पंछी पर कविता hindi poem on panchi
hindi poem on panchi
दोस्तों कैसे हैं आप सभी, दोस्तों आज की हमारी कविता पक्षियों पर कविता लिखी गई है जिसमें हमने एक पक्षी के बारे में बताया है.
दोस्तों पक्षी जो पेड़ पौधों में अपना घोंसला बनाकर रहते हैं लेकिन आजकल मनुष्य के क्रियाकलापों एवं वनों की अंधाधुंध कटाई की वजह से कहीं पक्षियों की प्रजाति लुप्त होती जा रही है हमें इस ओर विशेष ध्यान देने की जरूरत है और पेड़ पौधों की कटाई रोकने की जरूरत है प्रदूषण कम करने की जरूरत है।
हमें चाहिए कि हम इस ओर विशेष ध्यान दें क्योंकि इससे ना सिर्फ पक्षियों बल्कि हमारा भी काफी नुकसान होता हैं तो चलिए पढ़ते हैं एक पक्षी पर लिखी हमारी आज की इस कविता को
एक सुंदर सा पक्षी
मेरी घर की छत पर बैठा था
ची ची कर करके गीत गाता
मुझको अपनी कथा सुनाता
क्यों मनुष्य पेड़ों की कटाई है करता
क्यों प्रदूषण है फैलाता
जगह का हमारा ठिकाना नहीं है
हमारी प्रजाति लुप्त हो रही है
अब ना पेड़ों की कटाई करो तुम
मेरा संदेश घर घर पहुंचाओ तुम
हमको भी जीवन जीना है
जीवन में आगे बढ़ाना है
प्रदूषण ना फैलाओ तुम
हमारे अस्तित्व को बचाओ तुम
फिर आसमान की और निकल पड़ा
मुझको वो ये संदेश दे चला
एक सुंदर सा पक्षी
मेरी घर की छत पर बैठा था
क्यों हम उनको पिंजरे में कैद हैं करते
उनकी आजादी हम क्यों छीन हैं लेते
प्रदूषण और पेड़ों की कटाई हम क्यों करते
उनके जीवन को हम बर्बाद क्यों करते
एक सुंदर सा पक्षी
मेरी घर की छत पर बैठा था
ची ची करके गीत वो गाता
मुझको अपनी कथा सुनाता
दोस्तों अगर आपको हमारे द्वारा लिखा गया ये आर्टिकल hindi poem on panchi पसंद आए तो इसे अपने दोस्तों में शेयर करना ना भूले इसे शेयर जरूर करें और हमारा Facebook पेज लाइक करना ना भूलें और हमें कमेंटस के जरिए बताएं कि आपको हमारा यह आर्टिकल कैसा लगा जिससे नए नए आर्टिकल लिखने प्रति हमें प्रोत्साहन मिल सके और इसी तरह के नए-नए आर्टिकल को सीधे अपने ईमेल पर पाने के लिए हमें सब्सक्राइब जरूर करें जिससे हमारे द्वारा लिखी कोई भी पोस्ट आप पढना भूल ना पाए.