सच बोलो सच विचार पर कविता sach bolo sach baat vichar hindi poem

sach bolo sach baat vichar hindi poem

दोस्तों कैसे हैं आप सभी, आज हम आपके लिए लाए हैं सच बोलो सच बात विचार पर कविता आप इसे जरूर पढ़ें। दोस्तों हमें हमेशा सच बोलना चाहिए, सच बोलने से हम बड़ी से बड़ी समस्या से निपट सकते हैं। सच बोलना और सच्चे विचार मनुष्य को एक बहुत ही अच्छा इंसान बनाते हैं चलिए हमारी आज की इस कविता को पढ़ते हैं

sach bolo sach baat vichar hindi poem
sach bolo sach baat vichar hindi poem

सच हमेशा बोलो
सच्ची बात ही तुम बोलो
झूठ कभी ना बोलो
सच का साथ तुम न छोड़ो

दिल में आए वह बोलो
पर झूठ तुम ना बोलो
अपने अच्छे विचारों से
ओरो को आगे बढ़ने का तुम बोलो

सच बात से तो बुरे लोग भय खाते है
देश में बदलाव धीरे-धीरे आते हैं
चारों और खुशी के नजारे छा जाते हैं
जगमगाते दिए हमको नजर आते हैं

सच्चाई के मार्ग पर चलो
झूठ का मार्ग तुम छोड़ो
झूठ कभी ना बोलो
सच का साथ तुम न छोड़ो

दोस्तों हमें बताएं कि आज की हमारी यह कविता sach bolo sach baat vichar hindi poem आपको कैसी लगी, इस कविता को अपने दोस्तों में शेयर करना ना भूले।

Add a Comment

Your email address will not be published. Required fields are marked *