इतिहास और समाजशास्त्र के बीच संबंध itihas aur samajshastra me sambandh in hindi
इतिहास और समाजशास्त्र के बीच संबंध
दोस्तों नमस्कार, आज हम आपके लिए लाए हैं इतिहास और समाजशास्त्र के बीच संबंध पर हमारे द्वारा लिखा यह लेख। आप इसे जरूर पढ़ें तो चलिए पढ़ते हैं आज के हमारे इस आर्टिकल को
इतिहास- इतिहास में हमें प्राचीन समय के लोगों के, उनके कार्यों के बारे में एवं पुराने समय के समाज के लोगों के बारे में जानकारी मिलती है जिनसे हम बहुत कुछ सीखते हैं और पुराने समय की नई-नई बातें हमको पता चलती हैं।
समाजशास्त्र- समाजशास्त्र सामाजिक विज्ञान का एक हिस्सा है। समाजशास्त्र में केवल समाज के बारे में जानकारी होती है, समाज में हो रही कई तरह की गतिविधियां, कई तरह के कार्यों के बारे में समाजशास्त्र में हमें विस्तृत जानकारी पढ़ने को मिलती हैं जिससे हमें बहुत कुछ सीखने को मिलता है। समाजशास्त्र एक तरह का विज्ञान ही है।
इतिहास और समाजशास्त्र के बीच संबंध- इतिहास और समाजशास्त्र के बीच संबंध है क्योंकि इतिहास में हम जिस तरह से प्राचीन समय के लोगों के बारे में, प्राचीन समाज के बारे में पढ़ते हैं उसी तरह से समाजशास्त्र में भी हम समाज के बारे में पढ़ते हैं।
इतिहास और समाजशास्त्र में थोड़ा बहुत अंतर हम समझ सकते हैं लेकिन वास्तव में देखें तो इतिहास और समाजशास्त्र के बीच काफी गहरा संबंध है, दोनों ही हमें समाज के बारे में, समाज से जुड़े हुए पहलुओं के बारे में नई-नई जानकारियां प्रदान करते हैं।
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