राधा जी का चरणामृत श्रीकृष्ण ने क्यों पिया Short pauranik katha in hindi
Short pauranik katha in hindi
दोस्तों श्री कृष्ण और राधा जी के जीवन से संबंधित एक पौराणिक कथा आज हम आप सभी के लिए लाए हैं कि क्यों श्री कृष्ण ने राधा जी का चरणामृत पिया.
एक समय की बात है कि श्री कृष्ण काफी बीमार पड़ गए थे और वह बहुत सारी जड़ी बूटियां आदि लेने के बाद भी अपनी बीमारी से निजात नहीं पा रहे थे उनका मानना था कि अगर वह किसी भक्त का चरणामृत पिए तो उनकी बीमारी ठीक हो सकती है.जब यह बात श्री कृष्ण ने गोपियों से कही और चरनामृत पिलाने को कहा तो सभी गोपियां बहुत ही निराश हुई वो सोचने लगी की कृष्ण ठीक हुए तो अच्छा है लेकिन अगर चरणामृत पीने के बाद भी श्रीकृष्ण ठीक नहीं हुए तो हमें बड़ा पाप लगेगा और हम नरक में जाएंगी.
वह इस बात को सोच कर दुखी थी तभी राधा जी उनसे मिली और गोपियों ने वह बात राधा को बधाई तभी राधा ने अपना चरणामृत श्रीकृष्ण को पिलाने के बारे में सोचने की एक पल की भी देर नहीं की क्योंकि वह चाहती थी कि मेरा कृष्णा ठीक हो जाए भले ही इसके लिए मुझे घोर पाप मिले और मैं नर्क में चली जाऊं लेकिन मेरा कृष्ण ठीक हो जाए क्योंकि वह श्री कृष्ण से अपार प्रेम करती थी.श्री राधा जी ने अपना चरणामृत कृष्ण को पिला दिया और श्रीकृष्ण ठीक हो गये.
वाकई में श्री कृष्ण और राधा जी के बीच प्रेम बहुत गहरा था.दोस्तों अगर आपको ये Short pauranik katha in hindi पसंद आई हो तो इसे शेयर जरूर करें और हमारा Facebook पेज लाइक करना ना भूलें और हमें कमेंटस के जरिए बताएं कि आपको हमारा यह आर्टिकल Short pauranik katha in hindi कैसा लगा इसी तरह के अगले आर्टिकल्स को पाने के लिए हमें सब्सक्राइब करना ना भूलें.