की मिठाइयां चढ़ाई जाती हैं ।
उस दिन हर मंदिर में धूमधाम मची रहती है और सभी इस त्यौहार को धूमधाम से मनाते हैं । कुछ लोगों का कहना है कि शिवरात्रि के दिन शिव जी का विवाह हुआ था और उस दिन शिवजी की बारात भी निकाली जाती हैं । कई जगहों पर तो शिव जी के रथ भी निकाले जाते हैं , बैंड बाजा के साथ शिव जी का जुलूस भी निकाला जाता है और सभी उस जलूस में भाग लेते हैं और नाचते हैं, झूमते हैं और शिव जी के भजन और कीर्तन भी करते हैं।
- स्तंभेश्वर महादेव मंदिर जो गायब हो जाता है stambheshwar mahadev temple history in hindi
- शिव और सती की कहानी Story of lord shiva and sati in hindi
ये लेख mahashivratri essay in hindi आपको केसा लगा जरुर बताये.