मुहावरे और लोकोक्तियाँ की परिभाषा Muhavare and lokoktiyan in hindi

Muhavare and lokoktiyan in hindi

दोस्तों कैसे हैं आप सभी दोस्तों, आज के हमारे इस आर्टिकल में हम आपको बताने वाले हैं मुहावरे और लोकोक्तियां के बारे में, हम सभी के जीवन में मुहावरों और लोकोक्तियों का विशेष रूप से महत्व है मुहावरे जो कुछी शब्दों में हमें बहुत कुछ बता देते हैं उसी तरह लोकोक्तियां किसी महान व्यक्ति और समाज द्वारा कही जाती हैं

Muhavare and lokoktiyan in hindi
Muhavare and lokoktiyan in hindi

लोकोक्तियों से हम बहुत ज्ञान की बातें सीख सकते हैं और महापुरुषों का ज्ञान लेकर जीवन में आगे बढ़ सकते हैं चलिए पढ़ते हैं मुहावरों और लोकोक्तियों पर हमारे द्वारा लिखे इस आर्टिकल को।

मुहावरे

मुहावरे ऐसे वाक्यांश होते हैं जो सामान्य अर्थ का बोध ना करा कर किसी विशेष अर्थ का बोध कराते हैं इन्हें ही मुहावरे कहते हैं हम सभी के जीवन में मुहावरे बहुत ही महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं मुहावरों के जरिए हम छोटे से मुहावरे के द्वारा हम बहुत कुछ सीख पाते हैं। स्कूलों में विशेषकर मुहावरों का अर्थ करना सिखाया जाता है हमें मुहावरों का अर्थ न समझते हुए उसका भावार्थ ग्रहण करना चाहिए तभी हमें मुहावरे सही तरह से समझ आते हैं कुछ मुहावरे हम यहां पर जानेंगे।

जैसे कि ईद का चांद होना यानी बहुत दिनों बाद मिलना, आंख का तारा आंख फेर लेना, आकाश के तारे तोड़ना आग से खेलना, आसमान फट पढ़ना अचानक आफत आ पड़ना, कमर टूटना आंख उठाना, बुद्धि नष्ट कर देना अक्ल का दुश्मन, अंधो में काना राजा बहुत प्रसन्न होना जैसे अनेक मुहावरे हैं जिनके अर्थ निकाल कर हम बहुत कुछ सीख सकते हैं और छोटी सी बात में भी हम बहुत कुछ कह सकते हैं।

लोकोक्तियां

लोकोक्तियों को हम कहावतें भी कहते हैं लोकोक्तियां किसी समाज के लोगों या महापुरुषों के द्वारा दी जाती हैं यह कुछ ही शब्दों की होती हैं लेकिन हमें बहुत ज्ञान प्रदान करती हैं क्योंकि लोकोक्तियां अधिकतर किसी महापुरुष के अपने जीवन में सीखे हुए ज्ञान के आधार पर दी जाती हैं जो हमारे जीवन के लिए बहुत ही महत्वपूर्ण भी होती हैं। लोकोक्तियां अक्सर कई विषयों पर होती हैं जैसे कि शिक्षा, नैतिक ज्ञान, बेईमानी, ईमानदारी, देश प्रेम, मानवता आदि विषय पर लोकोक्तियां होती हैं जिनसे हम बहुत कुछ सीख सकते हैं और अपने जीवन में लाभ उठा सकते हैं।

यहां पर हम कुछ लोकोक्तियां आपके समक्ष प्रस्तुत करेंगे तो चलिए पढ़ते हैं कुछ प्रचलित लोकोक्तियां को अब पछताए होत क्या जब चिड़िया चुग गई खेत, जल में रहकर मगर से बैर, दूध का दूध पानी का पानी, नाच ना जाने आंगन टेढ़ा, बगल में छुरी मुंह में राम, सौ सुनार की एक लोहार की जैसी कई लोकोक्तियां हैं जो वास्तव में हमें ज्ञान प्रदान करती हैं हमें इन लोकोक्तियों को सीखने की जरूरत है क्योंकि यह लोकोक्तियां कुछ ही शब्दों में हमें जीवन का ज्ञान प्रदान करती हैं।

लोकोक्तियां और मुहावरे का महत्व

वास्तव में लोकोक्ति और मुहावरों का अपना एक अलग ही महत्व है हम जो बातें कई शब्दों में नहीं कह सकते वह बात हम मुहावरों के जरिए कह सकते हैं लोकोक्तियों के जरिए हम किसी को बहुत ही अच्छी तरह से समझा सकते हैं क्योंकि यह लोकोक्तियां महापुरुषों के द्वारा दी गई हैं. हमारे जीवन में लोकोक्तियों और मुहावरों का बहुत ही ज्यादा महत्व है हम इन दोनों के द्वारा अपनी बातें कुछ ही शब्दों में कह सकते हैं और कई विषयों पर अच्छी तरह से ज्ञान भी ले सकते हैं इसीलिए स्कूलों की किताबों में मुहावरे और लोकोक्तियां दी जाती हैं जिससे बच्चे इनका मतलब समझ सकें इन से कुछ सीख सकें।

मुहावरे और लोकोक्ति में अंतर

मुहावरों और लोकोक्तियों में काफी अंतर है मुहावरा एक वाक्यांश होता है इसका स्वतंत्र रूप से प्रयोग नहीं किया जा सकता लेकिन लोकोक्तियो का स्वतंत्र रूप से प्रयोग किया जाता है क्योंकि यह एक संपूर्ण वाक्य होता है।

मुहावरे एक ऐसा वाक्यांश होता है जो सामान्य अर्थ को छोड़कर किसी विशेष अर्थ को व्यक्त करता है। लोकोक्तियां किन्ही महान लोगो के जीवन का एक अनुभव होता है जो वह लोकोक्तियों के माध्यम से व्यक्त करते हैं।

वास्तव में मुहावरे और लोकोक्तियों का हमारे जीवन में विशेष महत्व है।

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