शांति और सदभाव पर निबंध व कविता Peace And Harmony Essay, Poem in Hindi

Essay on Peace And Harmony in Hindi

Peace And Harmony Essay, Poem in Hindi
Peace And Harmony Essay, Poem in Hindi

हेलो दोस्तों कैसे हैं आप सभी, दोस्तों आज का हमारा आर्टिकल शांति और सद्भाव पर निबंध आप सभी के लिए बहुत ही महत्वपूर्ण है हमारे द्वारा लिखित इस आर्टिकल से आप अपने स्कूल, कॉलेज की परीक्षा में इस विषय पर निबंध लिखने के लिए जानकारी ले सकते हैं तो चलिए पढ़ते हैं शांति और सद्भाव पर लिखित हमारे द्वारा लिखित इस निबंध को

हमारा भारत देश एक विशालकाय देश है इस भारत देश में सभी जाति, धर्म के लोग मिल जुलकर एक साथ रहते हैं हमारे भारत देश में अनेकता में भी एकता के दर्शन होते है। हमारे इस भारत देश में अगर शांति और सद्भाव नहीं होगा तो वास्तव में देश की स्थिति खराब होगी और देश में कई तरह की समस्याएं आती जाएंगी। शांति और सद्भाव कभी-कभी हमारे देश में किन्हीं कारणों के कारण रुक जाता है जिस वजह से हमारे देश की स्थिति बिगड़ जाती है शांति और सद्भाव के बिगड़ने के कारणों है महंगाई, बेरोजगारी, भुखमरी, धार्मिक कारण, राजनीतिक कारण, सामाजिक कारण।

हमारे भारत देश में शांति और सद्भाव इन्हीं कारणों से काफी प्रभावित होता है। देश में महंगाई तेजी से बढ़ती जा रही है जिस वजह से देश के नागरिकों को काफी समस्याओं का सामना करना पड़ता है इस महंगाई को देखते हुए लोगों को अपने बच्चों को पढ़ाना भी मुश्किल लगता है कई बार महंगाई की वजह से काफी लोग आक्रोश में आ जाते हैं और सड़कों पर उतर आते हैं जिस वजह से शांति और सद्भाव की भावना प्रभावित होती है।

हमारे देश में बेरोजगारी भी शांति और सद्भाव की भावना को प्रभावित करती है। देश में काफी सारे लोग बेरोजगार हैं उनको अपनी जीविका चलाने के लिए भी एक अच्छा रोजगार नहीं मिलता जिस वजह से वह रोजगार पाने के लिए आक्रोश में आ जाते हैं और शांति और सद्भाव की भावना बिगड़ती है।

राजनीतिक कारण

कई राजनीतिक लोग ऐसे भी होते हैं जो अपने स्वार्थ के लिए लोगों को उनकी भावनाओं के आधार पर आपस में ही लड़ा देते हैं वह अपना निजी स्वार्थ समझते हैं और देश के बारे में नहीं सोचते जिस वजह से देश में शांति और सद्भाव की भावना प्रभावित होती है और देश में शांति भंग हो जाती है और कभी-कभी तो यह एक विकराल रुप ले लेती है और दंगे फसाद भी देश मे हो जाते हैं।

धार्मिक कारण

शांति और सद्भाव की स्थिति बिगड़ने का एक कारण धार्मिक कारण भी है दरअसल कुछ लोग अपने निजी स्वार्थों के लिए अपने धर्म को श्रेष्ठ बताते हैं और दूसरे के धर्म पर आरोप लगाते हैं जिस वजह से इन धार्मिक कारणों की वजह से देश में शांति भंग होती है और देश में कई तरह की समस्याएं खड़ी हो जाती हैं इन धार्मिक कारणों की वजह से कभी-कभी तो हिंदू, मुस्लिम में दंगे फसाद भी शुरू हो जाते हैं और स्थिति खराब हो जाती है।

सामाजिक कारण

समाज में फैली कई बुराइयों, कुप्रथाओं आदि के कारण से भी कभी कभी शांति भंग हो जाती है जिसका बहुत बुरा नतीजा निकलता है। शांति और सद्भाव जैसी भावना जब दूर हो जाती है तो एक व्यक्ति दूसरे को दुश्मन समझने लगता है।

आरक्षण की वजह से

सरकार द्वारा निम्न जाति वालों को आरक्षण दिया गया है जिससे वह अपने जीवन में आगे बढ़ सके लेकिन कभी कभी अन्य जाति वाले लोगों द्वारा भी आरक्षण की मांग की जाने लगती है और धीरे-धीरे यह एक समस्या के रूप में देश में फेल जाती है और देश की शांति भंग होने लगती है। आरक्षण की वजह से भी कभी-कभी लड़ाई दंगे होते रहते हैं और देश में शांति भंग होती है

शांति और सद्भाव की भावना कैसे बनाए रखे

हमारे देश की सरकार ने देश में शांति और सद्भाव की भावना बनाए रखने के लिए देश में कई नीति और कानून बनाए हैं जिसके आधार पर हमें चलना चाहिए और देश की प्रगति में साथ देना चाहिए। हमें समझना चाहिए कि हमारा भारत देश हमारे लिए सबसे बढ़कर है और देश में शांति और सद्भाव से हम रहे तो ही अच्छा है हमें हमारे देश में सभी जातियों, धर्मों के लोगों के साथ मिलजुलकर शांति पूर्वक रहना चाहिए एक दूसरे के धर्म और जातियों आदि की इज्जत करना चाहिए, उनके बारे में गलत शब्द नहीं कहना चाहिए.

हमे समझना चाहिए कि ईश्वर एक ही है हमने ही उसके अलग-अलग नाम बना दिए हैं। देश में हमें भाईचारे के साथ एक दूसरे से अच्छा बर्ताव करना चाहिए तभी देश में शांति बनी रह सकती है। सरकार को भी चाहिए कि जो भी वह कार्य करें वह देश हित के लिए, देश के नौजवानों के हित के लिए हो तभी हमारा देश आगे बढ़ सकता है हम सभी को मिलकर देश में शांति और सद्भाव लाना चाहिए।

शांति और सदभाव पर कविता hindi poem on peace and harmony

शांति और सद्भाव हम देश में बनाए रखेंगे

देश के लिए अब हम कुछ अच्छा करेंगे

ना भाई से भाई लड़ेंगे ना द्वेष हम रखेंगे

देश में हम शांति बनाए रखेंगे

 

धर्म के नाम पर हम शांति भंग ना करेंगे

एक दूसरे के धर्मो की इज्जत हम करेंगे

राजनीति में स्वार्थवश गलत हम ना करेंगे

देश हित के लिए राजनीति करेंगे

 

सत्य ईमानदारी की राह पर चलेंगे

जो भी करेंगे देश हित के लिए करेंगे

शांति और सद्भाव हम देश में बनाए रखेंगे

देश के लिए अब हम कुछ अच्छा करेंगे

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