पुस्तकालय के लाभ हिंदी निबंध pustakalaya ke labh essay in hindi
Pustakalaya ki upyogita par nibandh in hindi
मनुष्य का जीवन परिश्रम और ज्ञान के बिना अधूरा माना जाता है । जब तक किसी मनुष्य को ज्ञान प्राप्त नहीं होता वह अपने जीवन को सही तरह से नहीं जी सकता क्योंकि ज्ञान के बिना यह दुनिया अधूरी मानी जाती है । आज हम आपको पुस्तकालय की उपयोगिता के बारे में बताने वाले हैं की पुस्तकालय मनुष्य के लिए कितने आवश्यक है ।
पुराने समय में जब कोई ज्ञान प्राप्त करने के लिए गुरुकुल जाते थे तो वहां पर ऋषि मुनियों के द्वारा ज्ञान प्राप्त करके लोगों की भलाई के कार्य करते थे जैसे जैसे समय आगे बढ़ता गया वैसे वैसे ज्ञान प्राप्त करने के नए-नए साधन प्राप्त हुए आज सभी विद्यालयों में ज्ञान प्राप्त करने के लिए जाते हैं और वहां से ज्ञान प्राप्त करते हैं लेकिन दोस्तों विद्यालय से ही हम पूर्ण रूप से ज्ञान प्राप्त नहीं कर सकते इसलिए पुस्तकालय खोलने की योजना हमारे देश में बनाई गई ।
पुस्तकालय में हर तरह की पुस्तक उपलब्ध होती हैं और वहां पर कोई भी व्यक्ति जाकर पुस्तकों से ज्ञान प्राप्त कर सकता है । हर तरह के इतिहास के बारे में हम पुस्तकालय मैं पढ़ सकते हैं और जानकारी ले सकते । पुस्तकालय में कोई भी व्यक्ति जा सकता है चाहे वह व्यक्ति गरीब हो या फिर अमीर हो बिना किसी शुल्क के वहां पर पुस्तकें पड़ सकता है । पुस्तकालय खोलने का एक ही उद्देश्य था कि अगर कोई गरीब व्यक्ति है वह पुस्तके नहीं खरीद सकता तो वह व्यक्ति पुस्तकालय में जाकर तरह-तरह की पुस्तक पढ़कर ज्ञान प्राप्त कर सकता है । पुस्तकालय में कविताएं , निबंध , जीवनी , इतिहास की नॉलेज हम प्राप्त कर सकते हैं ।
पुस्तकालय मैं यह आवश्यक नहीं है की कोई बड़ा व्यक्ति या पढ़ा लिखा व्यक्ति ही पुस्तकालय में पुस्तक पढ़ने के लिए जाए , पुस्तकालय में हर वर्ग , हर जाति धर्म के लोग पढ़ने के लिए जा सकते हैं । पुस्तकालय में हर तरह की धार्मिक पुस्तकें , जनरल नॉलेज की किताबें , इतिहास की किताबें उपलब्ध होती हैं जिन पुस्तकों को पढ़कर हम ज्ञान प्राप्त कर सकते हैं । पुस्तकालय में हर भाषा की पुस्तक उपलब्ध होती हैं जो व्यक्ति हिंदी की पुस्तक पढ़ना चाहता है उसको हिंदी की पुस्तकें उपलब्ध होती हैं और जो व्यक्ति इंग्लिश भाषा में पुस्तकों को पढ़ना चाहता है उनको इंग्लिश भाषा की पुस्तकें पढ़ने को मिल जाती हैं । पुस्तकालय खोलने के लिए सरकार के द्वारा मदद दी जाती है और शहर के सभी स्कूलों , कॉलेजों और शहर वासियों के लिए भी पुस्तकालय खोले जाते हैं । पुस्तकालय में पुस्तक पढ़ने के लिए कुछ नियम बनाए गए हैं अगर कोई व्यक्ति पुस्तकालय में जाता है तो वहां पर किसी भी प्रकार का धुम्रपान नहीं कर सकता, किसी तरह का विवाद नहीं कर सकता, शोर शराबा नहीं कर सकता ,वहां पर शांति का वातावरण रहता है।
हमारे देश के कई पुस्तकालयों में युवा और बुजुर्ग पुस्तक पढ़ने के लिए जाते हैं और ज्ञान प्राप्त करते हैं। छोटे-छोटे बच्चों को भी पुस्तकालय मैं पढ़ने के लिए भेजा जाता है जिससे कि वह कहानी , कविताएं पढ़ें और ज्ञान प्राप्त कर सकें पुस्तकालय में हर तरह के अखबार उपलब्ध होते हैं जिन अखबारों को पढ़कर देश विदेश की जानकारी मिल जाती है। पुस्तकालय में ज्ञान , विज्ञान के विषय में पढ़कर ज्ञान प्राप्त किया जा सकता है । जो व्यक्ति पुस्तकालय भवन जाकर पुस्तकें पड़ता है उस व्यक्ति को हर तरह का ज्ञान प्राप्त हो जाता है वह व्यक्ति उस ज्ञान का उपयोग अपने जीवन में आने वाली मुसीबतों से लड़ने के लिए करता है । अगर कोई बिजनेसमैन व्यक्ति है तो उसे बिजनेस से संबंधित पुस्तकें पढ़ने को मिल जाती हैं । पुस्तकालय खुलने का समय निर्धारित गया है सुबह और शाम के समय देश के सभी पुस्तकालय खुलते हैं ।
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