भानगढ़ के किले का इतिहास Bhangarh ka kila history in hindi

Bhangarh ka kila history in hindi

Bhangarh ka kila history in hindi
Bhangarh ka kila history in hindi

दोस्तों कैसे हैं आप सभी, दोस्तो देश दुनिया में कई ऐसी जगह हैं जहां पर भूतों या नकारात्मक ऊर्जा के होने का एहसास होता है कोई यहां पर भूतों के इस एहसास को मानता है तो कोई इसको अनदेखा करता है और इन बातों को नहीं मानता। देश दुनिया की ऐसी ही जगहों में से एक है भानगढ़ का किला। भानगढ़ का किला एक ऐसा स्थान है जहां पर रात के समय रुकना सख्त मना है यहां पर सूर्य उदय से पहले और सूर्य डूबने के बाद रुकना या इस किले में प्रवेश करना सख्त मना है क्योंकि कई लोगों की इस वजह से जान भी गई है। यह भानगढ़ का किला सरकार के देखरेख में है माना जाता है कि यहां पर आत्माएं रहती हैं।

भानगढ़ का किला वास्तव में कई रहस्यों से भरा हुआ है वहां के आसपास के लोगों का यही मानना है कि यहां पर भूत रहते हैं वो कई कहानियां भी इस बारे में बताते है। कई लोग यहां पर नकारात्मक ऊर्जा का मानना बताते हैं। विज्ञान के इस युग में सब कुछ बदल गया है लेकिन भानगढ़ के किले का पूरी तरह से रहस्य का पता लगाना संभव नहीं है कि आखिर इस किले के अंदर आत्माएं हैं या ऐसा कुछ है जिसके बारे में हम समझ नहीं पा रहे हैं चलिए भानगढ़ के किले के इतिहास के बारे में जानते हैं।

भानगढ़ का किला राजस्थान के अलवर में स्थित है यह सत्रवी शताब्दी में बनाया गया था भानगढ़ के किले से संबंधित एक बहुत ही प्राचीन कहानी भी है दरअसल यहां पर एक राजकुमारी जो की बहुत ही खूबसूरत थी हर कोई राजकुमार उनसे विवाह रचाना चाहते थे दरअसल ऐसा कहा जाता है कि उस समय वहां पर एक जादूगर रहा करता था। जादूगर को राजकुमारी रत्नावती बहुत ही भाती थी वह उनसे प्रेम करने लगा था एक दिन राजकुमारी अपनी सखियों के साथ बाजार गई हुई थी तभी उन्होंने इत्र खरीदा उस जादूगर ने उस इत्र में कुछ जादू कर दिया था यदि राजकुमारी वो इत्र लगाती तो वह जादूगर के बस में हो जाती।

जब राजकुमारी ने उस इत्र को खरीदा तो वह समझ चुकी थी कि जरूर ही किसी ने इस इत्र में कुछ जादू किया है यह जानकर राजकुमारी ने इत्र की शीशी को एक पत्थर पर फेंक दिया वह पत्थर उस जादूगर की ओर जाने लगा कुछ ही समय बाद पत्थर की वजह से उस जादूगर की मौत हो गई लेकिन मौत से पहले जादूगर ने श्राफ दिया की भानगढ़ में जितने भी लोग रहते हैं वह सब मारे जाएंगे और दूसरा जन्म भी नहीं ले पाएंगे उनकी आत्मा यहां पर भटकती रहेगी । कुछ ही समय बाद भानगढ़ के किले के लोगों की मृत्यु होती गई, राजकुमारी भी इस श्राप के कारण नहीं बच पाई यह कहानी कितनी सत्य है इसका कोई प्रमाण तो नहीं लेकिन लोगों का मानना यही है।

भानगढ़ का किला वास्तव में एक ऐसा स्थान है जहां पर रात में प्रवेश करना वर्जित है कई लोगों की इसकी वजह से मृत्यु तक हो गई है कुछ लोगों का मानना है कि रात के समय किले में तरह-तरह की आवाज आती है हम हमारे इस आर्टिकल के जरिए किसी प्रकार का अंधविश्वास नहीं फैलाना चाहते। हम अक्सर बताई गई जानकारी को आपके साथ साझा करना चाहते हैं भानगढ़ का किला कैसा भी हो लेकिन यह किला रात में रुकने के लिए बिल्कुल भी सुरक्षित नहीं है वैसे इस किले को हम देखें तो प्राचीन काल की प्राचीन कलाओं के दर्शन हम कर सकते हैं यहां पर भगवान शिव और हनुमान जी का मंदिर भी है यहां पर एक मुख्य द्वार है इस किले मैं सोमेश्वर मंदिर, गोपीनाथ मंदिर एवं केशवराय मंदिर भी है।

दोस्तों हमे कमेंट्स करके बताये की ये पोस्ट Bhangarh ka kila history in hindi आपको केसी लगी.

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